गर्मी से राये भी पढ़ेंहत पाने के लिए लोग अक्सर वॉटर एक्टीविटी, स्वीमिंग पूल या फिर समुद्र के किनारे वक्त बिताते हैं। इससे तन और मन को ठंडक की प्राप्ति होती है और चिलचिलाती गर्मी दूर होने लगती है। मगर लगातार बढ़ रहे गर्मी के इस सितम पर काबू पाने के लिए घर को कूल रखना बेहद आवश्यक है। अधिकतर लोग दिनभर एयर कंडीशनर की मदद से हीट वेव्स से मुक्त रहते हैं। मगर ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को भापते हुए अगर इको फ्रेंडली तरीके से घर को कूल रखना चाहती हैं, तो कुछ बातों का ख्याल रखना आवश्यक है। जानते हैं शरीर के साथ साथ घर को कूल रखने वाली ये आसान टिप्स।
इस बारे में डॉ अवि कुमार बताते हैं कि गर्मी बढ़ने से शरीर में निर्जलीकरण, ऐंठन, सिरदर्द और थकावट बढ़ने लगती है, हीटस्ट्रोक का कारण साबित होते हैं। ऐसे में गर्मी से बचने के लिए इको फ्रेंडली कूलिंग टिप्स बेहद आवश्यक है। घर में मौजूद बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की देखरेख के लिए उन्हें हाइड्रेट रखने के अलावा घर के तापमान को सामान्य बनाए रखना आवश्यक है। इसके लिए ब्रीथएबल कपड़े पहनें और खिड़कियों व दरवाज़ों को बंद रखने का प्रयास करें। इसके अलावा शरीर की ठंडक के लिए हाइड्रेटिंग पेय पदार्थों के अलावा कोल्ड शावर लें।
तेज़ धूप और लू से बचने के लिए खिड़कियों और ब्लाइंडस को बंद रखें। खासतौर से उत्तर और पश्चिम की ओर की खिड़कियों को बंद रखने से सूरज की तेज़ रोशनी से बचा जा सकता है। इसके अलावा हल्के रंग के परदों और ब्लाइंडस का प्रयोग करें। इससे धूप के रिफ्लेक्शन में मदद मिलती है। वहीं दूसरी ओर गहरे रंग के परदों से गर्मी कमरे में मौजूद रहती है।
शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए एयर कंडीशनर का उपयोग करना है, तो उसे 24 से 27 के मध्य बनाए रखें। दरअसल, गर्मी के मौसम में थर्मोस्टेट को केवल 1 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाने से उपकरण की रनिंग कॉस्ट को लगभग 10 प्रतिशत कम करने में मदद मिलती है।
पंखें की हवा लेते वक्त अक्सर ऐसा महसूस होने लगता है कि पंखा गर्म हवा दे रहा है। दरअसल, पंखा क्लॉक वाइज़ घूमता है। ऐसे में घर में चारों ओर ठंडक को बनाए रखने के लिए पंखे को एंटी क्लॉक वाइज़ घुमाएं। साथ ही पंखे की स्पीड तेज़ ही रखें। इससे गर्मी के प्रभाव से बचने में मदद मिलती है।
घर को गर्मी के प्रकोप से बचाने के लिए खिड़कियों और दीवारों को कवर करने के लिए ब्लाइंडस, ऑनिंग यानि शामियाना और बड़े गमलों की मदद ली जा सकती है। इसके अलावा पेड़ लगाएं, ताकि उससे घर में छाया बनी रहे और दीवारों को ठंडक की प्राप्ति हो सके। साथ ही विंडो टिनिंग और सीलिंग इन्सुलेशन से भी गर्मी को दूर करने में मदद मिलती है।
घर के अंदर गर्मी को आने से अचाने के लिए खिड़कियों के अलावा दरवाज़ों को भी बंद कर दें। इससे घर के अंदर कूल एयर को सील करने में मदद मिलती है। इसके अलावा दरवाजों और खिड़कियों के कोनों में नज़र आने वाले गैप को भी फिल कर दें, ताकि गर्मी से बचा जा सके।
दिनभर गर्मी से बचने के लिए घर में कैद रहने के बाद शाम का वक्त पार्क या बालकोनी में बिताएं। इससे बाहर की नेचुरल हवा के संपर्क में आने का मौका मिलता है, जो तन और मन दोनों के लिए फायदेमंद है। कुछ देर दोस्तों के साथ घूमने के बाद वापिस लौट आएं।
खुद को तरोताज़ा बनाए रखने के लिए नेचुरल पेय पदार्थों का सेवन करें। इससे शरीर में बढ़ने वाली निर्जलीकरण की समस्रू से बचा जा सकता है। इससे बचने के लिए शिकंजी, नारियल पानी और फ्रूट जूस का सेवन करें। इसके अलावा हल्के ब्रीथएबल कपड़े पहनें और कोल्ड शावर लें।
घर से बाहर निकलने के लिए डार्क कलर्स की जगह पेस्टल्स शेड्स को चुनें। इन्हें पहनने से मॉइश्चर से बचा जा सकता है, जो बैक्टीकरयन संक्रमण की समस्या को बढ़ा सकता है। कॉटन के ही कपड़े पहनें और डबल लेयर्स को पहनने से बचें। इससे गर्मी लगने की समस्या दूर होने लगती है।