Electrolyte Imbalance : गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बन सकती है यह स्थिति, जानिए इससे कैसे उबरना है
गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है, ऐसे में शरीर को पर्याप्त रूप से डिहाइड्रेटेड रखने की आवश्यकता होती है। क्योंकि इस दौरान वातावरण में उमस बढ़ने लगती है। जिससे शरीर की नमी कम होने लगती है। इसके कारण कब्ज, एसिडिटी, उल्टी, मतली और थकावट होने जैसी समस्याएं होती है। इसी प्रकार इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन भी एक समस्या है। जिसमें शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में डिहाइड्रेशन से जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
लेकिन यह समस्या हमे कैसे प्रभावित कर सकती है? इस बारें में जानने के लिए हमने बात कि उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के फाउंडर एंड डायरेक्टर, इंटरनल मेडिसिन डॉ. सुचिन बजाज से।
जानिए इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन होने के मुख्य कारण
1. डिहाइड्रेशन
एक्सपर्ट तरल पदार्थो का कम सेवन करने या बहुत ज्यादा पसीना आने से शरीर में सोडियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होने लगती है।
2. किडनी से जुड़ी बीमारियां
किडनी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स लेवल बैलेंस करने में मदद करती है। इसलिए किडनी में किसी भी तरह का डेमेज या डिसफंक्शन इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन कर सकती है।
3. कुछ मेडिकेशन
डॉ. सुचिन बजाज के अनुसार अगर आप कुछ खास प्रकार की दवाएं जैसे कि डाइयुरेटिक्स, लेक्जेटीव और कीमोथेरेपी का सेवन करती हैं, तो यह भी इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बिगड़ने का कारण बन सकता है।
4. हार्मोन का बैलेंस बिगड़ना
कई मामलों में डायबीटीज, थायरॉयड डिसऑर्डर और एड्रेनल ग्लैंड डिसऑर्डर जैसी स्थितियां भी इलेक्ट्रोलाइट के लेवल को प्रभावित कर सकती है।
5. शराब
अत्यधिक शराब का सेवन शरीर को डिहाइड्रेट कर सकता है, जिससे प्राकृतिक रूप से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होने लगती है।
6. ईटिंग डिसऑर्डर
एनोरेक्सिया नर्वोसा और बुलिमिया जैसी स्थितियां कुपोषण का कारण बनती है, जो इलेक्ट्रोलाइट के बैलेंस बिगड़ने का कारण बन सकता हैं।
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इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन होने पर कौन कौन से लक्षण नजर आते हैं?
इलेक्ट्रोलाइट के बैलेंस बिगड़ने के सभी लक्षण अलग अलग हो सकते हैं, जिसके कारण इलेक्ट्रोलाइट लेवल पर असर पड़ता है। डॉ. सुचिन बजाज के मुताबिक ये सामान्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं –
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कस्टमाइज़ करें- आपको अक्सर मसल्स क्रैम्प या कमजोरी महसूस हो सकती है।
- ज्यादातर समय थकावट या सुस्ती महसूस होते रहना।
- हार्टबीट का इररेगुलर होना या पेल्पिटेशन होना।
- अधिकतर मतली या उलटी महसूस होना।
- ऐसे लोग सिरदर्द या माइग्रेन से ग्रस्त भी होते हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है, आपको कंफ्यूजन या ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
- सूजन या एडिमा के लक्षण भी इलेक्ट्रोलाइट की कमी का कारण हो सकते हैं।
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन से कैसे राहत पाएं?
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन होने के पीछे कई कारण होते हैं, इसलिए इसका इलाज भी उसके मुताबिक ही होता है।
1. पर्याप्त तरल पदार्थ
पर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन या कुछ दवाओं को कंट्रोल करके इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बनाने में मदद कर सकती है। कई गंभीर मामलों में इलेक्ट्रोलाइट लेवल बैलेंस करने के लिए मरीज को अस्पताल में भर्ती भी करना पड़ सकता है।
2. शराब का सेवन कम करना
इलेक्ट्रोलाइट लेवल कम होने के पीछे शराब का सेवन भी बड़ा कारण है। इसलिए एल्कोहोल के सेवन पर कंट्रोल करके इसे बैलेंस किया जा सकता है।
3. लाइफस्टाइल में बदलाव
आपका अनहेल्दी लाइफस्टाइल इलेक्ट्रोलाइट लेवल बिगड़ने का बड़ा कारण होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक अपनी डाइट और वर्कआउट रिजिम में बदलाव आपको फायदा दे सकता है।
4. एक्सपर्ट से सलाह लें
हर किसी के लिए इलेक्ट्रोलाइट लेवल कम होने का कारण अलग-अलग हो सकता है। इसलिए मुख्य लक्षण नज़र आते ही एक्सपर्ट से सलाह लें।
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