अधिकतर लोग सुबह समय पर उठकर दिन की सकारात्मक शुरुआत करना चाहते हैं और दिनभर खुद को तंदुरुस्त और स्वस्थ महसूस करने का सपना देखते हैं। मगर दुर्भाग्यवश कुछ लोग अलार्म लगाने के बावजूद भी समय से नहीं उठ पाते हैं, जिसके चलते वे ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं। दिनभर काम में व्यस्त रहने के चलते अनियमित दिनचर्या का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते व्यक्ति बिस्तर से उठने के बाद खुद को गतिहीन और थकान हुआ पाता है।
इससे दिनचर्या प्रभावित होने लगती है। इस सुस्ती से मुक्ति पाने के लिए अक्सर चाय या कॉफी के मग से दिन की शुरूआत की जाती है। मगर किसी न किसी कारण से दिनभर तनाव में गुज़र जाता है। अगर आप भी सुबह की इस दिनचर्या से परेशान है, तो खोए हुए जोश और ऊर्जा के साथ सुबह समय पर उठना चाहती है, तो जीवन में कुछ बदलाव लाने की ज़रूरत है। जानते हैं सुबह समय पर उठने के कुछ आसान तरीके (how to wake up on time)।
इसमें कोई दोराय नहीं कि दिन की अच्छी शुरुआत सुबह जल्दी उठने से होती है। हर रात 7.9 घंटे की अच्छी नींद लेने का लक्ष्य रखें। इससे शरीर की आंतरिक घड़ी को रेगुलेट करने के लिए एक स्लीप रूटीन को फॉलो करना आवश्यक है। इसलिए सुबह जल्दी उठने के लिए समय पर बिस्तर पर जाना आवश्यक है (how to wake up on time)।
स्लीप मेडिसिन रिव्यू पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि हर दिन एक ही समय पर बिस्तर पर जाने और जागने से आप अपनी नींद की गुणवत्ता और समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं (how to wake up on time)। इसके अलावा अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्नूज़ बटन दबाने से भी बचना चाहिए।
नींद की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शेड्यूल तैयार करना आवश्यक है। इसके लिए सोने और उठने का समय तय कर लें और स्लीप हाइजीन को मेंटेन करके रखें। इसके तहत सोने से पहले शांत जगह का चुनाव करें और उसके बाद कमरे में अंधेरा करके रखें। ताकि नींद किसी भी प्रकार से बाधित न हो। इससे सुबह जल्दी उठने में मदद मिलती है।
एक्सपर्ट के अनुसार रात में बहुत देर तक गैजेट्स का इस्तेमाल करने से ब्लू लाइट एक्सपोज़र नींद न आने की समस्या को बढ़ा देता है। साथ ही स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन के स्राव को भी कम करती है। स्वस्थ नींद के लिए हल्का संगीत सुनें या कोई किताब पढ़ने की आदत मेंटेन करें। इससे नींद की गुणवत्ता में सुधार आने लगता है और समय पर उठने की आदत बन जाती है। सोने से पहले टीवी, मोबाइल या लैपटॉप समेत सभी गैजेट्स से दूर रहें।
ऊर्जा से भरपूर उठने के लिए घड़ी के अलार्म को बंद करके दोबारा सोने से बचें। ऐसे में जागने के समय से 90 मिनट पहले अलार्म सेट करके और जब आप जागना चाहें तब अलार्म सेट करके 90 मिनट की नींद चक्र हैक आज़माएँ। इससे शरीर दिनभर एक्टिव बना रहता है।
एक्सपर्ट के अनुसार अगले दिन की जाने वाली गतिविधियों की एक दिन पहले ही सूची तैयार कर लें। टू डू लिस्ट तैयार करने से व्यक्ति अगले दिन के लिए खुद को तैयार और प्रेरित महसूस करता है। इससे व्यक्ति दिनभर योजनाबद्ध तरीके से हर कार्य को अंजाम देता है और सुबह समय से न उठने की भी समस्या हल हो जाती है।
हेल्दी और नियमित आहार जहां शरीर को एक्टिव रखता है, तो वहीं नींद की समस्या भी हल होने लगती है। साइंस डायरेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार स्वस्थ आहार खाने से आपको बेहतर नींद लेने में मदद मिलती है। रिसर्च के मुताबिक प्रोसेस्ड फूड और अतिरिक्त चीनी वाले खाद्य पदार्थ नींद की गुणवत्ता को खराब कर सकते हैं। हेल्दी स्लीप के लिए आहार में साबुत अनाज, फल, मौसमी सब्जियों, नट्स व सीड्स को शामिल करें।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नल मेडिकल साइंस के अनुसार दिन की रोशनी बॉडी की सर्कैडियन लय को विनियमित करने और जल्दी उठने में मदद करती है। ब्लाइंड्स हटाकर सोने से धूप की किरणें सुबह जागने में मदद करती हैं। इससे व्यक्ति दिनभर एनर्जी से भरपूर रहता है।
रोज़ाना दिन की शुरूआत व्यायाम से करने से शरीर में बढ़ने वाली थकान और अनिद्रा से मुक्ति मिल जाती है। अब व्यक्ति समय से उठने लगता है और उसके शरीर में सकारात्मक बदलाव भी आने लगते हैं। व्यायाम से ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ जाता है, जिससे नींद जल्दी खुल जाती है।
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