इंफ्लेशन शरीर में होने थोड़े समय के लिए होने वाली बीमारियों की वजह से होता है। जैसे एलर्जी, जलन, सूजन, खुजली, आंखों में जलन, जोड़ों में दर्द, सर्दी, जुकाम की वजह से होता है। इंफ्लेशन रोग प्रतिरोधक का परिणाम है हमारे शरीर के संपर्क में कुछ पदार्थ आते है जिसके प्रति हमारा शरीर बहुत संवेदनशील होता है जिसकी वजह से काफी तेजी से ये संवेदनशीलता दिखाई देती है और कई बार काफी लंबे समय के लिए भी दिखती है। इंफ्लेशन बहुत ही आम चीज है।
इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने बात की डॉ. शुचिन बजाज से। डॉ शुचिन इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट और उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के संस्थापक निदेशक है ।
सूजन संक्रमण, चोट या जलन के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। इससे लालिमा, सूजन, गर्मी और दर्द हो सकता है। सूजन तीव्र या पुरानी हो सकती है। तीव्र सूजन चोट या संक्रमण के लिए एक अल्पकालिक प्रतिक्रिया है, जबकि पुरानी सूजन महीनों या वर्षों तक रह सकती है और गठिया, हृदय रोग और कैंसर जैसी विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों को बढ़ा सकती है।
संक्रमण: डॉ शुचिन के अनुसार बैक्टीरियल, वायरल और फंगल संक्रमण सूजन को ट्रिगर कर सकते हैं।
शारीरिक चोट: आघात, जलन, कटना और अन्य शारीरिक चोट सूजन का कारण बन सकती हैं।
पुरानी बीमारियां : पुरानी बीमारियां जैसे मधुमेह, मोटापा और ऑटोइम्यून बीमारियां पुरानी सूजन का कारण बन सकती हैं।
पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थ : वायु प्रदूषण, रसायनों और भारी धातुओं जैसे पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आने से सूजन हो सकती है।
तनाव: दीर्घकालिक तनाव भी प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करके सूजन का कारण बन सकता है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट: डॉ शुचिन के अनुसार एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट को सूजन को कम करने के लेना फायदेमंद है जैसे आप फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थों का भरपूर सेवन करें।
व्यायाम: नियमित व्यायाम रक्त प्रवाह में सुधार और तनाव को कम करके सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए दिन में एक बार जरूर व्यायाम के लिए समय निकाले ताकि आपको सूजन से राहत मिल सके।
तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने वाले कुछ योग का अभ्यास करने से भी आपको इंफ्लेशन से राहत मिल सकती है इसके लिए आप ध्यान लगा सकते है, गहरी सांस लेने वाला योग या कोई और योग जैसी तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास कर सकते है।
सप्लीमेंट्स: डॉ शुचिन इंफ्लेशन को कम करने के लिए कुछ सप्लीमेंट्स जैसे ओमेगा -3 फैटी एसिड, करक्यूमिन और अदरक के सेवन का सुझाव देते है।
दवाएं: एस्पिरिन, इबुप्रोफेन और नेपरोक्सन जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं।
आराम और रिकवरी: प्रभावित क्षेत्र को आराम देने और पर्याप्त नींद लेने से सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
चिकित्सा उपचार: गंभीर मामलों में, सूजन को प्रबंधित करने के लिए चिकित्सा उपचार आवश्यक हो सकता है। इसमें डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाएं या अन्य चीजें शामिल हो सकते हैं।
सूजन के विभिन्न कारण हो सकते हैं, और इससे निपटने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है जिसमें जीवन शैली में परिवर्तन, आहार में बदलाव, तनाव प्रबंधन और कभी-कभी चिकित्सा उपचार शामिल होते हैं। यदि आप पुरानी सूजन का अनुभव करते हैं या अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई चिंता है तो चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।