केमिकल्स के अतिरिक्त इस्तेमाल से बालों का टूटना और झड़ना एक आम समस्या है। कभी कलरिंग तो कभी स्ट्रेटनिंग हेयरफॉल और फ्रिज़ीनेस को बढ़ा देता है। यूं तो इन समस्याओं से बचने के लिए बाज़ार में कई तरह के शैम्पू उपलब्ध हैं, मगर बालों को पोषण प्रदान करने के लिए घर पर दही से तैयार हेयरमास्क कारगर साबित होते हैं। इससे हेयरलॉस से बचा जा सकता है और बालों की शाइन व मज़बूती बनी रहती है। बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए इस तरह से करें दही से हेयर मास्क तैयार। पहले जान लें इससे बालों को मिलने वाले फायदे (DIY curd hair mask) ।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार दही में फैटी एसिड की मात्रा पाई जाती है। इससे बालों में बढ़ने वाली डेड स्किन सेल्स की समस्या को दूर करके ऑक्सीजन रिच सेल्स बूस्ट करने में मदद मिलती है। इससे बालों का टैक्सचर मुलायम और शाइनी बनने लगता है। इसमें मौजूद लेक्टिक एसिड बालों को मॉइश्चराइज़ रखने में मदद करता है।
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स और विटामिन बी 12 की मात्रा हेयर फॉलिकल्स की मज़बूती को बढ़ाकर स्कैल्प की नमी को बरकरार रखते है। इसमें पाए जाने वाले फैटी एसिड बालों को ताकत प्रदान करते हैं, जिससे बाल मुलायम और घने बने रहते हैं। दही हेयर मास्क से बालों में नमी को लॉक करके टूटने और झड़ने की समस्या को कम कर देते हैं।
बालों पर साबुन और शैम्पू का लगातार इस्तेमाल स्कैल्प की त्वचा को नुकसान पहुंचाता है, जिससे डेड स्किन सेल्स की समस्या बढ़ती है और दो मुंहे बालों का भी सामना करना पड़ता है। झड़ते बालों की समस्या से बचने के लिए विटामिन और मिनरल्स से भरपूर दही बालों को पोषण प्रदान करता है और बालों की डैंसिटी में सुधार आने लगता है।
वातावरण में बढ़ने वाली उमस और स्कैल्प पर मौजूद माइक्रोऑरगेनिज्म की मात्रा सीबम को एकत्रित करने लगती है। इससे स्कैल्प ऑयली रहता है, जो रूसी और एक्ने की समस्या का कारण बनने लगता है। इससे हेयरग्रोथ भी प्रभावित होती है। दही में मौजूद लेक्टिक एसिड स्कैल्प की नरिशमेंट में मददगार साबित होता है।
ऑयली स्कैल्प इचिंग की समस्या को बढ़ा देता है। दरअसल, बालों में बढ़ने वाली एलर्जी इस समस्या का कारण बनने लगती है। ऐसे में बालों पर केमिकल युक्त प्रोडक्टस को दही से रिप्लेस करके स्किन के पीएच बैलेंस को मेंटेन करने में मदद मिलती है। इससे बालां का वॉल्यूम बढ़ने लगता है।
दही में मौजूद प्रोटीन की मात्रा को ऑलिव ऑयल के साथ कंबाइन करने से हेयर क्यूटिकल्स को मज़बूती मिलती है और उसमें मॉइश्चर सील हो जाता है। एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों से भरपूर 1 चम्मच ऑलिव ऑयल को आधा कप दही में मिलाएं और इसे बालों के बीचों बीच लगा दें। 30 मिनट तक बालों को बांधकर रखें उसके बाद बालों को माइल्ड शैम्पू की मदद से धो लें।
आंवलें में विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है। इससे बालों में फ्री रेडिकल्स का खतरा कम होने लगता है और हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती मिलने लगती है। आंवला बालों के लिए हेयर टॉनिक के रूप में कार्य करता है। दही में आंवले के पाउडर को मिलाकर पेस्ट बना लें और फिर उसे स्कैल्प पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक बालों में लगा रहने दें और फिर बालों को धो दें।
अमीनो एसिड से भरपूर एलोवेरा जेल से बाल हाइड्रेट रहते हैं। इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल की मात्रा बालों के इर्द गिर्द प्रोटेक्टिव लेयर बिल्ड करती है, जिससे बालों का टूटना कम हो जाता है। एलोवेरा जेल को दही में मिलाकर बालों में लगाने से बालों की शाइन बरकरार रहता है। आधा कटोरी दही में 2 चम्मच एलोवेरा जेल मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं।
एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर दही में मिलाएं और बालों में लगाएं। इससे बालों का टूटना कम होता है। नीम की पत्तियों में मौजूद बीटा कैरोटीन और प्रोटीन की मात्रा बालों की डेंसिटी को बढ़ाने में मददगार साबित होती है।