आजकल भारी झुमकों का ट्रेंड है और महिलाएं इसे काफी ज्यादा पसंद कर रहीं हैं। अब आप कोई भी इयरिंग्स पहने यदि वे भारी हैं तो आपके कानों में खिंचाव महसूस होता है। भारी एयरिंग्स ईयरलॉब के दर्द का कारण बनती हैं। ईयरलॉब काफी संवेदनशील होते हैं, ऐसे में हैवी इयरिंग्स पहनने से इनके प्रभावित होने का खतरा बढ़ जाता है।
भारी एयरिंग्स यदि गलती से कहीं फस जाएं, तो ईयरलॉब कटने और फटने का जोखिम हमेशा रहता है। वहीं यदि आप नियमित रूप से लंबे समय तक भारी इयरिंग्स पहने रहती हैं, तो एक समय के बाद ईयरलॉब का होल स्ट्रेच हो जाता है।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ डर्मेटालजिस्ट, वेनेरोलॉजिस्ट एंड लेप्रोलॉजिस्ट्स मेरठ के सेक्रेटरी डॉक्टर अनुराग आर्य से बातचीत की। उन्होंने स्ट्रेच्ड ईयरलॉब के ट्रीटमेंट (ear support for heavy earrings) को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं।
लंबे समय तक भारी और लटकने वाली बालियां पहने रहने से ईयरलॉब धीरे-धीरे स्ट्रेच होने लगते हैं। ऐसा ग्रेविटी और कोलेजन लॉस के संयुक्त प्रभावों के कारण होता है। उम्र के साथ कोलेजन का स्तर कम होने लगता है, जिसकी वजह से आपके कान की त्वचा, कार्टिलेज और कनेक्टिव टिश्यू कमजोर हो जाते हैं।
बढ़ती उम्र के साथ कोलेजन के गिरते स्तर के कारण ईयरलॉब भारी झुमके का वजन नहीं झेल पाते हैं, और दोनों लॉब में मौजूद होल स्ट्रेच होना शुरू हो जाते हैं। यदि सही समय से इसपर ध्यान देना शुरू कर दिया जाये तो इसकी स्थिति को बिगड़ने से रोका जा सकता है। परन्तु स्ट्रेचिंग शुरू होने के बाद भी यदि आप भारी एयरिंग्स पहन रही हैं, तो कान की बाली छेद के नीचे विभाजित हो सकती है, जिससे बालियां पहनना असंभव हो जाता है।
हल्के झुमके आपके इयररिंग होल को उस तरह से नहीं खींचेंगे जैसे भारी झुमके खींच सकते हैं। हल्की या थ्रेडर बालियां पहनें आपके इयररिंग होल को छोटा और समर्थित रखने में मदद करेंगी।
केवल विशेष अवसरों के लिए अपने भारी झुमके रखें। अपने कानों पर पड़ने वाले वजन को सीमित करने का प्रयास करें। यदि आप भारी झुमके पहनने की योजना बनाती हैं, तो सुनिश्चित करें कि जैसे ही आपका प्रोग्राम पूरा हो जाए, उन्हें उतार दें।
बालियों और कपड़ों के एक साथ फसनें से आकस्मिक रूप से ईयरलॉब के फटने की संभावना अधिक होती है। जब अपने झुमके पहन रखें हों तो हमेशा टॉप को सावधानी से हटाएं और लंबे झुमके को निट या लेस जैसी सामग्री के साथ पेयर करने से बचें।
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अधिकांश लोगों को कान की बाली पहनकर सोने में कोई समस्या नहीं होती है, परंतु यह कान के छेदों के बढ़ने का कारण बन सकता है। सोने से पहले कान की बालियों को हटाने से किसी भी रात की दुर्घटना से बचने में मदद मिल सकती है।
एक्सपर्ट के अनुसार स्ट्रेच्ड ईयरलॉब को ट्रीट करने के लिए ज्यादातर केस में टाकें यानि की स्टिचेज की जाती हैं। वहीं दूसरी और ग्लू का इस्तेमाल किया जाता है, परन्तु स्टिच की लाइफ ज्यादा लंबी होती है इसीलिए डॉक्टर इसकी सलाह देते हैं। जब तक कि स्टिच पूरी तरह से हील न हो जाएं आपको एयरिंग्स नहीं पहननी चाहिए, वहीं ठीक हो जाने के बाद भी हैवी एयरिंग्स को अवॉयड करने की सलाह दी जाती है।
वहीं इस दौरान आपको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए जैसे की कानों में चोट लगने से बचाएं, नहाते वक़्त विशेष ध्यान दें साथ ही दिन में कम से कम दो बार अपने कान को गुनगुने पानी से साफ़ करें इतना ही नहीं भूलकर भी कान को गंदे हाथ से न छुएं। यदि आप इन चीजों पर ध्यान नहीं देती हैं तो इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
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