हमेशा तनाव या गुस्से में रहना आपकी सेहत पर पड़ सकता है भारी, जानिए कैसे करना है इसे कंट्रोल

जैसे कि हम सब जानते हैं, हार्ट अटैक हार्ट फेलियर आदि के मामले कितने तेजी से बढ़ रहे हैं। बेहद कम उम्र में लोग हृदय की बीमारी से अपनी जान गंवा रहे हैं। बढ़ते हृदय संबंधी समस्याओं के पीछे क्रोधित और तनावग्रस्त व्यवहार शामिल हो सकता है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके इन पर नियंत्रण पाने की कोशिश करें।
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बातचीत के दौरान गुस्सा आने लगता है, तो इसे इन तरीकों से करें कंट्रोल। चित्र शटरस्टॉक।
Published On: 1 Feb 2025, 10:13 am IST

आज के समय की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग अधिक तनावग्रस्त रहने लगे हैं। वहीं तनाव बढ़ाने की वजह से छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना या पूरे दिन चिड़चिड़ापन महसूस होता रहना, जैसे एक आम व्यवहार बन चुका है। यह सामाजिक तौर पर उचित न होने के साथ ही आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद नकारात्मक साबित हो सकता है। वही लंबे समय तक क्रोध पर नियंत्रण न पाना या तनावग्रस्त रहने से धीरे-धीरे शारीरिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होने लगता है। जिसमें से सबसे पहले व्यक्ति में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है, जो सीधे तौर पर हृदय संबंधी समस्याओं का कारण बनता है।

जैसे कि हम सब जानते हैं, हार्ट अटैक हार्ट फेलियर आदि के मामले कितने तेजी से बढ़ रहे हैं। बेहद कम उम्र में लोग हृदय की बीमारी से अपनी जान गंवा रहे हैं। बढ़ते हृदय संबंधी समस्याओं के पीछे क्रोधित और तनावग्रस्त व्यवहार शामिल हो सकता है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके इन पर नियंत्रण पाने की कोशिश करें। ताकि किसी भी आगामी गंभीर परेशानी को रोका जा सके।

अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, चिराग एन्क्लेव, दिल्ली के सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ. संचयन रॉय ने बताया कि किस तरह अधिक तनाव और क्रोध करने से व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं, तो इस लेख को जरूर पढ़ें (How to reduce anger)।

blood pressure karein control
हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक शरीर में ऑटेनॉमिक नर्वस सिस्टम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।चित्र : अडॉबीस्टॉक

जानें ब्लड प्रेशर पर क्रोध और तनाव का प्रभाव (How to reduce anger)

डॉ. संचयन रॉय के अनुसार “अगर आप हर समय क्रोधित और तनावग्रस्त रहती हैं, तो इसके कारण आपके ब्लड प्रेशर की स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। क्योंकि जब आप क्रोधित या तनावग्रस्त होती हैं, तो आपके शरीर में कुछ हार्मोन्स, जैसे कि एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल, का स्तर बढ़ जाता है।

ये हार्मोन्स आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं और आपके हृदय को अधिक काम करने के लिए मजबूर कर सकते हैं। इससे ब्लड प्रेशर लेवल बढ़ सकता है, साथ ही आपके हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है, जो हृदय की समस्याओं को बढ़ा सकता है।”

“इस कारण आपको नींद की समस्याएं हो सकती हैं, जो आपके ब्लड प्रेशर और हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। ऐसे में आपको अपने क्रोध और तनाव को नियंत्रित करना आना चाहिए, अन्यथा आपको जीवनकाल के लिए हाइ ब्लड प्रेशर की समस्या अपना शिकार बना सकती है।

हाई ब्लड प्रेशर के कारण हृदय संबंधी समस्याओं के अलावा भी कई अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। यह किडनी फेलियर का कारण बन सकती है, इसके अलावा भी इसके कई नुकसान हैं, इसलिए सचेत रहना बहुत जरूरी है।”

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क्रोध (anger) बाधाओं को दूर करने के लिए दृढ़ संकल्प की भावना पैदा कर सकता है। चित्र : अडोबी स्टोक

जानें क्रोध और तनाव पर नियंत्रण पाने के कुछ प्रभावी उपाय

डॉक्टर के अनुसार क्रोध और तनाव पर नियंत्रण पाने के लिए “व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, ध्यान और योग करें, मधुर संगीत सुनें, अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं। यदि आपको लगता है कि आपकी यह समस्या कम नहीं हो रही, तो किसी अच्छे मनोचिकित्सक से परामर्श करें, वह आपकी स्थिति के अनुसार आपको ठीक होने में मदद करेंगे।”

1. ब्रीदिंग एक्सरसाइज दोहराएं

यदि आपको अधिक गुस्सा आता है या आप तनाव में रहती हैं, तो जब भी समय मिले गहरी सांस लें, और छोड़ें। यदि आप कहीं अकेली बैठी हैं, या मन में अचानक से नकारात्मक विचार आ रहे हैं, तो इस स्थिति में मन को शांत करने के लिए लंबी-लंबी सांस लेने का प्रयास करें। अपने नाक से सांस अंदर खींचे और अपने मुंह से सांस छोड़ें। इसे कम से कम 10 बार दोहराएं।

2. स्ट्रेचिंग से मदद मिलेगी

स्ट्रेचिंग न केवल आपकी बॉडी टेंशन रिलीज करती है, बल्कि ये आपके मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद कर सकती है। नेक और शोल्डर रोल जैसी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज में भाग लें। ये आपके भावनाओं पर नियंत्रण पाते हुई आपके गुस्से को और तनाव को नियंत्रित करने में मदद करेगी।

3. जर्नल राइटिंग

अत्यधिक गुस्सा आ रहा हो या आप बहुत ज्यादा तनाव महसूस कर रही हों, इन दोनों स्थिति में जर्नल लिखने से मदद मिलेगी। अपने विचार को नोट डाउन करें, या उन चीजों को लिखें, जिनसे आपको खुशी मिलती हो। ऐसा करने से बेहतर महसूस करने में मदद मिलेगी।

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बढ़ती समस्याओं से निराश होने की जगह अन्य लोगों से बातचीत करें और उन्हें अपनी समस्या से अवगत करवाएं। चित्र शटरस्टॉक।

4. प्रियजनों से बातचीत करें

हम सभी के जीवन में कुछ दोस्त या परिवार के सदस्य ऐसे होते हैं, जिनके साथ हम खुलकर बातचीत कर सकते हैं और हमें बेहतर महसूस होता है। यदि आप किसी बात को लेकर अधिक तनाव में हैं, या किसी से क्रोधित है, तो आप अपने भरोसेमंद व्यक्ति के साथ इस विषय पर बातचीत कर सकती हैं। समस्या साझा करने से उनसे डील करने में मदद मिलेगी।

5. वॉक करें

बहुत अधिक तनाव में होने पर वॉक करने की सलाह दी जाती है। तेज चलने से कॉर्टिसोल का स्तर नियंत्रित रहता है, और आपको बेहतर महसूस करने में मदद मिलती है। इसलिए गुस्सा आने पर या तनावग्रस्त होने पर खुले वातावरण में टहलने निकल जाया करें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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