ठंड के मौसम में बढ़ते ड्राइनेस की वजह से बाल और स्कैल्प भी ड्राई हो जाते हैं। ऐसे में हेयर फॉल की समस्या बेहद आम है। साथ ही बाल रफ और डैमेज नजर आते हैं। इतना ही नहीं सर्दियां स्कैल्प स्किन को ड्राई कर देती हैं, जिसकी वजह से डैंड्रफ (dandruff), इचिंग (itching) आदि जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इन सभी समस्याओं को अवॉइड करने के लिए अपने बालों की सेहत का खास ध्यान रखें (ayurvedic tips to avoid hair fall)।
बालों से जुड़ी इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आयुर्वेद एक्सपर्ट चैताली राठौर ने कुछ जरूरी हेयर रिचुअल्स शेयर किए हैं, जिनकी मदद से आपको अपने बाल एवं स्कैल्प की सेहत को बनाए रखने में मदद मिलेगी। तो चलिए जानते हैं, इन 5 खास आयुर्वेदिक हेयर रिचुअल के बारे में (ayurvedic tips to avoid hair fall)।
ठंड के मौसम में आमतौर पर महिलाएं बाल धोने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करती हैं, जो बाल एवं स्कैल्प से उनका प्राकृतिक तेल छीन लेती हैं। जिसकी वजह से बाल अधिक शुष्क हो जाते हैं और बालों का टेक्सचर भी खराब होने लगता है। वहीं स्कैल्प स्किन ड्राई हो जाती है, जिसकी वजह से डैंड्रफ और खुजली की समस्या बढ़ जाती है।
इन समस्याओं को अवॉइड करने के लिए अपने बाल को स्टेराइल पानी या रूम टेंपरेचर वाले पानी से धोएं। इस प्रकार ठंड के मौसम में आपको बालों में मॉइश्चर मेंटेन करने में मदद मिलेगी (ayurvedic tips to avoid hair fall)।
सर्दियों में ज्यादातर लोग हेड वॉश के बाद अपने स्कैल्प को इलेक्ट्रिक ड्रायर और तेज़ धूप जैसी गर्म चीज़ों की मदद से जल्दी सुखाने का प्रयास करते हैं। ये प्रक्रिया आपके बालों को डैमेज कर सकती है।
ठंड के मौसम में बाल पहले से ही ड्राई होते हैं, ऐसे में बालों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से ड्राई करने से बाल अधिक शुष्क हो सकते हैं। वहीं बालों का पोषण और नमी पूरी तरह से छीन सकता है। बालों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उन्हें प्राकृतिक रूप से सूखने दें। तेज़ धूप में बाहर निकल रही हैं, तो टोपी पहनें।
यदि आप सर्दियों में टूटते, झड़ते बालों से परेशान हैं, तो ऐसे में गीले बालों में कंघी करने की गलती दोहराना बंद कर दें। हमेशा बालों को पूरी तरह से ड्राई होने दें, उसके बाद अपने बालों में कंघी करें। गीले बाल अधिक कमजोर होते हैं, और आसानी से टूटते हैं, ऐसे में इनमें जबरदस्ती कंगी करने से सामान्य रूप से अधिक हेयर लॉस हो सकता है। इसलिए हेड वॉश के बाद पहले बाल को प्राकृतिक रूप से ड्राई होने दें, उसके बाद अपने बालों में कंघी करें।
बालों को आयुर्वेदिक तेल से मसाज देने से आपके स्कैल्प में नमी और पोषण को बरकरार रखने में मदद मिलती है। साथ ही साथ ये बालों पर एक प्रोटेक्टिव लेयर तैयार कर देते हैं, जिससे बाल लंबे समय तक स्वस्थ और सुरक्षित रहते हैं। आयुर्वेदिक ऑयल न केवल आपके बालों को मजबूती देते हैं, बल्कि आपके बालों को सिल्की और शाइनी भी बनाते हैं।
कोकोनट ऑयल में नीम, आंवला, ब्राह्मी, गुड़हल, मेथी जैसी सामग्रियों को डालकर इन्हें पकाएं और इस ऑयल से अपने बाल एवं स्कैल्प को मसाज दें। वहीं यदि बहुत ज्यादा डैंड्रफ होती है, तो एलोवेरा और नीम के पत्तों को नारियल तेल में उबालकर अपने बालों पर भी लगा सकती हैं। नीम की एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबॉयल प्रॉपर्टीज स्कैल्प में डेंड्रफ का कारण बनने वाले कीटाणुओं के ग्रोथ को रोकने में मदद करेंगी। साथ ही साथ कोकोनट ऑयल आपके स्कैल्प को पर्याप्त मॉइश्चर प्रदान करेंगे।
नियमित रूप से पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन न केवल आपकी सेहत को बढ़ावा देता है, बल्कि आपकी स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। सर्दी के सीजनल फल एवं सब्जियों का सेवन करें, साथ ही साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखें। इससे स्कैल्प तक पर्याप्त पोषण और ऑक्सीजन पहुंचता है। जो हेयर फॉलिकल्स को स्टिम्युलेट करते हैं, और हेल्दी हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं।
इसके साथ ही अदरक में जीरा, अजवाइन, तुलसी, पुदीना, दालचीनी, आंवला, हल्दी आदि की मदद से तैयार किए गए हर्बल ड्रिंक में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जो बालों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यह आपकी बॉडी को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं, जिससे कि त्वचा और बालों को नुकसान नहीं होता। सर्दियों में इन्हें अपने नियमित डाइट में जरूर शामिल करें।
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