हीमोग्लोबिन की कमी से ऑक्सीजन सर्कुलेशन पर पड़ता है असर, एक्सपर्ट दे रही हैं इन्हें बनाए रखने के कुछ प्रभावी टिप्स

हीमोग्लोबिन हमारे शरीर के सेल्स में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड को एक्सचेंज होने में मदद करता है। इसकी कमी तमाम स्वास्थ्य समस्यायों का कारण बन सकती है। चिंता न करें हम बता रहे हैं, इन्हें बूस्ट करने के कुछ प्रभावी उपाय।
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परेशानी से बचने के लिए हेल्दी खाएं और पिए। चित्र : शटरस्टॉक
Published On: 31 May 2023, 03:30 pm IST
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हीमोग्लोबिन एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है जो हमारे रेड ब्लड सेल्स में पाया जाता है। हीमोग्लोबिन के फंक्शन की बात करें तो यह हमारे शरीर के सेल्स में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड को एक्सचेंज होने में मदद करता है। ऐसे में शरीर में हीमोग्लोबिन की एक उचित मात्रा होना बहुत जरूरी है।

कई बार ब्लड प्लेटलेट्स और हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है, जिसकी वजह से कमजोरी, भूख की कमी, सिर दर्द, थकान, सांस लेने में तकलीफ, दिल की धड़कनों का बढ़ना, साथ ही चक्कर आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही यदि हीमोग्लोबिन का स्तर लगातार गिरता रहता है तो एनीमिया की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और टीवी की जानी-मानी हस्ती डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र ने हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए हैं (how to increase hemoglobin naturally)। तो चलिए जानते हैं आखिर किस तरह हम इसे मेंटेन रख सकते हैं।

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फ्लेवोनोइड्स जैसे बायोएक्टिव यौगिकों के कारण यह एंटी-डायरियल, एंटी बैक्टीरियल, हाइपोग्लाइसेमिक, ब्रोन्कोडायलेटर और कार्डियोटोनिक गुण वाला होता है। चित्र : एडोबी स्टॉक

हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करेंगे ये 5 एक्सपर्ट टिप्स (how to increase hemoglobin naturally)

1. हलीम ड्रिंक रहेगा असरदार

एक्सपर्ट के अनुसार हलीम के बीच में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। केवल एक चम्मच हलीम के बीज में लगभग 12 मिलीग्राम आयरन मौजूद होते हैं। हलीम ड्रिंक बनाने के लिए आधा कप पानी में एक चम्मच हलीम के बीज मिलाएं, इसमें दो चम्मच नींबू का रस डालें। नींबू के रस में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाई जाती है और विटामिन सी शरीर में आयरन को अवशोषित होने में मदद करती हैं।

अब इसे लगभग 2 घंटे के लिए ढककर छोड़ दें। इस लिक्विड में एक चम्मच पुदीने की पत्तियों से बना पेस्ट, 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर, 1/2 चम्मच जीरा पाउडर और पिंक साल्ट ऐड करें। इस ड्रिंक को सुबह खाली पेट पीना है। आप चाहें तो 1 दिन बीच कर या फिर नियमित रूप से इसका सेवन कर सकती हैं। यह शरीर में हीमोग्लोबिन की पर्याप्त मात्रा को बनाए रखते हुए एनीमिया की स्थिति में कारगर होता है।

2. आयरन और फोलेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें

यदि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है तो आपको अपनी डाइट में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने की आवश्यकता है। आयरन हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है जिसकी वजह से रेड ब्लड सेल्स का फॉर्मेशन होता है। वहीं फोलिक एसिड एक प्रकार का बी विटामिन कॉन्प्लेक्स है जो रेड ब्लड सेल्स को बनने में मदद करता है। फोलिक एसिड की कमी हीमोग्लोबिन के गिरते स्तर का कारण हो सकती हैं।

एक्सपर्ट के अनुसार पालक का नियमित सेवन आपके हीमोग्लोबिन के स्तर को बूस्ट करने में आपकी मदद कर सकता है। यह आयरन के साथ ही ऑक्सलेट का भी अच्छा स्रोत है। ऑक्सलेट शरीर में आयरन को अवशोषित होने में मदद करता है। ब्रोकली, चुकंदर इत्यादि भी इस स्थिति में आपके लिए फायदेमंद रहेंगे।

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3. आयरन ब्लॉकर्स को अवॉइड करें

यदि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है इस स्थिति में आपको आयरन ब्लॉकर्स से पूरी तरह से परहेज रखना चाहिए। कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो आयरन को शरीर में अवशोषित नहीं होने देते। कॉफी, चाय, कोला और अल्कोहल जैसे ड्रिंक से पूरी तरह से परहेज रखें। यह सभी ड्रिंक्स शरीर में आयरन को नहीं बनने देती।

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अगर आप खाने को बार बार रीहीट करेगें, तो फोलिक एसिड की कमी हीमोग्लोबिन के गिरते स्तर का कारण हो सकती हैं। चित्र : शटरस्टॉक

4. खाना पकाने के लिए आयरन के बर्तन का इस्तेमाल करें

यदि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है तो आयरन के बर्तन में खाना पकाएं। एक्सपर्ट के अनुसार यह खाद्य पदार्थों में आयरन की गुणवत्ता को बढ़ा देता है जिससे की आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन प्राप्त होता है। खासकर जो लोग एनीमिया से पीड़ित हैं उन्हें इसे जरूर फॉलो करना चाहिए।

5. शारीरिक सक्रियता भी है बेहद जरूरी

नियमित रूप से एक्सरसाइज करना और अन्य पसंदीदा शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से रेड ब्लड सेल्स का काउंट बढ़ता है। आपको इसके लिए कठिन एक्सरसाइज का अभ्यास नहीं करना है। जोगिंग, वॉकिंग, स्विमिंग, डांसिंग, साइकिलिंग जैसी सभी गतिविधियां शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बूस्ट करने में मदद करती हैं और ब्लड वॉल्यूम को बढ़ावा देती हैं।

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लेखक के बारे में

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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