पर्सनलाइज्ड कंटेंट, डेली न्यूजलैटरससाइन अप

Promise Day : अपनी सेहत और खुशी के लिए अपने आप से करें ये 10 वादे, नहीं होगी दूसरों से शिकायत

अगर आप वाकई अपने पार्टनर को प्यार करते हैं और उसे हमेशा खुश देखना चाहते हैं, तो इस खास दिन कुछ ऐसे वादे करने का मन बनाएं, जो न केवन आप दोनों के जीवन में खुशी का कारण बन जाए बल्कि उससे लाइफॅस्टाइल को भी हेल्दी बनाया जा सके।
रियल प्रॉमिस करने से जहां लोगों की मेंटल हेल्थ बूस्ट होती है। वहीं उससे निर्णय लेने की क्षमता में भी सुधार आने लगता है। चित्र – अडोबीस्टॉक
Published On: 10 Feb 2025, 04:21 pm IST

एक दूसरे के प्रति प्यार और अपनापन बरकरार रखने के लिए रिलेशनशिप में अक्सर लोग उपहार देते हैं और कई तरह के वादे करने लगते हैं। मगर असल में उन वादों की उम्र बहुत लंबी नहीं होती है, क्यों कि बहुत से प्रॉमिस (Promise Day) ऐसे होते हैं, जिन्हें पूरा करने का न तो समय मिलता है और न हीं उसका वास्तविक जीवन से कोई संबध होता है।

अगर आप वाकई अपने पार्टनर को प्यार करते हैं और उसे हमेशा खुश देखना चाहते हैं, तो इस खास दिन कुछ ऐसे वादे करने का मन बनाएं, जो न केवन आप दोनों के जीवन में खुशी का कारण बन जाए बल्कि उससे लाइफॅस्टाइल को भी हेल्दी बनाया जा सके। फिर देर किस बात की अगर आप भी लव लाइफ को स्मूद बनाए रखना चाहती हैं, तो इस प्रॉमिस डे (Promise Day) पर अपने पार्टनर के साथ इन 10 वादों को करना न भूलें।

हर अच्छे बुरे वक्त में एक पार्टनर का समर्थन मिलने से जीवन आसान लगने लगता है। वैलेंटाइन वीक की शुरूआत हो चुकी है। इस लव वीक में रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए सभी कपल्स इस सप्ताह के पांचवें दिन प्रॉमिस डे (Promise Day) मनाकर अपने रिश्ते को नए मकाम तक पहुंचाते हैं। साथ ही जीवनभर साथ रहने का वादा भी करते हैं। 11 फरवरी को मनाए जाने वाले इस खास दिन को अगर आप भी जीवन भर के लिए मजबूत बनाना चाहती हैं, तो इन वादों को ज़रूर पूरा करें।

प्रॉमिस डे का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

इस बारे में मनोचिकित्सक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि अधिकतर लोग इस सप्ताह में फेक प्रॉमिस (Promise Day) करने लगते हैं। मगर रियल प्रॉमिस करने से जहां लोगों की मेंटल हेल्थ बूस्ट होती है। वहीं उससे निर्णय लेने की क्षमता में भी सुधार आने लगता है। वे लोग जो वादे (Promise Day) करके उसे निभाते हैं , उससे रिश्ते में सकारात्मकता बढ़ जाती है। साथ ही रिलशनशिप सस्टेन रहता है। दूसर तरफ झूठे वादे व्यक्ति की मानसिक स्थिति को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे बिहेवियरल प्रॉबल्म बढ़ जाती है और मेंटल शॉक का जोखिम बढ़ जाता है।

झूठे वादे व्यक्ति की मानसिक स्थिति को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे बिहेवियरल प्रॉबल्म बढ़ जाती है और मेंटल शॉक का जोखिम बढ़ जाता है।

पहले जान लेते हैं प्रॉमिस डे पर किए जाने वाले वादे (10 Promises for healthy relationship)

1. कड़वी यादों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने का वादा करें

जीवन में छोटी छोटी बातें तनाव का कारण बनने लगती है। ऐसे में चीजों को छोड़ देना ही बेहतर है। दरअसल, साथी के साथ हुए मनमुटाव के बारे में बार बार सोचने से मानसिक स्वास्थ्य पर उसका प्रभाव दिखने लगता है। इसके चलते व्यक्ति की कार्यक्षमता पर उसका प्रभाव नज़र आने लगता है। ऐसे में चीजों को मन बैठाने की जगह विचारों को मुक्त कर दें। इससे तन और मन में एनर्जी का स्तर बना रहता है। खुद को हेल्दी रखने के लिए अपने साथी से पुरानी चीजों को भूलकर आगे बढ़ने का वादा करें (Promise Day)।

2. सीमाओं का ख्याल रखें

रिश्ते की गरिमा को बनाए रखने के लिए सीमाओं का ख्याल रखें। इससे रिलेशनशिप में मज़बूती बढ़ने लगती है। प्रॉमिस डे के इस मौके पर अपने रिश्ते की सीमाओं को समझें और उसमें रहकर कोई भी फैसला लें। पार्टनर की रिस्पेक्ट को बनाए रखने के लिए बाउंड्रींज़ को सेट कर लें। फिर चाहे वो बातचीत को तरीका हो या डिसीज़न मेकिंग।

