सर्दियां शुरू हो गई हैं और जब गिरते तापमान में ठंड बढ़ती है, तो सभी को गर्माहट चाहिए होती है। ठंड के मौसम में ज्यादातर लोग सूरज की रोशनी में समय बिताना पसंद करते हैं। इस मौसम लोग अपने छत पर, बालकनी में बैठकर धूप का आनंद लेते हैं। वहीं कुछ लोग घर के आसपास धूप (sunlight) पहुंचने वाली जगह की तलाश में होते हैं। बहुत से लोग ऑफिस से चाय पीने के बहाने धूप में वक्त बिताते हैं। ठंड में धूप बेहद आनंदायक लगता है, पर इसके कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं (How to safely enjoy winter sunshine)। इसलिए सर्दियों में धूप में समय बिताना चाहती हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। ताकि आप बिना किसी नुकसान के सनलाइट का आनंद ले सके (How to safely enjoy winter sunshine)।
सनस्क्रीन सन प्रोटेक्शन का एक बेहद आसान और प्रभावी तरीका है। यह आपकी त्वचा को सन डैमेज से पूरी तरह प्रोटेक्ट करता है। ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन के फ़ायदे आपको UV-A और UV-B किरणों से बचाते हैं। ये आपकी त्वचा पर सूरज की क्षति और टैनिंग से बचाव के लिए ढाल की तरह काम करते हैं।
धूप के संपर्क में आने से कम से कम 15 से 20 मिनट पहले अपनी त्वचा पर सनस्क्रीन अप्लाई करें। अगर आप घर में रहती हैं, तो भी सनस्क्रीन की एक परत लगाना जरूरी है, क्योंकि UV किरणें खिड़की या दरवाजे से भी आपके घर में प्रवेश कर सकती हैं।
सन प्रोटेक्शन में आपकी स्किन केयर रूटीन भी एक बेहद महत्वपूर्ण रोल प्ले करती है। जब आप सनस्क्रीन अप्लाई करती हैं, तो इसे भी सहायता की ज़रूरत होती है। यहीं पर विटामिन सी काम आता है। यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट आपकी त्वचा पर सन डैमेज के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं और साथ ही साथ डार्क स्पॉट और पिगमेंटेशन जैसी स्थितियों को भी रोकते है।
यदि आप ठंड में सूरज की किरणों में समय बिताना चाहती हैं, तो अपनी स्किन केयर रूटीन में विटामिन सी को जरूर शामिल करें। आप इसे सिरम, फेस क्रीम, फेस वॉश जैसे किसी भी स्किन केयर फॉर्म में इस्तेमाल कर सकती हैं।
आपके होंठ भी आपकी त्वचा के बाकी हिस्सों की तरह ही सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसलिए नियमित रूप से SPF युक्त लिप बाम या चैपस्टिक लगाना जरूरी है। सूरज की किरणों में लंबे समय तक रहने से आपके होंठ पिगमेंटेड हो सकते हैं, इसलिए इन पर ध्यान दें। स्विमिंग या पसीना आने के बाद आपको इन्हें वापस से लगाना चाहिए।
हालांकि, ठंड के मौसम में तेज धूप 12 के बाद ही आती है। परंतु सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आपको दिन के बीच के समय में सूरज की किरणों के सीधे संपर्क में जानें कि सलाह नहीं दी जाती है। भले ही आपने सनस्क्रीन लगा राज्य हो लेकिन धूप में अपना समय सीमित रखना ज़रूरी है। आप चाहें तो सुबह की नर्म और हल्की धूप का आनंद ले सकती हैं, उसके बाद शाम को कुछ देर धूप में बैठ जाएं।
यदि आप ठंड के मौसम में दोपहर में गर्मी का आनंद लेना चाहती हैं, तो सीधे धूप में संपर्क में बैठने की जगह कहीं छांव में बैठें। इससे सूरज की किरणें आपकी त्वचा पर सीधी नहीं पड़ेंगी। वहीं इस दौरान पर्याप्त सनस्क्रीन लगाएं, क्योंकि इस समय UV किरणों का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है और आपकी त्वचा को गंभीर नुकसान हो सकता है।
सनस्क्रीन लगाने के अलावा, जब आप धूप में समय बिताने जा रही हों, तो जितना संभव हो सके अपनी त्वचा को ढक कर रखें। हाथ और पैरों को कवर करने वाले कपड़े पहने। अपने चेहरे की सुरक्षा के लिए चौड़ी किनारी वाली टोपी पहनना जरूरी है। यदि टोपी नहीं है, तो कम से कम स्कार्फ से अपने सिर और चेहरे को ढक लें।
आजकल लोग फैशन में तरह-तरह के सनग्लासेस पहन रहे हैं, परंतु सनग्लासेस का असल मकसद आपकी आंखों को धूल गंदगी और सूरज की हानिकारक किरणों से प्रोटेक्ट करना है। बहुत से लोग ठंड में घर की छत पर घंटों धुप में बैठे रहते हैं। क्या आपको मालूम है इस दौरान धूप आपकी आंखों को डैमेज कर सकती है। जी हां, धूप केवल त्वचा को ही नहीं बल्कि आंखों को भी नुकसान पहुंचती है। इसलिए चाहे आप कहीं बाहर जा रही हो या आप घर पर धूप में समय बिताना चाह रही हों, दोनों ही केस में सनग्लासेस पहनना जरूरी है। ऐसे धूप के चश्मे चुनें जो कम से कम 99% UV किरणों को रोकते हों।
ठंड के मौसम में जब आप धूप का लुफ्त उठाना चाहती हैं, तो अपनी त्वचा एवं सेहत को बिना किसी नुकसान के धूप का आनंद लेने के लिए छाए में रहने का प्रयास करें। यदि आप छत पर किसी शेड के नीचे बैठती हैं, तब भी आपको धूप की गर्मी महसूस होगी। वहीं कहीं बाहर जा रही हैं, तो वहां भी सीधे धूप से बचने का प्रयास करें। यह आपकी त्वचा को UV विकिरण के हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद करेगा। अगर कोई प्राकृतिक छाया उपलब्ध नहीं है, तो आप अपने घर के गार्डन या छत पर अपने लिए एक छायादार स्थान बनाने के लिए सन अम्ब्रेला का उपयोग कर सकती हैं।
कुछ दवाएं ऐसी हैं जो आपको सूरज के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकती हैं। जिनमें एंटीबायोटिक्स, एंटीफंगल, एंटीहिस्टामाइन और कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं शामिल हैं। अगर आप ये मेडिसिंस लेती हैं, तो धूप में जानें से पहले ज़्यादा सावधान रहें।
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