मानसून के दिनों में त्वचा का चिपचिपापन बना रहता है। बार बार फेसवॉश के बावजूद भी स्किन पर ऑयल नज़र आने लगता है। दरअसल, हवा में मौजूद पॉल्यूटेंट्स और नमी से स्किन पर डस्ट पार्टिकल्स एकत्रित होने लगते हैं, जिससे बार बार एक्ने (acne problem) का सामना करना पड़ता है। एक्ने और ब्रेकआउट से राहत पाने के लिए तरह तरह के फेसवॉश और केमिकल युक्त प्रोडक्टस की मदद ली जाती है। इससे त्वचा का रूखापन बढ़ने का खतरा बना रहता है। ऐसे में घरेलू नुस्खे मुहांसों (tips to treat acne) से छुटकारा दिलवाने के साथ स्किन के लिए कई प्रकार से मददगार साबित होते हैं। जानते हैं एक्ने से राहत पाने के लिए आसान उपाय (Home remedies for acne)।
डर्माटोलॉजी कंसल्टेंट, हिन्दुजा हास्पिटल, डॉ रैना नाहर बताती हैं कि मानसून के मौसम में त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल से हेयर फॉलिकल्स में ऑयल और डेड स्किन सेल्स एकत्रित होने लगते हैं। इसके चलते व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स का सामना करना पड़ता है, जिससे मुहांसों का सामना (tips to cure pimples) करना पड़ता है।
चेहरे के अलावा पीठ और फारहेड पर भी मुहांसों (acne problem) का खतरा रहता है। दरअसल, त्वचा की वसामय ग्रंथियां सीबम सिक्रीशन का कारण साबित होती हैं। इससे एक्ने का खतरा बना रहता है। ऐसे में स्किन को एक्ने से बचाने के लिए (home remedies for acne) डीप क्लीजिंग के अलावा ऑयली स्किन के लिए जेल बेस्ड प्रोडक्टस का प्रयोग करना चाहिए।
संतरे के छिलकों को सुखाकर तैयार किए जाने वाले पील पाउडर में विटामिन सी की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे त्वचा की डीप क्लींजिंग में मदद मिलती है जिससे त्वचा के पोर्स में मौजूद उस्ट पार्टिकल्स को आसानी से रिमूव किया जा सकता है। इसके अलावा सीबम सिक्रीशन को भी नियत्रिंत किया जा सकता है। ऑरेंज पील पाउडर में शहद को मिलाकर चेहरे पर लगाने से स्किन एलर्जी से भी राहत मिलती है।
दूध में हल्दी को मिलाकर चेहरे पर लगाने से सन डैमेज से राहत मिलती है। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण त्वचा पर मौजूद डेड स्किन सेल्स की समस्या हल कर देते हैं। इससे स्किन स्मूद और क्लीन रहती है। इसके अलावा चेहरे पर मौजूद ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स से भी राहत मिल जाती है। सप्ताह में 2 बार इसे चेहरे पर लगाने से फायदा मिलता है।
स्किन को एक्ने से बचाने के लिए ग्रीन टी (Green tea bags for skin acne) बेहद कारगर है। इसके लिए ग्रीन टी बैग को गर्म पानी में कुछ देर तक डालकर रखें। 2 से 3 मिनट के बाद बैग को बाहर निकालकर ठंडा होने के लिए रखें। अब उसे एक्ने पर 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक रखें। इससे त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल कम होने लगता है और स्किन टाइटनिंग में मदद मिलती है। दरअसल, ग्रीन टी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंटस की मात्रा त्वचा को एक्ने और दाग धब्बों से मुक्त रखती है।
एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर टी ट्री ऑयल को अप्लाई करने से त्वचा पर बढ़ने वाली रेडनेस, बर्निंग सेंसेशन और एक्ने से राहत मिलती है। इसे लगाने से पहले नारियल या बादाम के तेल में कुछ बूंद एड कर लें और फिर ऑयल की थिन लेयर को चेहरे पर अप्लाई करें। इससे स्किन का रूखापन और इचिंग कम होने लगते हैं। टी ट्री ऑयल की मदद से स्किन (tea tree oil for skin) के ओवर सेबेशियस ग्लैंडस से मुक्ति मिल जाती है।
ओटमील में मॉइश्चराइजिंग, एक्सफोलिएटिंग और सूदिंग प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इससे त्वचा पर बढ़ने वाली एक्ने की समस्या कम होने लगती है और इरिटेशन से राहत मिलती है। इससे पोर्स में मौजूद गंदगी को रिमूव करके स्किन के टैक्सचर को इंप्रूव किया जा सकता है।
फिटकरी की मदद से एक्ने की समस्या (Fitkari for skin problems) को बढ़ाने वाले बैक्टीरिया को रिमूव करने में मदद मिलती है। इससे क्लॉग पोर्स की समस्या हल हो जाती है और ब्लैकहेड्स का खतरा कम होने लगता है। इसके लिए फिटकरी को पीसकर पाउडर (alum DIY hacks) बना लें और उसमें गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर लगाने से स्किन पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल को कम किया जा सकता है। इसके अलावा डार्क स्पॉट्स (fitkari for dark spots) को भी दूर किया जा सकता है।
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