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फाइनेंशियल स्ट्रेस भी बन सकता है तनाव और अवसाद का कारण, जानिए इसे कैसे संभालना है

अगर आपको लगता है कि आपकी आर्थिक जिम्मेदारियां कोई और संभाल लेगा और आप खुश रह पाएंगी, तो आप बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। अध्ययन बताते हैं कि इन दिनों युवाओं की सेहत को सबसे ज्यादा खतरा फाइनेंशियल स्ट्रेस से है।
Updated On: 23 Oct 2023, 09:16 am IST
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financial stress manage krna sikhen
जानिए कैसे करना है आर्थिक तनाव का सामना। चित्र : एडॉबीस्टॉक

फाइनेंशियल स्ट्रेस आजकल के जमाने मे एक गंभीर समस्या बन चुका है। बढ़ता कॉम्पीटिशन, जॉब इनसिक्योरिटी और दिनों दिन बढ़ती महंगाई लोगों को फाइनेंशियल तनाव का शिकार बना रही है। आपको अपने आसपास कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो हमेशा वित्त चिंता में डूबे रहते होंगे। फाइनेंशियल स्ट्रेस (Financial stress) मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। इतना ही नहीं यह आपके आपसी रिश्ते में भी मतभेद पैदा कर देता है। ऐसी स्थिति में आजकल सभी को वित्तीय तनाव को मैनेज करना आना चाहिए।

क्यों, कब और कहां आपको फाइनेंशियल स्ट्रेस हिट कर जाए आपको भी नहीं पता होता। कभी शॉपिंग करते हुए आपको कोई बहुत महंगी चीज पसंद आ जाती है और यदि उसे खरीदने में सक्षम नहीं होते हैं, तो ऐसी स्थिति में भी फाइनेंशियल स्ट्रेस आपके ऊपर हावी हो सकता है। जो कि सीधा आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालता है। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, ऐसे कुछ जरूरी टिप्स जो आपको फाइनेंशियल स्ट्रेस को मैनेज करने में मदद करेंगे। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।

पहले जानते हैं किस तरह फाइनेंशियल स्ट्रेस सेहत को प्रभावित करता है

फाइनेंशियल स्ट्रेस में होने पर आप अपने हेल्दी रिलेशनशिप और अन्य नजदीकी लोगों से छोटी-छोटी बातों पर पैसे को लेकर और विवाद करना शुरू कर देते हैं। इसके अलावा आपकी रातों की नींद पूरी नहीं होती, साथ ही आप ज्यादातर समय क्रोधित रहने लगती हैं, मूड स्विंग्स, थकान, मांसपेशियों में दर्द, भूख न लगना और सेक्स ड्राइव की कमी जैसी परेशानियां देखने को मिलती हैं।

Hidden symptoms of anxiety
स्ट्रेस मैनेज करना सीखें। चित्र : एडॉबीस्टॉक

यदि फाइनेंशियल स्ट्रेस एक हफ्ते से लंबे समय तक बना रहता है, तो आपकी मानसिक स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ने लगती है। एंग्जाइटी और डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है, साथ ही ड्रग्स, अल्कोहल और स्मोकिंग की लत लगने की संभावना होती है। यदि आप पहले से स्मोकिंग करती हैं, तो इसकी फ्रीक्वेंसी काफी ज्यादा बढ़ जाती है, जो आपके शरीर के लिए उचित नहीं है। वहीं सही समय पर इसे नियंत्रित न किया जाए तो सेल्फ हार्म जैसे कि सुसाइड जैसे थॉट मन में आना शुरू हो जाते हैं।

जानें किन कारणों से होता है फाइनेंशियल स्ट्रेस

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार हम सभी आमतौर पर ज्यादा पैसे खर्च करते हैं, और उसकी तुलना में बहुत छोटा सा अमाउंट सेव कर पाते हैं। जिसकी वजह से हमारे दिमाग में वित्त चिंता बनी रहती है।

इसके अलावा आजकल लोगों के पास जॉब सिक्योरिटी नहीं है, बढ़ती टेक्नोलॉजी जितने ज्यादा जॉब क्रिएट कर रही है, और आजकल का बढ़ते कंपटीशन की तुलना में जॉब सिक्योरिटी नहीं है। लोग आसानी से जॉब प्राप्त कर लेते हैं परंतु इसे बनाए रखना बहुत मुश्किल है। यही वजह हैं कि एक उचित उम्र के बाद लोग वित्तीय रूप से तनाव में चले जाते हैं।

कई बार लोगों से जरूरत से ज्यादा काम करवाया जाता है और उनके काम की तुलना में उन्हें रिटर्न काफी कम मिलता है। इसके साथ ही बढ़ता अनइंप्लॉयमेंट भी फाइनेंसियल स्ट्रेस का एक बहुत बड़ा कारण है।

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स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?

