आहार में पोषण की कमी और वातावरण में बढ़ने वाला प्रदूषण का स्तर बालों के नुकसान का कारण साबित होते हैं। पहले से दोहरी मार झेल रहे बाल केमिकल्स के इस्तेमाल के कारण रूखेपन का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में हेयर ऑयलिंग से न केवल बालों को नरिशमेंट की प्राप्ति होती है बल्कि शाइन भी बरकरार रहती है। एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर रोज़मेरी ऑयल से मददगार साबित होता है। इससे हेयरग्रोथ के अलावा स्कैल्प पर बढ़ने वाले इंफेक्शन से भी राहत मिल जाती है। जानते हैं रोजमेरी ऑयल के फायदे (Rosemary oil for frizzy hair) और इसे अप्लाई करने का तरीका भी।
रोज़मेरी ऑयल को रोज़मैरिनस ऑफ़िसिनैलिस भी कहा जाता है। ये लेबियाटे या लैमियासी फैमिली से संबंधित है, जो पुदीना, नींबू बाम, साल्विया, मार्जोरम और अजवायन से संबधित हैं। रोज़मेरी पौधों में मेंडिसिनल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। इसके इस्तेमान से स्किन और स्कैल्प पर बढ़ने वाली इचिंग और इरिटेशन को कम किया जा सकता है। साथ ही इसमें मौजूद फैट्स बालों के लचीलेपन को बरकरार रखते हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार रोज़मेरी को स्कैल्प पर लगाने से ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने लगता है। इससे हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है और बालों के झड़ने व टूटने से भी रोका जा सकता है बालों के विकास में मददगार साबित होने के अलावा सफ़ेद बालों की समस्या और और रूसी को रोकने में भी सहायक हैं। इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल और फैटी एसिड की मात्रा से बालों में बढ़ने वाली फ्रिजीनेस (Rosemary oil for frizzy hair) और खुजली को कम किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार रोज़मेरी ऑयल से रूखेपन को दूर करके हेयर ग्रोथ को बढ़ाने में मदद मिलती है।
सर्द हवाओं का बालों पर दिखने वाला प्रभाव फ्रिज़ीनेस का कारण (Rosemary oil for frizzy hair) साबित होता है। इससे बालों में मौजूद नेचुरल ऑयल कम होने लगता है और स्कैल्प का रूखापन बढ़ जाता है, जो रूसी और इंफेक्शन का कारण साबित होता है। ऐसे में स्कैल्प ऑयलिंग से नेचुरल मॉइश्चर रिस्टोर होने लगता है और हेयर डैमेज से बचा जा सकता है।
इसके इस्तेमाल से एलोपीसिया के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसे लगाने से स्मॉल ब्लड वेसल्स में ब्लड का फ्लो बना रहता है, जिससे हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है। सप्ताह में दो बार इसे बालों में लगाने से पोषण की प्राप्ति होती हे।
एंटी-डैंड्रफ गुणों से भरपूर इस तेल को अप्लाई करने से स्कैल्प पर बनने वाली डैंड्रफ की परत को रोका जा सकता है। हेयर ऑयल स्कैल्प की लेयर्स में पहुंचकर रूखेपन को कम करने में मदद करती है। इस एसेंशियल ऑयल से बाल पोषित और स्वस्थ बनेंगे।
रोजमेरी ऑयल में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे स्कैल्प पर बढ़ने वाली एलर्जी और इन्फेक्शन से राहत मिल जाती हैं। ऐसे में स्कैल्प हेल्दी रहता है और बालों की ग्रोथ भी प्रभावित होती हे।
पोषण से भरपूर रोज़मेरी ऑयल की 4 से 6 बूंदे लेकर नारियल तेल समेत किसी भी केरियल ऑयल में मिलाए। अब तेल को हल्का गुनगुना करके स्कैल्प में मसाज करें। इससे स्कैल्प की मज़बूती बढ़ने लगती है और बालों का टूटना कम होने लगता है। सप्ताह में दो बार इसेअप्लाई करने से हेयरफॉल और फ्रिज़ीनेस से राहत मिल जाती है।
सूखे काले आंवला, रीठा और शिकाकाई से तैयार शैम्पू में रोज़मेरी ऑयलकी कुछ बूंदों को मिलाकर घोल तैयार कर लें। अब इसे बालों में लगाने के बाद अच्छी तरह से मसाज करें। साथ ही बालों को धो दें, जिससे बालों के रूखेपन को कम किया जा सकता है।
बालों को डिटेंगल करने के लिए रोज़मेरी ऑयल की कुछ बूंदों को सीरम में एड कर दें। इससे शाइन और ऑयल मेंटेन रहता है, जिससे फ्रिजीनेस को कम किया जा सकता है। साथ ही बालों को टूटन से भी बचाया जा सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर रोज़मेरी ऑयल की कुछ बूंदों को एलोवेराजेल मेंमिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। अबइसे बालों की लेंथ पर लगाएं और 15 मिनट तक बालों को ढ़क कर रखें। इसके बाद बालों को सामान्य पानी से धोएं। इससे बालों की शाइन और टैक्सचर मेंटेन रहता है।