जीवन में अन्य रिश्ते नातों के अलावा दोस्तों का भी बेहद ज़रूरी है। वो न केवल सुख और दुख बल्कि हर चुनौती में साथ देने के लिए तैयार रहते हैं। वे लोग जिनकी पर्सनैलिटी इंट्रोवर्ट है उन्हें अक्सर दोस्तो की कमी महसूस होती है। दरअसल, शांत और अंतर्मुखी लोग अक्सर अन्य लोगों से घुलन मिलने में समय लगाते हैं, जिससे उनका फ्रेंड सर्कल संकुचित होता चला जाता है। अगर आप लंबे वक्त तक अकेलेपन का सामना नहीं करना चाहती हैं, तो इन आसान टिप्स की मदद से इंट्रोवर्ट पर्सनैलिटी (Introvert personality help tips) वाले लोगों को मीनिंगफुल फ्रेंडशिप्स को बिल्ड करने में मदद मिलती सकती है।
मनोचिकित्सक डॉ आरती आनंद बताती हैं कि इंट्रोवर्ट यानि अंतर्मुखी पर्सनैलिटी उन लोगों में देखने को मिलती है, जो एक ग्रुप की अपेक्षा अकेले में खुद को खुद और ऊर्जावान फील करते हैं। एकांत में समय बिताना उन्हें अच्छा लगता है और वो लोग लंबे वक्त तक भीड़भाड़ में रहने से कतराते हैं। सामाजिक मेलजोल बढ़ने से वो खुशहाल रहने की बजाय थकान का अनुभव करने लगते हैं।
हार्वर्ड स्टडी की एक रिपोर्ट के अनुसार अंतर्मुखी पर्सनैलिटी वाले लोगों का मन शांत रहता है और वो आत्म चिंतन के लिए समय निकाल पाते हैं। इससे उन्हें चीजों को याद रखने और उन्हें मसझने में मदद मिलती है।
अर्तंमुखी लोगों को खुद को एक्स्ट्रोवर्ट लोगों से टीमअप करना चाहिए। इससे आत्मविश्वास की भावना बढ़ने लगती है और व्यक्ति खुद को एक्टिव महसूस करता है। ऐसे में दोस्ती करने के दौरान होने वाली हिचकिचाहट को कम किया जा सकता है। ऐसे लोगों से मिलने से विचारों में खुलापन आने लगता है और दोस्तों की गिनती बढ़ने लगती है।
इंट्रोवर्ट लोगों का व्यवहार (Introvert personality help tips) अक्सर तुलनात्मक होता है। ऐसे में नए दोस्त बनाने के लिए अपने तुलनात्मक व्यवहार को छोड़ दें और दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए सकारात्मक अनुभवों को याद रखें। हर व्यक्ति में कुछ अच्छाई तो कुछ बुराई नज़र आती है। ऐसे में छोटी सी बात को दूरी का कारण न बनने दें। दोस्तों के साथ होने वाले मतभेदों को स्वीकार करें और उन्हें स्वीकार करें
दूसरों से कनेक्टिड रहने के लिए खुद को अपडेट रखना ज़रूरी है। इसके लिए अपने आसपास होने वाली गतिविधियों पर अपनी नज़र टिकाकर रखें। इससे किसी नए व्यक्ति से संपर्क करने के दौरान आप आसानी से अपने एक्सपीरिएंस और नॉलेज शेयर कर सकते हैं। इसके अलावा को वर्कर और कॉलेज फ्रेंड खुद को आपसे कनेक्टिड महसूस करेंगे।
अगर कोई ऐसा व्यक्ति आपको नज़र आता है, जिससे आपके इंटरस्ट मिल रहे हैं और उससे इंटरएक्ट करने का प्रयास करेंं। इससे दूसरे व्यक्ति को जानने में मदद मिलती है और व्यक्ति अपने आप को एक्सट्रोवर्ट महसूस करने लगता है। साथ ही फ्रेंड सर्कल बढ़ता है और नए दोस्त बनने लगते हैं।
ग्रुप में बैठकर बात करने की आदत डालें। साथ ही किसी भी कार्य या बात पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। इससे व्यक्ति खुद को कॉनवरसेशन में इनवॉल्व महसूस करने लगता है। साथ अन्य लोगों के नज़रिए को भी समझता है। समूह का हिस्सा बनने से नए रिश्तों को बनाने में मदद मिलती है।
दोस्ती बनाने में अपनी ऊर्जा खर्च करने की कोशिश कर रहे हैं, तो खुद को मोटिवेट करें। मज़बूती से आगे बढ़े और अन्य व्यक्ति के प्रयासों को सराहने का प्रयास करें। अंतर्मुखी के रूप में नए दोस्त बनाने के लिए दूसरों को सुनने का प्रयास करें और नए लोगों के लिए समय निकालें। साथ ही धैर्य बनाए रखें।
सामाजिक दायरा बनाने के लिए ज्यादा लोगों से जुड़ने की बजाय सीमित मात्रा में लेकिन अच्छे लोगों से जुड़ें। इससे व्यक्ति अपनी भावनाओं को आसानी से व्यक्त कर पाता है और गहरे संबधी बनाने में मदद मिलती है। बड़ी फ्रेड सर्कल बनाने की जगह क्वालिटी फ्रेंडस का चुनाव करें।
केवल अपनी बातों को करने से कोई व्यक्ति आप से जुड़ने का प्रयास नहीं कर पाएगा। ऐसे में अन्य लोगों के प्रति अपनी रूचि बढ़ाएं और उनके बारे में बातचीत करके उन्हें तवज्जो दें। इससे संपर्क और संबधं दोनों मज़बूत होने लगते हैं। इससे अन्य लोग आपकी ओर आकर्षित होने लगते हैं।