दिवाली में लोग तरह-तरह के मीठे व्यंजन और पकवान बनते हैं। इसके साथ ही दिवाली के दौरान पटाखे और आतिशबाजी की वजह से वातावरण काफी प्रदूषित हो जाती है। यह दोनों ही चीजें असल में आपकी सेहत के लिए उचित नहीं होती। तला भुना, प्रोसैस्ड और रिफाइंड शुगर युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से बॉडी में टॉक्सिंस का निर्माण होता है और पाचन क्रिया भी असंतुलित हो सकती है। इसके अलावा वातावरण में बढ़ता वायु प्रदूषण फ्री रेडिकल्स पैदा करता है, जिससे शरीर पर ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ता है, जो शरीर को कई रूपों में नुकसान पहुंचा सकता है। विशेष रूप से या त्वचा स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह है। इन सभी परेशानियों से बचने के लिए आपको दिवाली के बाद अपनी बॉडी को डिटॉक्स करना बहुत जरूरी है (How to maintain gut health)।
अब आप सोच रही होंगी खुद को डिटॉक्स कैसे करें। तो इसके लिए अधिक मेहनत करने की आवश्यकता नहीं है, अपनी लाइफ स्टाइल और नियमित खान पान की गतिविधियों में छोटे-मोटे बदलाव के साथ आप बॉडी टॉक्सिंस को रिलीज कर सकती हैं। तो फिर देर किस बात की नुकसान से बचने के लिए आज से इसे अपनाना शुरू कर दें (How to maintain gut health)।
कच्ची सब्जियां एंजाइम और पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, जो पाचन में सहायता करती हैं। कच्ची सब्जियां डाइट में फाइबर की गुणवत्ता जोड़ती है, और यह पाचन क्रिया को सक्रिय कर देता है। जिससे कि डाइजेशन को वापस से रिकवर करने में मदद मिलता है। गाजर, खीरा, मूली को कच्चा खाएं। वहीं ब्रोकली, गोभी, पत्ता गोभी आदि को उबालकर अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को निकालने के लिए फाइबर बहुत ज़रूरी है। स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने के लिए अपने भोजन में साबुत अनाज, फल और सब्जियां शामिल करें। इसके अलावा फाइबर की अधिक गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए रोजाना ओट्स खाएं।
यह भी पढ़ें : देश ही नहीं विदेशों में भी पसंद किया जाता है लिट्टी चोखा, जानें ऐसीही 5 खास बिहारी पकवान
त्यौहार में सभी के घर पर तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बनते हैं, विशेष रूप से दिवाली पर मीठे व्यंजनों की परंपरा है। यदि आपने दिवाली पर अपनी डाइट ब्रेक की है, तो अब घर का बना सादा खाना खाने पर ध्यान दें। इसके साथ ही पोर्शन कंट्रोल पर ध्यान दें। इस प्रकार आप रेस्तरां या प्रोसैस्ड खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले अतिरिक्त नमक, चीनी और अस्वास्थ्यकर फैट से बच सकती हैं। कुछ दिनों में बॉडी दोबारा से रिकवर हो जाएगी।
त्योहार के दौरान विशेष रूप से दिवाली के मौके पर लोग तरह के मीठे पकवान एवं मिठाइयों का सेवन करते हैं। हालांकि, अब चीनी के अत्यधिक सेवन को अलविदा कहने का समय आ गया है। बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए रिफाइन शुगर युक्त खाद्य पदार्थों से पूरी तरह परहेज करने का प्रयास करें। मीठा खाने का मन हो रहा है तो थोड़े मात्रा में शहद या मेपल सिरप जैसे प्राकृतिक स्वीटनर का उपयोग कर सकती हैं।
व्यायाम डिटॉक्सिफिकेशन के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है। चाहे वह तेज चलना हो, योग सेशन हो या उच्च तीव्रता वाला वर्कआउट हो। यह सभी गतिविधियां पसीना बहाने में आपकी मदद करती हैं। पसीना आपके शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने के लिए हाइड्रेटेड रहना बेहद महत्वपूर्ण है। पूरे दिन खूब सारा पानी पिएं और अपनी दिनचर्या में हर्बल चाय, इन्फ्यूज्ड वॉटर या नारियल पानी जैसे डिटॉक्सिफाइंग पेय पदार्थों को शामिल करें। यह सभी बॉडी से एक्स्ट्रा टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद करेंगे।
दिवाली में रिफाइंड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के साथ ही चीनी खा खा कर पाचन क्रिया को असंतुलित कर लिया है। तो अब उसे वापस से संतुलित होने में मदद करने के लिए दही, फर्मेंटेड ड्रिंक, आदि जैसे प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। जो आपकी आंतों में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देंगे। इस प्रकार आप दोबारा से एक स्वस्थ पाचन क्रिया प्राप्त कर सकती हैं।
यह भी पढ़ें : इलायची वेट लॉस में भी हो सकती है मददगार, जानें इसे डाइट में शामिल करने का सही तरीका