3. बेहतर श्रोता बनें

बोलने के अलावा सुनना भी रिश्तों की मज़बूती का संकेत देता है। बात बात पर खुद को साबित करने की आदत टॉक्सिक रिश्ते का प्रमाण होती है। ऐसे में बेहतर श्रोता बनने का वादा करें, जिससे रिश्तों में सकारात्मकता बढ़ने लगती है और पार्टनर को समझने का भी मौका मिलता है। साथ ही ज्ञान में भी बढ़ोतरी होने लगती है और क्वालिटी टाइम बिताने का समय मिल जाता है।

बोलने के अलावा सुनना भी रिश्तों की मज़बूती का संकेत देता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

4.अपनी खुशियों की ज़िम्मेदारी स्वय लें

अधिकतर लोग अपने दुख का बोझ अन्य लोगों के कंधों पर डालने से नहीं हिचकिचाते हैं। इससे मन में भ्रम, चिंता और तनाव की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में अन्य लोगों या खासतौर से पार्टनर से ढ़ेर सारी उम्मीदें लगाने की जगह खुद को खुश रखने का स्वंय प्रयास करें। इससे व्यवहार में सकारात्कता बढ़ने लगती है और दूसरों पर किसी भी प्रकार की निर्भरता से बचा जा सकता है।

5. पुराने रिश्तों के बोझ को लेकर न चलें

पास्ट रिलेशनशिप्स के कारण अपने वर्तमान को खराब न करें। बेहतर भविष्य के लिए पुराने रिश्तों को मन से निकालकर प्रेजेंट रिलेशन में खुद को खुश रखने का प्रयास करें। इससे साथी के प्रति प्रेम औश्र स्नेह की भावना बढ़ने लगती है। अपने आप से वादा करें कि अपने कल को आज पर हावी नहीं होने देंगी। वैलेंटाइन वीक को अपने साथी के साथ सेलिब्रेट करें और प्रॉमिस डे (Promise Day) पर उससे आज में जीने का वादा करें।

6. तुलना करने से बचें

अक्सर कुछ लोग अपने लाइफस्टाइल से लेकर अपने पार्टनर की तुलना अन्य लोगों से करने लगते है, जिससे रिश्तों में खोखलापन बढ़ने लगता है। ऐसे में अपने पार्टनर को रिस्पेक्ट दें और उसके आचरण से लेकर उसकी आदतों को अपनाएं। प्रॉमिंस डे (Promise Day) पर अपने पार्टनर से तुलना न करने का वादा करें। इससे रिश्तों में मिठास बढ़ने लगती है।

7. वर्कलाइफ बैलेंस मेंटेन करें

ऑफिस और घर में तालमेल को बैठाने की दौड़भाग में व्यक्ति खुद के लिए समय नहीं निकाल पाता है। मगर जीवन में खुशहाली को बढ़ाने के लिए मी टाइम बेहद आवश्यक है। इसके लिए वर्कलाइफ बैलेंस बनना ज़रूरी है। दरअसल, वे लोग जो खुद को समय देते है, उससे उनकी वर्क प्रोडक्टीविटी से लेकर उनके व्यवहार तक हर चीज़ में बदलाव नज़र आने लगता है। इस प्रॉमिस डे पर खुद से अपनी वर्कलाइफ को संतुलित करने का वादा करें।

ऑफिस और घर में तालमेल को बैठाने की दौड़भाग में व्यक्ति खुद के लिए समय नहीं निकाल पाता है। चित्र शटरस्टॉक।

8. जंक फूड से दूरी बनाकर रखें

आहार में प्रोसेस्ड व जंक फूड को शामिल करने से पोषक तत्वों का अवशोषण कम होने लगता है, जिससे शरीर में पोषण की कमी का सामना करना पड़ता है। जहां कैल्शियम की कमी बोन डेंसिटी को कम करती है, तो विटामिन ई से मसल्स वीकनेस और अनीमिया का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा विटामिन डी की कमी लंग्स प्रॉबल्म को बढ़ा देती है। ऐसे में खुद से मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन करने का फैसला करें।

9. ग्रैटिट्यूड का नियमित अभ्यास करें

जीवन में बेहतर परिणाम पाने के लिए हर स्थिति से लेकर हर छोटी बड़ी वस्तु और व्यक्ति के प्रति थैंकफुल बने रहें। इससे जीवन में बढ़ने वाला तनाव, चिता औश्र एंग्ज़सइटी से बचा जा सकता है। इससे सकारात्मक मानसिकता बढ़ने लगती है। इससे जीवन में नए मौके प्राप्त होते हैं और खुशहाली बढ़ने लगती है।

10. खुद को सुपरपावर समझने की गलती न करें

हर व्यक्ति में गुण और अवगुण पाए जाते हैं। ठीक उसी तरह से इस बात को समझना भी ज़रूरी है कि हर व्यक्ति हर कार्य के लिए नहीं बना है। ऐसे में सभी कार्यों को करने की जिम्मदारी लेना और फिर उन्हें खुद करने की कोशिश बर्नआउट का कारण बन जाती है। ऐसे में आवश्सकतानुसार कार्य करें और खुद को तनाव रहित रखने का प्रयास करें।

यह भी पढ़ें-  क्या इस वैलेंटाइन सीजन में आपका दिल भी टूट गया है? तो ये 5 तरीके करेंगे इससे निपटने में आपकी मदद 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

लेखक के बारे में
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

अगला लेख