दिन की शुरूआत एक कप ब्लैक टी से करने के बाद तन और मन एक्टिव बना रहता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स जहां एनर्जी को बूस्ट करते हैं। वहीं बालों की ग्रोथ बढ़ाने में भी मददगार साबित होते है। फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने वाले इस पेय पदार्थ को जहां पीने से फायदा मिलता है, तो वहीं इसे स्कैल्प पर अप्लाई करने से बालों से जुड़ी कई तरह की समस्याओं को भी हल किया जा सकता है। वे लोग जो मौसम बदलते के साथ बालों की फ्रिज़ीनेस से लेकर हेयरफॉल को लेकर परेशान हैं, उनके लिए ये बेहतरीन विकल्प है। जानते हैं ब्लैक टी (Black tea for hair) से बालों को मिलने वाले फायदे और अप्लाई करने का तरीका भी।
विले ऑनलाइन लाइब्रेरी के अनुसार 2007 कैफीन की मदद से बालों के रोम में मौजूद डीएचटी हार्मोन के प्रभाव को रोकने में मदद मिलती है। इसने बालों के शाफ्ट के अलावा जड़ें लंबी और चौड़ी हो जाती हैं। इसने एनाजेन अवधि यानि हेयरग्रोथ स्टेज में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है। इसमें थियाफ्लेविन और थेरुबिगिन जैसे पॉलीफेनोल पाए जाते हैं। इसके अलावा ब्लैक टी (Black tea for hair) एंटीऑक्सीडेंट का मुख्य स्रोत हैं।
रसोईघर में मौजूद सामान से ब्लैक टी को आसानी से तैयार किया जा सकता है। अब ठंडा करने के बाद बालों में अप्लाई करने से न केवल हेयरलॉस से मुक्ति मिलेगी बल्कि सफेद बालों की समस्या हल होने लगती है। जर्नल ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़ की रिर्पोट के अनुसार चाय सफ़ेद बालों को काला करने और हेयरफॉल से बचाता है। जानते हैं स्किन और हेयर एक्सपर्ट मंजू रावत से कि किस तरह ब्लैक टी (Black tea for hair) बालों को पहुंचाती है फायदा।
बालों के विकास के लिए ब्लैक टी (Black tea for hair) रिंस फ़ायदेमंद है। सप्ताह में 2 से 3 बार बालों को काली चाय से धोने से फॉलिकल्स की मज़बूती बढ़ने लगती है और डायहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन हार्मोन को रोकने में मदद मिलती है। दरअसल, इस हार्मोन से हेयरलॉस की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में ब्लैक टी इसको बढ़ने से रोकता है, जिससे हेयरलॉस की समस्या हल होने लगती है।
समय के साथ सफेद बालों की समस्या बढ़ने लगती है। ब्लैक टी (Black tea for hair) में मौजूद टैनिन बालों के शाफ्ट को पोषण प्रदान करता है और बालों का रंग ज्यों का त्यों बना रहता है। जर्नल ऑफ़ मेडिकल साइंसेज की रिपोर्ट के अनुसार काली चाय से क्लीजिंग करने से प्रीमेच्योर हेयर की समस्या हल हो जाती है और बालों का उचित रंग बना रहता है।
बालों के अलावा ब्लैक टी स्कैल्प के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। काली चाय में उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं और थियाफ्लेविन व थियारुबिगिन जैसे पॉलीफेनोल भी पाए जाते हैं। ये स्कैल्प पर बढ़ने वाले मुक्त कणों के प्रभाव को कम करते हैं। इसमें मौजूद कैफीन स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
इसका इस्तेमाल करने से बालों का रूखापन कम होने लगता है और नेचुरल शाइन लौट आती है। दरअसल, शैम्पू के बाद ब्लैक टी से बालों की डीप कंडिशनिंग करने से पॉल्यूटेंटस और केमिकल का प्रभाव कम होने लगता है। साथ ही नमी रीस्टोर होने लगती है। इससे बालों की स्मूदनेस मेंटेन रहती है।
बालों में मौजूद डैंड्रफ को कम करने के लिए ब्लैक टी को तैयार करने के दौरान उसमें नीम की पत्तियां एड कर दें। अब कुछ देर तक पानी को उबालने के बाद चाय को ठंडा होने के लिए रखें। बालों को धोने के बाद जड़ों से लेकर लैंथ तक इसे अप्लाई करें। इससे बालां का रूखापन कम होने लगता है।
कॉफी की मदद से नेचुरल मॉइश्चर को रीस्टोर करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा बालों की शाइन को मेंटेन रखती है। एक चम्मच कॉफी पाउडर को ब्लैक टी तैयार करने के बाद उसमें एड करें और मिलाएं। अब इसे शैम्पू में मिलाकर बालों को धोएं। इससे बालों के रूखेपन की समस्या हल होने लगती है।
बालों के पोषण को बढ़ाकर हेयरफॉल से बचने के लिए बादाम के तेल की कुछ बूंदों को ब्लैक टी में मिलाएं और हेयरवॉश से पहले स्प्रे कर लें। इससे स्कैल्प की नमी बरकरार रहती है और बालों के टूटने की समस्या हल हो जाती है। इससे स्कैल्प में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने लगता है, जिससे हेयरफॉल से बचा जा सकता है।
बालों के रंग को बेहतर बनाए रखने के लिए हिना में ब्लैक टी को मिलाकर बालों में अप्लाई करें। इसे लगाने से पहले बालों को सेक्शंस में विभाजित कर लें। इससे बालों की मज़बूती बढ़ने लगती है और सफेद बालों की समस्या हल होने लगती है। साथ ही हेयरग्रोथ बूस्ट होती है।
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