scorecardresearch

Durga Ashtami 2022 : जानिए व्रत के दौरान कैसे रखना है अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल

ब्लड शुगए लेवल कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है, खासकर व्रत के दौरान। मगर आप चिंता न करें क्योंकि हम बता रहे हैं कुछ टिप्स जो आपको दुर्गा अष्टमी के दिन इसे कंट्रोल करने में मदद करेंगी।
Updated On: 20 Oct 2023, 09:36 am IST
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
blood sugar control karne ka sahi tareeka
मधुमेह को नियंत्रित रखना ज़रूरी है। चित्र : शटरस्टॉक

नारात्रि (Navratri 2022) शुरू हो चुकी हैं और हर कोई आपको 9 दिनों के व्रत रखते हुये नज़र आ जाएगा। नारात्रि के 9 दिनों तक चलने वाले व्रत (Navratri vrat 2022) काफी परहेज़ और नियम धर्म के साथ रखे जाते हैं। ऐसे में हमें लगता है कि हम व्रत रख रहे हैं तो ये हेल्दी होगा, लेकिन व्रत के दौरान अगर ध्यान न दिया जाए सबसे ज़्यादा अनहेल्दी स्नैकिंग (Unhealthy Snacking) हो सकती है। इसकी वजह से उन लोगों को समस्या हो सकती है, इन्हें डायबिटीज़ या ब्लड प्रैशर की समस्या है।

जिन लोगों को ब्लड शुगर की समस्या रहती है, उन लोगों के लिए व्रत के दिन थोड़े जोखिम भरे हो सकते हैं। क्योंकि काफी बार हम जो खा रहे होते हैं उसपर ध्यान नहीं देते हैं। हमें लगता है कि व्रत का खाना है तो हेल्दी ही होगा।

मगर जैसा हम सोचते हैं ये उससे अलग होता है क्योंकि व्रत के दिनों में हमारा रूटीन हर दिन से अलग होता है। हमारा खानपान बदल जाता है। सुबह की पूजा से पहले हम अक्सर कुछ नहीं खाते हैं। इन सब की वजह से ब्लड शुगर (Blood Sugar) पर लेवल पर काफी असर पड़ सकता है।

तो आइए जानते हैं कि व्रत के दिनों में अपने ब्लड शुगर को कैसे नियंत्रित रखें

हर दो या तीन घंटे में कुछ खाएं

व्रत के दौरान अक्सर हम सोच लेते हैं कि यदि दिन में कुछ नहीं खाएंगे तो भी चलेगा। मगर ये आपके ब्लड शुगर लेवल में उतार चढ़ाव का कारण बन सकता है जिसकी वजह से आपको कमजोरी या थकान महसूस हो सकती है। हम सोच लेते हैं कि व्रत है तो कम खाना चाहिए, लेकिन ऐसा सोचने के बजाय हर 2 – 3 घंटे में कुछ न कुछ हेल्दी खाते रहें, कम मात्रा में ही सही।

कभी एक मुट्ठी मखाने तो कभी एक मुट्ठी नट्स, एक फल या दही केला। ऐसा करने की वजह से भारी भी महसूस नहीं होगा और ब्लड शुगर भी नियंत्रित रहेगा।

शरीर को डिहाइड्रेट न होने दें

शरीर में पानी की कमी समस्या का कारण बन सकती है, इसलिए व्रत के दौरान डिहाइड्रेशन से बचें। इससे ब्लड शुगर लेवल पर तो असर पड़ता ही है बल्कि, किडनी भी प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में चाय, दूध, नारियल पानी का सेवन करते रहें। चाय ज़्यादा न पिएं नहीं तो इससे भी परेशानी हो सकती है।

hydrated hona jaruri hai
पानी न पीने के हो सकते हैं कई नुकसान, चित्र: शटरस्टॉक

कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला खाना खाएं

हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद, रागी, जवार जैसे फूड्स को अपने आहार में शामिल करें। इन सभी चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। जिसका मतलब है कि ये फूड्स शरीर में धीरे – धीरे घुलते हैं अचानक से ब्लड शुगर स्पाइक का कारण नहीं बनते हैं। इसलिए अपने आहार में इन्हें शामिल करना एक सही उपाय है।

Pollपोल
स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?

क्या मधुमेह वाले लोगों के लिए उपवास रखना सुरक्षित है?

हां, कुछ मामलों में, मगर, यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। अंत में, उपवास रखना या न करना एक व्यक्तिगत निर्णय है। यदि आप व्रत रखने का निर्णय लेती हैं, तो आपको अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए और सही सलाह लेनी चाहिए।

यह भी पढ़ें : व्रत में कहीं आप भी तो ओवरईटिंग नहीं कर रहीं? फास्टिंग में फैट बर्न करने के लिए याद रखें ये 5 टिप्स

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

अगला लेख