आपका खान-पान और लाइफस्टाइल शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ा देता है। शरीर में बढ़ता यूरिक एसिड कई स्वास्थ्य जोखिमों को जन्म दे सकता है। प्यूरिन से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर में यूरिक एसिड का उत्पादन करता है। इन सभी स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए एहतियात बरतना जरूरी है। एक्सपर्ट इस बारे में जरूरी फैक्ट साझा कर रहे हैं।
यूरिक एसिड ब्लड में पाए जाने वाला वेस्ट प्रोडक्ट है। जो तब उत्पन्न होता है जब शरीर में प्यूरीन नामक केमिकल ब्रेक होता हैं। प्यूरीन कई तरह के खाद्य पदार्थों में मौजूद होता है, जिसका सेवन यूरिक एसिड के उत्पादन का कारण बन सकता है। यदि शरीर में अधिक मात्रा में यूरिक एसिड जमा हो जाए तो इस स्थिति को हाइपरयूरिसीमिया कहते हैं।
यदि यूरिक एसिड लंबे समय तक बना रहे तो यह बोन, जॉइंट, और टिशु डैमेज का कारण बन सकता है। इसके साथ ही किडनी और हार्ट से जुड़ी बीमारियों की संभावना को भी बढ़ा देता है। इतना ही नहीं यूरिक एसिड डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और फैटी लीवर जैसी परेशानियों का कारण बन सकता है।
शरीर में बढ़ती यूरिक एसिड के लेवल को नियंत्रित रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। यह शरीर से किडनी को एक्स्ट्रा यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है। खुद के साथ हमेशा एक वॉटर बॉटल रखें और समय-समय पर पानी पीती रहें। जितनी ज्यादा मात्रा में आप पानी पियेंगी उतनी ही बार आपको बाथरूम जाने की जरूरत पड़ेगी। यह यूरिक एसिड को बाहर निकालने में आपकी मदद करता है।
शराब का सेवन आपके डिहाइड्रेशन का कारण होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार यह यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देती है। कुछ प्रकार के अल्कोहल जैसे की बीयर में प्यूरीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। वहीं प्यूरीन की कम मात्रा वाले अल्कोहल भी शरीर में फ्यूरिन के प्रोडक्शन को बढ़ा देते हैं। शराब शरीर में यूरिक एसिड के उत्पादन होने के रेट को बढ़ा देता है, जिस वजह से खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है।
अपने डाइट में कुछ जरूरी बदलाव करके यूरिक एसिड के प्रोडक्शन को रोक सकती हैं। जैसे कि प्यूरीन रिच फूड्स शरीर में यूरिक एसिड के प्रोडक्शन को उत्तेजित करते हैं। यदि यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा है तो फौरन रेड मीट, ऑर्गन मीट, फिश, शेलफिश, एग और चिकन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित कर लें।
शहद और फल में पाए जाने वाला प्राकृतिक शुगर फ्रुक्टोज शरीर में ब्रेकडाउन होकर प्यूरीन को रिलीज करता है। यह शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देती हैं। वहीं हमारी नियमित डाइट में कई ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, जिनमें प्राकृतिक शुगर पाया जाता है।
इसी के साथ हैं शुगर से युक्त ट्रेंस जितना हो सके उतना परहेज रखने का प्रयास करें। ड्रिंक्स में मौजूद फ्रुक्टोज बॉडी पर अन्य खाद्य पदार्थों में मौजूद फ्रुक्टोज की तुलना में जल्दी रिएक्ट करती हैं। क्योंकि ड्रिंक्स में फाइबर, प्रोटीन और अन्य न्यूट्रिएंट्स नहीं पाए जाते। वहीं रिसर्च की माने तो यह शुगर शरीर में जाकर ब्लड शुगर लेवल को तेजी से ट्रिगर करता हैं। वहीं यूरिक एसिड के स्तर को भी बढ़ा देता हैं।
पर्याप्त मात्रा में फाइबर का सेवन यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। इसी के साथ फाइबर से युक्त खाद्य पदार्थ शरीर में ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन को भी बैलेंस रखते हैं। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आप लंबे समय तक संतुष्ट रहेंगी, जिस वजह से ओवर ईटिंग की समस्या नहीं होती।
हालांकि, ज्यादातर लोग फाइबर को खाद्य पदार्थों के तौर पर लेते है। ऐसे में अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर सुपरफूड जैसे कि सेव, ब्रॉकली, पालक, क्विनोआ, नट्स और ब्राउन राइस को शामिल करें।
पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी होने से यूरिक एसिड का लेवल नियंत्रित रहता है। संतरा, कीवी, स्ट्रौबरी, लाल और हरे रंग का सेव, ब्रोकली और टमाटर जैसे खाद्य पदार्थ विटामिन सी का अच्छा स्रोत होते हैं। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करें।
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