ठंड के मौसम में ज्यादातर लोगों को आलस महसूस होता रहता है (winter laziness)। लोग चाह कर भी बिस्तर नहीं छोड़ पाते और वे आराम करते रहते हैं। सुबह देर से जागना, दिन में जब भी समय मिले कंबल डालकर लेट जाना, और किसी भी काम को करने में देरी करना दिनचर्या को बुरी तरह से प्रभावित कर देता है। लोगों के काम में देरी होने लगती है और आलस उनकी प्रोडक्टिविटी को भी घटा देती है। वहीं शारीरिक रूप से आसक्रिय रहने की वजह से बहुत से लोगों का वजन बढ़ने लगता है।
ऐसी परेशानियों को अवॉइड करने के लिए खुद को एक्टिव रखना बेहद जरूरी है। जिसमें हम आपकी मदद कर सकते हैं। यहां कुछ खास टिप्स दिए गए हैं, जो ठंड के मौसम में आलस दूर करते हुए, लंबे समय तक एक्टिव रहने में आपकी मदद करेंगे (how to deal with winter laziness)।
ठंड के महीनों में आपको कंबल में रहना बेहद अच्छा लग सकता है। सभी खिड़कियों को बंद करके ऑफिस में काम करने से आप ठंडी हवाओं से बच सकते हैं। लेकिन दिन के उजाले में बाहर समय बिताना ज़रूरी है। इससे सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है, जिससे आपके मूड और ऊर्जा को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
आप अपने बालकनी या ऑफिस में खिड़की को खोलकर रखें, ताकि प्राकृतिक रौशनी आ सके। वहीं दिन में जितनी देर भी संभव हो सके बाहर धूप में समय बिताएं।
अधिक ठंड में जब बाहर जाने के विकल्प सीमित हों, तो शारीरिक गतिविधि के स्तर को बनाए रखने के लिए योग, घर पर कसरत या नृत्य जैसे इनडोर व्यायाम करें। आप घर के काम भी कर सकती हैं, जैसे कि पोछा, डस्टिंग, कुकिंग आदि, ओजिसमें शारीरिक गतिविधि शामिल हो। इस प्रकार आपको बिना ठंड में जाए खुद को एक्टिव रखने में मदद मिलेगी। वहीं जब आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की आदत हो जाती है, तो आपके लिए एक जगह पर बैठे रहना मुश्किल होता है। साथ ही आपकी आलस भी धीरे-धीरे कम हो जाती है।
ठंड के मौसम में स्वस्थ एवं एनर्जेटिक रहने के लिए समझदारी से खाएं। साबुत अनाज, लीन मीट, मछली, मुर्गी, फलियां, मेवे, फल, सूप, डार्क चॉकलेट और साथ ही भरपूर मात्रा में ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। ये सभी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाती हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये आपके शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व प्रदान करती हैं।
भोजन के छोटे हिस्से खाएं। नाश्ते में कैलोरी की मात्रा ज़्यादा रखें, जबकि रात का खाना हल्का रखें, ताकि इसे पचाया जा सके। अपने शरीर को गर्म रखने और अपने मेटाबोलिज्म को सक्रिय रखने के लिए पूरे दिन ग्रीन टी या गर्म पानी पिएं।
शरीर को पुनर्जीवित करने और अगले दिन ऊर्जा और भूख के स्तर को स्थिर रखने के लिए नींद लेना बहुत ज़रूरी है। अगर आपको पिछली रात पर्याप्त नींद नहीं मिली, तो आपको बिस्तर से बाहर निकलने में मुश्किल हो सकती है। एक शेड्यूल बनाएं और रात को सोने के 1 से 2 घंटे पहले से अपने फ़ोन का इस्तेमाल बंद कर दें। अगर आप रात को समय पर सो जाती हैं, तो आप शारीरिक रूप से एनर्जेटिक महसूस करेंगी। रोज़ाना कम से कम 7से8 घंटे सोने की सलाह दी जाती है।
हाइड्रेटेड रहना ज़रूरी है। पानी आपकी त्वचा को हर मौसम में चमकदार और स्वस्थ बनाए रखता है, और आपके शरीर से टॉक्सिक पदार्थों और वेस्ट मटेरियल को निकालने में मदद करता है। यह सिरदर्द को रोकता है और जोड़ों एवं मांसपेशियों के दर्द को कम कर देता है।
पानी के स्वाद और रंग को बढ़ाने के लिए नींबू या खीरे का एक टुकड़ा मिलाएं। शराब का सेवन सीमित करें। शराब वास्तव में एक अवसादक है और आपको और भी उदास महसूस करा सकती है।
आलसी महसूस करना शरीर में कम ऊर्जा के स्तर का सीधा परिणाम है। ऊर्जा महसूस करने के लिए सुबह जल्दी नाश्ता करना करें। इससे आपको सुबह के समय बेहतर महसूस करने में मदद मिलेगी। चीनी का सेवन कम से कम मात्रा में करें और ऐसे कंफर्ट फूड से बचें जो आपको भरा हुआ महसूस करा सकते हैं, क्योंकि इससे आपको अधिक आलस महसूस होगा।
हेल्दी डाइट और शारीरिक गतिविधियों में भाग लें, साथ ही स्ट्रेस मैनेजमेंट पर भी ध्यान दें। वहीं आसपास पसंदीदा लोगों के साथ रहे, जहां आप खुलकर बातचीत कर पाती हो। इस प्रकार ऊर्जा शक्ति को बनाए रखने में मदद मिलती है।
नोट: यहां कुछ सामान्य टिप्स दिए गए हैं, जो शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ा देंगे और आपको अधिक एनर्जेटिक महसूस करने में मदद करेंगे। इस प्रकार आप सर्दी के मौसम में कम आलस महसूस करती हैं। वहीं आपको अपनी प्रोडक्टिविटी और एक्टिविटी को बनाए रखने में भी मदद मिलती है। हालांकि, ठंड के मौसम में आलस दूर करने के लिए अलग-अलग लोगों में अलग-अलग टिप्स मददगार हो सकता है।
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