आहार को पौष्टिक बनाने के लिए कई तरह के विकल्पों की खोज की जाती है। कुछ लोग जहां फैंसी डाइट को अपनाते हैं, तो कुछ पोषण की प्राप्ति के लिए नट्स और सीड्स का सेवन करते हैं। उन्हीं सीड्स में से एक है, अलसी के बीज जिन्हें फ्लैक्स सीड्स भी कहा जाता है। गहरे रंग के ये बीज खाने में क्रंची और स्वाद में फीके होते हैं। कुछ लोग इसे रोस्ट करके स्नैकि्ंग का हिस्सा बनाते हैं, तो कुछ पाउडर के रूप में सेवन करते है। अगर आप भी सर्दियों में उचित पोषण की तलाश में हैं, तो इन 8 तरीकों से अलसी के बीज को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं (How to eat flaxseeds) ।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर अलसी के बीज का सेवन करने से शरीर को प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल की प्राप्ति होती है। इस प्लांट बेस्ट प्रोटीन से शरीर को अल्फा लिनोलेनिक एसिड की प्राप्ति होती है। इससे न केवल सूजन को कम किया जा सकता है बल्कि आर्टरीज़ में बढ़ने वाले संकुचन से भी राहत मिलती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिसर्च के अनुसार 108 लोगों ने 12 सप्ताह तक दिन में दो बार असी के बी का सेवन किया। उनमें से 68 फीसदी लोगों में 5 फीसदी वेटलॉस देखने को मिला।
इस बारे में डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि अलसी के बीज में सॉल्यूबल और नॉन सॉल्यूबल फाइबर की मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से गट हेल्थ में गुड बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ती है और पाचनतंत्र में सुधार आने लगता है। इससे कब्ज और ब्लोटिंग को हल किया जा सकता है। वे लोग जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बनी रहती है। उनके लिए भी विशेषरूप से फायदेमंद हैं।
क्रिसमस और नए साल की तैयारियों के लिए केक और कुकीज़ बनाने के लिए उसमें अलसी के बीज की गुडनेस को एड किया जा सकता है। इससे शरीर को हेल्दी फैट्स की प्राप्ति होती है। इसे रोस्ट करके एड करने के अलावा पाउडर की फॉर्म या फिर टॉपिंग के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
चावल और रवा से तैयार होने वाली इडली के बैटर को तैयार करने के दौरान अलसी के बीज को रोस्ट करके पाउडर तैयार कर लें। फिर इसे बेटर के अनुसार 1 से 2 चम्मच एसमें एड कर दें। इससे शरीर को फैटी एसिड की प्राप्ति होगी और उसके स्वद में भी परिवर्तन महसूस होगा।
स्वाद और पोषण से भरपूर अलसी के बीज को भूनकर सूखी सब्जियों में धनिए के साथ टॉपिंग के रूप में इस्तेमाल कर सकते है। इससे सब्जियों के पोषण में वृद्धि होगी और स्वाद भी बढ़ेगा। इसके अलावा सूप तैयार करने के दौरान भी इसे शामिल कर सकते हैं।
अलसी के बीज को रोस्ट करके खाने से शरीर में पौष्टिक तत्वों के एबजॉर्बशन में मदद मिलती है। सैलेड तैयार करने के बाद अलसी के बीज स्प्रिंक्ल करें। इससे प्रोटीन, विटामिन और मिनरल की प्राप्ति होगी। इन सीड्स को चबाकर खाने से शरीर को फायदा मिलता है।
मिल्क शेक तैयार करने के लिए प्रोटीन पाउडर और कोकोआ पाउडर के साथ अलसी के बीज शामिल करें। इससे पोषण बढ़ने लगता है। आप चाहें, तो इन्हें टॉपिंग के रूप में भी प्रयोग कर सकते हें
वेजिटेबल या फ्रूट रायता बनाने के दौरान उसमें भुनी हुई अलसी का पाउडर डालें। इससे शरीर को फाइबर की प्राप्ति होती है। सबसे पहले दही को ब्लैंड कर लें। अब इसमें कटे हुए फल या सब्जियां अपने स्वादानुसार मिला लें। उसके बाद अलसी के रोस्टिड बीज को दरदरा पीसकर मिला दें।
इडली और डोसा के साथ खाने के लिए चटनी बनाने के लिए 1 कप अलसी के बीज को रोस्ट कर लें। अब अलग पैन में कड़ी पत्ता, अदरक, लहसुन, हरी मिर्च, चने की भुनी दाल, नारियल, उड़द दाल और सूखी लाल मिर्च को भून लें। सभी चीजों को मिलाकर पीस लें और उसमें इमली का पानी एड कर दें।
आटे और सूखे मेवे मिलाकर तैयार किए जाने वाले लड्डू में अलसी के बीज को पीसकर मिलाएं। इसके अलावा रोस्ट करके भी मिश्रण में मिला सकते है। इसके अलावा चिकि और गजक में तिल के साथ इसे भी शामिल किया जा सकता है।