कान शरीर के सबसे संवेदनशील आंगों से एक है। ये इतना संवेदनशील है कि इसमें छोटी सी खुजली या इरिटेशन आपको परेशान कर सकता है। वाकई में हम सभी ने कभी – न – कभी महसूस किया होगा कि कान की खुजली सारे काम छोड़ने पर मजबूर कर देती है। और हम बस हाथ में ईयर बड लेकर बैठ जाते हैं।
हम सभी को लगता है कि ईयर वैक्स के कारण खुजली हो तो यह ईयर बड (Ear Bud) की मदद से दूर हो सकती है। मगर ऐसा नहीं है, ईयर बड आपके कान की खुजली बढ़ा भी सकता है। जाने अंजाने में हम सब कान की गंदगी (Ear Wax) दूर करने के लिए ईयर बड का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये कान के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। तो जानें क्या है कान साफ करने का सही तरीका (How to Clean Your Years)।
इस बार में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए हमने अपोलो क्लिनिक, इंदिरानगर, बेंगलुरु की सलाहकार ईएनटी और एलर्जी विशेषज्ञ डॉ श्रुति मंजूनाथ, से बात की। चलिये उनसे जानते हैं कि ईयर बड इस्तेमाल करने के क्या साइड इफैक्ट हो सकते हैं।
ईयर बड कानों को बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण के लिए संवेदनशील बना देता है। इसके अलावा क्यू-टिप्स के रेशे भी फंगल रूगाणुओं का कारण बन सकते हैं।
ईयर कैनाल सीधा नहीं होता है। इसलिए ईयर बड का बार – बार इस्तेमाल करने पर कानों में इरिटेशन हो सकता है। साथ ही, इससे चोट लगने का खतरा होता है।
कॉटन बड्स वैक्स को और अंदर तक धकेल सकते हैं क्योंकि बड्स का आकार वैक्स को ईयर कैनाल से बाहर आने के लिए ज्यादा जगह नहीं देता है। इससे वैक्स जमा हो सकता है।
पुराने जमाने में भी कानों को साफ करने के लिए अक्सर कानों में गुनगुना तेल डाला जाता था। आप भी कॉटन बड का इस्तेमाल करने के बजाय कानों में सरसों का तेल गुनगुना करके डालें।
कान में तेल डालने के लिए बस एक या दो ड्रॉप ही काफी है। इसलिए बस कान में तेल डालें और कुछ देर बाद एक साफ कपड़ा लेकर कान को हल्का साफ कर लें। ये भी कान से मैल निकालने का अच्छा तरीका है। साथ ही, इससे किसी भी तरह की खुजली कम हो जाएगी। इन्फेक्शन भी दूर रहेगा।
इसके अलावा आप हर 2 – 3 महीनों में ईएनटी स्पेशलिस्ट के पास जाकर भी अपना कान साफ करा सकती हैं।
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