इसमें कोई दोराय नहीं कि चमकते हुए दांत स्वस्थ शरीर का संकेत है। मगर दांतों में धीरे धीरे बढ़ने वाला पीलापन चिंता का कारण बनने लगते हैं। दरअसल, लाइफस्टाइल में आने वाले बदलाव दांतों की ब्राइटनेस को फीका कर देते हैं। दांतों की चमक को दोबारा पाने के लिए डेंसिट सिटिंग से लेकर कई रेमिडीज़ का प्रयोग किया जाता है। इसे दांत और मसूढ़े स्वस्थ तो रहते हैं, मगर दांतों चमक को लॉन्ग लास्टिंग बनाए रखने के लिए आहार में कुछ खास फल और सब्जियों को शामिल करके इस समस्या को हल किया जा सकता है।
रोजमर्रा के जीवन में स्मोकिंग, अल्कोहल इनटेक, कार्बोनेटिड बेवरेजिज़ और शुगरी फूड का इनटेक बढ़ाने से दांतों पर प्लाक की परत जम जाती है। इसे दांतों के रंग में बदलाव नज़र आने लगता है। अमेरिकन अकेडमी ऑफ कॉस्मेटिक डेटिसटरी के अनुसार हेल्दी खाद्य पदार्थों का सेवन करने से दांतों और मसूढ़ों को हार्मफुल बैक्टीरिया से बचाने में मदद मिलती है। इसके अलावा दांतों पर प्लाक की समस्या से भी बचा जा सकता है।
इस बारे में डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा का कहना है कि दांतों की चमक के साथ दांतों की मज़बूती का ख्याल रखना आवश्यक है। मज़बूत दांतों और मसूढ़ों से दांतों की ब्राइटनेस बढ़ने लगती है। इसके लिए आहार में विटामिन ए, सी और ई के अलावा प्रोटीन, कैल्शियम और फासफोरस से भरपूर फल और सब्जियों को शामिल करे। इससे दांतों पर जमने वाली प्लाह की समस्या को सुलझाने में मदद मिलती है।
ब्रोकली का सवेन करने से शरीर को विटामिन सी की प्राप्ति होती है जिससे दांत और मसूढ़े स्वस्थ रहते हैं और पीरियडोंटल बीमारी का खतरा कम हो जाता है। इसमें मौजूद विटामिन ए और बीटा कैरोटीन की मात्रा प्लाक के खतरे को कम कर इनेमल को मज़बूत बनाता है।
लोटस स्टेम यानि कमल ककड़ी में विटामिन सी की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे दांतों में बढ़ने वाले संक्रमण और दांतों के पीलेपन से बचने में मदद मिलती है। जिंक, मैग्नीशियम, कॉपर और आयरन समेत एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा पाइ जाती है। इसमें मौजूद फोलेट, नियासिन और थियामिन दांतों की मज़बूती को बढ़ा देते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त रखने में मदद मिलती है। साथ ही दांतों में होने वाली ब्लीडिंग की समस्या भी हल होने लगती है।
विटामिन ए, सी, बीटाकैरोटीन, कैल्शियम और मैगनीशियम से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियां दांतों की जड़ों को मज़बूत बनाती है, जिससे समय के साथ दांतों में नज़र आने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है। पालक, केल, मेथी और चौलाई दांतों में दर्द और प्लाक को दूर करते हैं। विटामिन और मिनरल से भरपूर इन सब्जियों से स्वास्थ्य संबधी अन्य समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।
सेलेरी का सेवन करने से शरीर में विटामिन ए और सी की कमी पूरी होती है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व टुथ इनमेल की रक्षा करते है। सेलेरी चबाने से मुंह में अधिक लार का उत्पादन करने में मदद मिलती है। इससे दांतों के ईर्द गिर्द बनने वाले प्लाक को रोका जा सकता है। इसके सेवन से दांतों को प्राकृतिक रूप से साफ रखने में मदद मिलती है। एनआईउच के रिसर्च के अनुसारए सेले री का रस दांतों की सड़न और मसूड़ों को कम करने में मदद करता है।
दांतों की सेहत को बनाए रखने के लिए फलों और सब्जियों के अलावा सीड्स और नट्स का सेवन भी आवश्यक है। बादाम, काजू, अखरोट और सीड्स में एक्सफोलिएटिंग गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर में कैल्शियम और प्रोअभ्न की कमी पूरी होती है, जिससे दांत मज़बूत बनते हैं और उनकी चमक भी बरकरार रहती है। गर्मियों में सीड्स और नट्स को भिगोकर खाने से शरीर स्वस्थ बना रहता है।
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