अब जानेंगे फाइनेंशियल स्ट्रेस से डील करने के कुछ प्रभावी उपाय

यदि आपका फाइनेंशियल स्ट्रेस आपके सेहत एवं रिश्ते के ऊपर हावी हो रहा है, तो इन टिप्स की मदद से आप इसनसे डील कर सकती हैं।

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तनाव कम करने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट प्रोग्राम में भाग लें। चित्र : शटरस्टॉक

1. अपने दोस्त एवं परिवार के सदस्यों के साथ खुलकर बातचीत करें

यदि आप फाइनेंशियल स्ट्रेस में हैं, तो अपने किसी नजदीकी दोस्त या जिसके साथ आप कंफर्टेबल हो उनसे बातचीत करें। किसी भी चीज को मन में दबाए रखने से उसका सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा पड़ता है।

आपको उनसे फाइनेंशियल हेल्प के लिए बात नहीं करनी है, केवल अपनी समस्याओं को उनके साथ शेयर करना है। ऐसा करने से आपको कम से कम यह मालूम चलेगा कि केवल आप ही नहीं बल्कि और भी लोग हैं जो कहीं न कहीं वित्तीय रूप से परेशान हैं। वहीं कई लोग ऐसे होंगे जो आपको मोटिवेट करेंगे और इससे बाहर निकलने का आइडिया भी देंगे।

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2. प्लानिंग बहुत जरूरी है

चाहे आप कितना भी कमाते हों एक उचित समय तय करें और उस समय अपने पूरे साल या फिर 6 महीने की बजट प्लानिंग कर लें, कि आपको कब कहां और किस तरह से इन्वेस्ट करना है। साथ ही नियमित खर्चे कितना है और आपको कितनी सेविंग करनी है इन सभी को लेकर एक उचित प्लान बनाना जरूरी है।

इमरजेंसी फंड तय करना न भूलें क्योंकि आमतौर पर जब आपको इमरजेंसी होती है और आपके पास पैसे नहीं होते, तब फाइनेंशियल स्ट्रेस आपके ऊपर सबसे ज्यादा भारी पड़ती है।

3. स्ट्रेस मैनेज करना सीखें

नियमित रूप से कुछ देर के लिए मेडिटेशन और योग जैसे अभ्यास में भाग लेने से आपकी ऊर्जा शक्ति बढ़ती है और आपका मूड भी बेहतर रहता है। यदि आप किसी प्रकार के स्ट्रेस से पीड़ित हैं, तो नियमित रूप से रिलैक्सेशन टेक्निक में भाग लेने से उन से राहत पाने में मदद मिलेगी।

पोषक तत्वों से भरपूर फल और सब्जियों जैसे अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन करें। खासकर ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ को अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही कई ऐसे मूड बूस्टिंग फूड्स है जिनका सेवन आपके मूड को बनाये रखता है।

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एंग्जायटी में योग की मदद ले सकती हैं. चित्र शटरस्टॉक

4. भावनाओं पर नियंत्रण पाना सीखें

यदि आप छोटी-छोटी बातों पर काफी ज्यादा स्ट्रेसड आउट हो जाती हैं, तो इस स्थिति में आपको अपनी भावनाओं को कंट्रोल करना सीखना होगा। हर वक्त हर छोटी बात पर पैनिक करने से आपका स्ट्रेस लेवल बढ़ जाता है, जिसका असर सीधा आपके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।

खुद को इमोशनली स्ट्रांग बनाए रखने के लिए आप एक्सपर्ट की सलाह ले सकती हैं। इसके साथ ही सकारात्मक लोगों के आस पास रहें मोटिवेशनल कहानियां पढ़ें और खुद को हर सिचुएशन के लिए तैयार करें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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