यदि आप अपने व्यक्तिगत योग मैट को नियमित तौर पर साफ नहीं करती हैं, तो इसमें स्टूडियो मैट की तुलना में चार गुना अधिक बैक्टीरिया हो सकते हैं। इसलिए आपको अपने योगा मैट की रेगुलर सफाई पर ध्यान देना चाहिए। इसकी वजह से न केवल आपकी मैट की लाइफ बढ़ जाएगी, बल्कि ये इसमें बदबू बनने से और बैक्टीरिया को आप तक ट्रांसफर होने से रोके रखेगा। सफाई से गंदगी, धूल और नमी के कारण पनपे बैक्टीरिया से भी छुटकारा मिलता है और वे नष्ट हो जाते हैं। आइए जानें क्यों जरूरी है योगा मैट को साफ करना और क्या है इसका आसान तरीका (How to clean yoga mat)।
योगा इन्फ़्लुएन्सर इरा त्रिवेदी अपनी हालिया इन्स्टा पोस्ट में योगा मैट की सफाई की ज़रुरत और तरीके पर बात करते हुए बताती हैं कि योगा मैट की सफाई फ्रीक्वेंटली करते रहना चाहिए।
आपकी त्वचा बैक्टीरिया, कवक, वायरस और सूक्ष्म कण जैसे सूक्ष्मजीवों के लिए होस्ट का काम करती है। यह जरूरी नहीं कि ये आपके स्वास्थ्य के लिए बुरे हों। ये सूक्ष्मजीव आमतौर पर हानिरहित होते हैं।
मेम्फिस विश्वविद्यालय में महामारी विज्ञान, बायोस्टैटिस्टिक्स और पर्यावरणीय स्वास्थ्य विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर प्रतीक बनर्जी (पीएचडी) इस बारे में हुए एक अध्ययन के परिणामों पर बात करते हुए कहते हैं, “फिटनेस सेंटर में फर्श से लेकर इस्तेमाल किए जाने वाले मैट तक में सूक्ष्म जीव होते हैं। जो आपकी स्किन को इंफेक्शन दे सकते हैं। इससे लाल रैश, खुजली वाली त्वचा(Itching skin) का भी सामना करना पड़ सकता है।“
एनसीबीआई द्वारा जीव विज्ञान पर 2014 में हुआ एक अध्ययन बताता है कि रोगाणु आमतौर पर नमी से पनपते हैं। यह तब होता है जब आपकी योगा मैट नमी वाले वातावरण के संपर्क में आती है, उदाहरण के लिए स्टीम से भरे योग स्टूडियो या जिम क्लास। जबकि मैट पर नमी के संपर्क में आने का सबसे सामान्य कारण आपका पसीना है।
इस अध्ययन के निदेशक डॉ. थेल दाद, प्लांटार वार्ट्स और एथलीट फुट को कुछ सबसे संभावित स्थितियों के रूप में इंगित करते हैं, खासकर यदि आप साझा मैट (sharing mat) का उपयोग करती हैं, जिसमें अन्य लोगों के रोगजनक हो सकते हैं। दाद और एथलीट फुट, फंगल संक्रमण, खुजली, पपड़ीदार दाने और पैर की उंगलियों के बीच इंफेक्शन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
योगा ट्रेनर और इन्फ़्लुएन्सर इरा त्रिवेदी कहती हैं कि योगा मैट को साफ करना और सुखाना जितना आसान होगा, उतनी ही अधिक संभावना है कि आप इसे फ्रीक्वेंटली साफ़ करेंगी। इसलिए इसे साफ़ करने का आसान तरीका अपनाएं।
सबसे पहले एक टब को गर्म पानी से भरें और इसमें डिश सोप मिलाएं। अच्छी तरह झाग बनने पर इसमें योगा मैट डुबो दें और इसे दस मिनट के लिए भिगो करके रखें। यह उन हार्ड-टू-स्क्रब, तेलों और कीटाणुओं को भी हटाने में मदद करेगा जो आपके शरीर या शरीर में मौजूद नमी से होते हुए मैट पर रह गए।
इसके बाद एक मुलायम वॉशक्लॉथ लें और गंदगी को हटाते हुए, मैट को दोनों तरफ से अच्छी तरह से स्क्रब करें इसके बाद साबुन धुलने तक साफ़ पानी से अच्छी तरह धोएं। मैट की सतह को तौलिये से सुखाएं और फिर कुछ देर के लिए रूम टेम्प्रेचर पर ही सुखाएं ।
अपने मैट को सुखाने के लिए, इसे कपड़े के हैंगर या एक तौलिया रैक पर लटका दें। आपका योगा मैट साफ हो चुका है और अब अगले चरण के लिए तैयार है।
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कस्टमाइज़ करेंयोगा मैट को साफ करने के अलावा, इसे सप्ताह में एक बार कीटाणुरहित करना न भूलें। यह प्रक्रिया वास्तव में बैक्टीरिया ख़त्म करने में सहायक है। खासकर यदि आप किसी सार्वजनिक स्थान पर योग स्टूडियो की तरह अभ्यास करते हैं। मैट को कीटाणुरहित बनाने के लिए सैनिटाइज़िंग स्प्रे का इस्तेमाल करें ।
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