ड्राई आई के लिए कर रहीं हैं आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल, तो एक्सपर्ट से जानिए कुछ जरूरी सावधानियां

सर्दियों की ठंडी हवाएं आपकी त्वचा ही नहीं, बल्कि आपकी आंखों को भी खुश्क बना देती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप इन्हें मॉइश्चराइज करने की तरफ भी ध्यान दें।
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डॉक्टर के बताए आई ड्रॉप्स और ल्यूब्रीकेंटस को रूटीन में प्रयोग करें। चित्र : अडोबी स्टॉक
Dr. Manisha Dwivedi Published: 19 Jan 2023, 04:07 pm IST
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मानव के शरीर में सबसे कोमल अंग आंख को ही माना जाता है। फिर भी ज्यादातर लोग सही मायनों में आंखों की देखभाल पर ध्यान नहीं दे पाते। ठंड के आते ही हम अपनी रूखे त्वचा से मुक्त होने के लिए तो कई तरह के क्रीम या देशी नुस्खे अपनाते हैं, पर इसी रूखी हवा से प्रभावित होने वाली अपनी आंखों पर ध्यान नहीं देते। जबकि ड्राई आई न केवल आपकी प्राेडक्टिविटी को प्रभावित करती हैं, बल्कि यह भविष्य में कई और समस्याओं का भी कारण बन सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी आंखों को रूखेपन से बचाने के लिए सही लुब्रिकेंट या आई ड्रॉप (Lubricants eye drops) का इस्तेमाल करें। आइए जानें कि इन्हें चुनने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

प्रदूषण की वजह से जितना नकारात्मक प्रभाव हमारे हृदय पर पड़ता है, उतना ही हमारी आंखों पर भी पड़ता है। इसके बावजूद हम प्रदूषण से बचाव के लिए मुंह और नाक पर मास्क लगाते हैं। मगर सबसे कीमती आंखों में होने वाले रूखेपन को हमेशा नज़रंदाज़ कर देते हैं। जिसके कारण एक समय के बाद आंखों में रूखेपन की समस्या इतनी बढ़ जाती है कि इसका असर हमारे दैनिक जीवन पर पड़ने लगता है।

ये लक्षण बताते हैं कि ड्राई हो रहीं हैं आपकी आंखें (Symptoms of dry eyes)

मानव की आंखों में प्राकृतिक रूप से आंसू आना स्वाभविक है। लेकिन अत्याधिक कंप्यूटर के उपयोग, रूखी हवा, शारीरिक थकान समेत कई अन्य कारणों से आंखों से प्राकृतिक आंसू नहीं आते हैं। जिसके कारण आंखों मे जलन, आंखों मे खुजली होने जैसी समस्या शुरू हो जाती है।

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आंसू आपकी आंखों को प्राकृतिक रूप से मॉइश्चराइज रखते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

आसान भाषा में समझे तो मानव के आंखों को मॉइस्चराइज होने के लिए प्राकृतिक आंसू की आवश्यकता होती है। जब प्राकृतिक आंसू नहीं बनता, तो इस तरह की समस्या आनी शुरू हो जाती है। ऐसी समस्या उत्पन्न होते ही आपको नेत्र चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि इसका अर्थ है कि आपकी आंखें ड्राई हो रहीं हैं। इसे नजरंदाज करना आपके लिए जोखिमकारक हो सकता है।

ऐसे रख सकते हैं आंखों को रूखेपन से मुक्त

मनुष्य अपना सभी कार्य आंखों की मदद से ही कर सकता है। अगर आंखों में परेशानी आनी शुरू हो जाती है, तो लोगों की दिनचर्या पर इसका प्रभाव पड़ना शुरू हो जाता है। मूल रूप से आंखों में परेशानी आने के कारण आप एक जगह ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। अक्सर आपकी आंखें बिना किसी कारण के लाल दिखती हैं। इन समस्याओं के निराकरण के लिए आप लुब्रिकेंट आईड्रॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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कैसे काम करते हैं आई लुब्रिकेंट्स 

इसके इस्तेमाल से आपकी आंखें साफ और स्वच्छ रहती है। लुब्रिकेंट आईड्रॉप का कार्य आपकी आंखों में नमी बनाए रखना होता है। इसका उपयोग ज्यादातर रूखे हवा के कारण आने वाली समस्या के निदान के लिए किया जाता है। नेत्र चिकित्सक के परामर्श के बाद ही लुब्रिकेंट आईड्रॉप का इस्तेमाल करना चाहिए।

चिकित्सक के परामर्श की आवश्यकता इसीलिए भी होती है क्योंकि सभी सूखी आंखों की समस्या के निदान के लिए एक ही तरह के आईड्रॉप का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। कुछ रूखी आंखों के लिए आपको जैल या मरहम का भी इस्तेमाल करना पड़ सकता है। इसके इस्तेमाल से आपकी आंखें सामान्य से अधिक समय तक रुखेपन से मुक्त रह सकती हैं।

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यह ध्यान रखें कि आपकी आंखों को किस तरह के आई ड्रॉप की जरूरत है। चित्र : अडोबी स्टॉक

लुब्रिकेंट आईड्रॉप के इस्तेमाल में इन 4 बातों का रखें ध्यान 

  1. आमतौर पर लुब्रिकेंट आईड्रॉप के इस्तेमाल की पूरी प्रक्रिया आपको लेबल पर अंकित मिल जाएगी। लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले कई बातों पर खासा ध्यान रखना पड़ेगा। संबंधित प्रोडक्ट का इस्तेमाल कितनी बार करना है, इस पर खास ध्यान देना होगा। जैसे कि अगर आप आईड्रॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप दिन में कई बार आईड्रॉप को उपयोग में ला सकते हैं।
  2. वहीं मरहम का इस्तेमाल सोने के समय करने को कहा जाता है। जिससे आपको दैनिक क्रिया में तकलीफ ना हो। फिर भी इसे इस्तेमाल करने से पहले संबंधित चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।
  3. इसके अलावा आईड्रॉप या जैल के इस्तेमाल के समय हाथों की साफ-सफाई के साथ ही डब्बे के ढक्कन को मजबूती से बंद करना भी जरूरी है। इसके अलावा जब आप इसका उपयोग करें, तो ड्राप आंख में डालने के बाद कुछ देर तक सर को पीछे की तरफ झुकाये रखें। जिससे दवा आंख से बाहर न आ पाए। ध्यान रहे कि ड्राॅप डालने से पहले उसे अच्छे से हिला लें।
  4. साथ ही जब उसे आंखों में डालें, तो ध्यान रखें कि वह पूरी आंख में आसानी से फैल पाए। इसके लिए आईड्रॉप आंख में डालने के बाद अपनी आंखों को बंद करके सभी दिशाओं में धीरे-धीरे घुमाएं। वहीं जो व्यक्ति चश्मा या कांटेक्ट लेंस का उपयोग करता है, उसे लुब्रिकेंट आईड्रॉप के इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श लेना जरूरी है।

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Dr. Manisha Dwivedi is senior eye specialist at Sharp Sight Eye Hospitals. ...और पढ़ें

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