हेंप सीड्स यानी भांग के बीज का नाम सुनते ही कुछ लोगों को सुरूर छाने लगता है, तो कुछ घबरा जाते हैं। जबकि प्रचलित विज्ञापनों और मिथ्स से अलग भांग के बीज पोषक तत्वों का खजाना हैं। पहाड़ी इलाकों में इन्हें अलग–अलग व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। हैम्प सीड्स के इन्हीं पोषक तत्वों के कारण अब इन्हें विदेशों में भी निर्यात किया जा रहा है। असल में भांग के बीज आपकी इम्युनिटी, गट हेल्थ, त्वचा और ब्रेन हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। अगर आप भी भांग के बीज के फायदे और इसके इस्तेमाल का तरीका जानना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें।
सेहत पर भांग के फायदे और नुकसान दोनों, इसे खाने की मात्रा और तरीके पर निर्भर करते हैं। इसका एक उदाहरण है, भांग के बीज, जिसे आयुर्वेद में इसके औषधीय गुणों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जैसे कि प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और महत्वपूर्ण मिनरल्स जो आपकी सेहत के लिए बेहद जरूरी होते हैं (How to use hemp seeds)।
अगर आप वेजिटेरियन हैं, और प्रोटीन सहित अन्य पोषक तत्वों की गुणवत्ता के लिए प्लांट बेस्ड डायट की तलाश में हैं, तो भांग के बीज एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं। मणिपाल हॉस्पिटल गाजियाबाद में हेड ऑफ़ न्यूट्रिशन और डायबीटिक्स डॉक्टर अदिति शर्मा ने, पोषक तत्वों से भरपूर भांग के बीज को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हुए इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे बताएं हैं। तो चलिए जानते हैं, इसके फायदों का लाभ उठाने के लिए इसे किस तरह डाइट में शामिल करना है (How to use hemp seeds)।
हेंप सीड्स ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड जैसे हेल्दी फैट से भरपूर होते हैं। ये पॉलीअनसेचुरेटेड फैट हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसका सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है, और गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करता है। इससे आपकी आर्टरीज में रुकावटें आने का जोखिम कम हो जाता है और एक स्वस्थ हृदय के निर्माण में मदद मिलती है है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार भांग के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड की गुणवत्ता पाई जाती है। इनमें रुकावटों के जोखिम को कम करने और इस्केमिक हृदय रोग जैसी हृदय समस्याओं को रोकने की क्षमता है। हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित मरीज भी इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड नसों और मस्तिष्क को नुकसान से बचाता है, और स्वस्थ मस्तिष्क कार्य को बढ़ावा दे सकता है। यह उम्र से संबंधित समस्याओं को रोकने में मदद करता है, जो मस्तिष्क स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। उम्र के साथ, ओमेगा-3 फैटी एसिड का स्तर कम होना शुरू हो जाता है और अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया जैसी मानसिक स्थितियों को जन्म दे सकता है। हालांकि, भांग के बीज जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से उम्र से संबंधित मस्तिष्क की समस्याओं को शुरुआत में ही रोका जा सकता है।
आप भांग के बीज को डाइट में शामिल करने के साथ ही, आप इसके तेल को अपनी त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। त्वचा पर भांग के बीज का तेल लगाने से त्वचा की समस्याओं को ट्रीट करने में मदद मिलती है। भांग के बीज के अर्क में एंटीबैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होते हैं, जो आपकी त्वचा को पूरी तरह से ट्रीट करने में मदद करते हैं।
वहीं ये त्वचा को पूरी तरह से प्रोटेक्ट करते हैं। यह कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, जो एक प्रोटीन है और त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखने में मदद करता है। यही कारण है कि इसका उपयोग एक्ने और एक्जिमा जैसी त्वचा संबंधी स्थितियों के इलाज के रूप में किया जा सकता है।
भांग के बीज का सेवन आपकी आंत के लिए फायदेमंद हो सकता है। भांग के बीज फाइबर और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो पाचन स्वास्थ्य में सुधार करते हुए आपकी आंत को साफ करते हैं। इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा कोलेस्ट्रॉल के स्तर, ब्लड शुगर के स्तर और भूख को कम करने में भी मदद करती है। यह बदले में, ओबेसिटी और डायबिटीज के जोखिम को काफी हद तक कम कर देता है।
ये महत्वपूर्ण बीज विटामिन, मिनरल्स, आवश्यक अमीनो एसिड, हेल्दी फैट और अन्य प्लांट बेस्ड कंपाउंड से भरपूर होते हैं, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में आपकी मदद करते हैं। भांग के बीज के एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण इम्यून सेल्स की रक्षा करते हैं। वे सूजन वाले अणुओं के उत्पादन को भी रोकते हैं जो आपके बीमार होने के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। वहीं हे सुनिश्चित करते हैं कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण और बीमारियों से आपकी रक्षा करने के लिए पर्याप्त रूप से कार्य कर रही हो।
पारंपरिक चिकित्सा में, सालों भांग के बीजों का उपयोग स्त्री रोग और हार्मोनल समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता आ रहा है। भांग के बीज में मौजूद पोषक तत्व और सुरक्षात्मक गुण आपके शरीर के अंदर हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने और इन्हें रेगुलेट करने में मदद कर सकती है।
भांग के बीज को आप अपने ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर आदि में बनाए गए व्यंजनों पर स्प्रिंकल करें। अनाज, दही, दलिया, सलाद, आदि में इन्हें ऊपर से डालकर खाएं। इस प्रकार आप इसकी गुणवत्ता का लाभ उठा सकती हैं।
चावल और पुलाव के ऊपर आप भांग के बीज स्प्रिंकल कर सकती हैं। इस तरह आप रोजाना चावल पुलाव के माध्यम से भांग के बीज की गुणवत्ता प्राप्त कर सकती हैं।
नियमित ग्रीन या फ्रूट स्मूदी में भांग का बीज ऐड कर सकती हैं। इस प्रकार आप अपनी स्मूदी में पोषक तत्वों की गुणवत्ता ऐड कर सकती हैं।
सलाद, फल एवं सब्जियों में अतिरिक्त प्रोटीन बढ़ाने के लिए भांग के बीजों को सलाद एवं सब्जियों के साथ मिलाएं।
केक, मफिन, ब्रेड, ब्राउनी, कुकीज आदि में अतिरिक्त पोषण के लिए भांग के बीज ऐड करें। इस प्रकार आपके बेक्ड आइटम अधिक स्वादिष्ट एवं पौष्टिक हो जाएंगे।
भांग के बीजों को पानी के साथ मिलाकर डेयरी-मुक्त दूध का विकल्प बनाया जा सकता है। यदि आपको लैक्टोज़ इनटोलरेंस है, तो प्लांट बेस्ड हेंप मिल्क आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
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