गर्मी के मौसम में बार बार पानी की प्यास लगती है। नियमित मात्रा में पानी का सेवन करने से शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों से भी मुक्ति मिल जाती है। मगर बार बार लगने वाली प्यास डिहाइड्रेशन का कारण साबित होती है। शरीर में कई कारणों से पानी की कमी बढ़ने लगती है। ऐसे में आयुर्वेद के माध्यम से जानते हैं कि किन टिप्स की मदद से शरीर में डिहाइड्रेशन से उबरने में मदद मिलती है।
इस बारे में आयुर्वेद आचार्य डॉ प्रताप चौहान बताते हैं कि शरीर में 70 फीसदी पानी पाया जाता है। शरीर में मौजूद सेल्स को पानी की आवश्यकता होती है, उनके मध्य मौजूद इन्टरा सैलुलर स्पेस में ल्यूब्रिकेशन के लिए पानी आवश्यक है। दरअसल, शरीर में जब ऑर्गन्स अपना कार्य करते हैं, तो उससे गर्मी बढ़ने लगती है।
आयुशक्ति की को फाउंडर डॉ समिता नरम बताती हैं कि शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रखना आवश्यक है। पानी का विकल्प कॉफी, चाय या कोलड बैवरेजिज़ नहीं हो सकते हैं। दस्त, उल्टी, डायबिटीज़ और तेज़ बुखार के कारण शरीर में पानी का संकट गहराने लगता है। इससे राहत पाने के लिए नेचुरल पेय पदार्थ हेल्दी विकप्ल हैं।
गर्मी के मौसम में शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करने के लिए छाछ बेहतरीन विकल्प है। एक गिलास छाछ में एक चौथाई चम्मच सौंठ मिलाकर पीने से शरीर में बढ़ने वाली निर्जलीकरण की समस्या को रोकने में मदद मिलती है। अदरक में मौजूद एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण शरीर में बढ़ने वाली अपच, उल्टी और थकान को दूर करने में मदद करता है।
कूलिंग प्रॉपर्टीज़ से भरपूर पुदीने में मेन्थाल कंपाउड पाया जाता है। इससे पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है और शरीर हाइड्रेट रहता है। इसके लिए ताज़ा पुदीने के 1 चम्मच रस में बराबर मात्रा में शहद और 1/2 चम्मच अदरक का रस डालकर 1 गिलास पानी में मिलाएं और उसे पी जाएं। इससे शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है और पानी की कमी को दूर करने में मदद मिलती है।
शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी के अलावा नेचुरल ड्रिंक्स भी बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। लो कैलोरीज से भरपूर नारियल का पानी पीने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। इसमें पाई जाने वाली नेचुरल स्टीटनेस शरीर में एनर्जी के स्तर को बढ़ा देती है। नियमित रूप से इसका सेवन शरीर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है।
निर्जलीकरण से बचने के लिए तरबूज, ककड़ी, खरबूजा और खीरे का सेवन करें। इससे शरीर में पानी की मात्रा को पूरा करने में मदद मिलती है। इसमें पाई जाने वाली एंटी ऑक्सीडेंटस की मात्रा शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाती है और बैक्टीरिया के प्रभाव से मुक्त रखने में मदद करती है।
इसमें पाई जाने वाली विटामिन ए, बी और सी की मात्रा गट हेल्थ के लिए फायदेमंद साबित होती है। कच्चे आम में पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउड डाइजेशन को इंप्रूव करता है। कच्चे आम, गुड़, जीरा पाउडर और नमक से तैयार आम पन्ना के नियमित सेवन से शरीर को ठंडक की प्राप्ति होती है, जिससे लू लगने की संभावना कम हो जाती है।
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