सामान्य लोगों की तुलना में डायबिटीज के मरीज जल्दी थक जाते हैं। छोटी-मोटी शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के बाद डायबिटीज के मरीजों को काफी ज्यादा थकान महसूस होने लगता है (diabetes Fatigue)। ज्यादातर लोग थकान का कारण नहीं समझ पाते, और उन्हें लगता है, आखिर बिना कुछ किए थकान क्यों महसूस हो रहा! इसके पीछे डायबिटीज में बढ़ता ब्लड शुगर लेवल जिम्मेदार हो सकता है, इसलिए हमें ब्लड शुगर मैनेजमेंट पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है।
नारायण हॉस्पिटल गुरुग्राम के कंसलटेंट एंडॉक्रिनलॉजी डॉ मनीष श्रीवास्तव ने डायबिटीज में होने वाले थकान के कारण और इन्हें मैनेज करने के कुछ जरूरी टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं, इस विषय पर अधिक विस्तार से।
डॉ. मनीष श्रीवास्तव कहते हैं “जी हां, डायबिटीज के कारण थकान हो सकता है (diabetes Fatigue), क्योंकि डायबिटीज की स्थिति में ब्लड प्रेशर (blood pressure) में भी उतार-चढ़ाव बना रहता है। इसके अलावा इंसुलिन की कमी, ब्लड वेसल्स के नुकसान, शरीर में विटामिन, मिनरल की कमी, तनाव और चिंता के कारण, हमे भरपूर मात्रा में एनर्जी नहीं मिल पाती व थकान महसूस होता है।”
बल्ड प्रेशर को नियमित रूप से चेक करती रहें। डॉक्टर से संपर्क करें और उनके निर्देशानुसार अपने बल्ड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने की कोशिश करें। स्वस्थ आहार लें, जिसमें हरी सब्जियां, ताजे फलों के सेवन को प्राथमिकता दें। प्रतिदिन कम से कम 25 से 30 मिनट तक व्यायाम अवश्य करें। नियमित रूप से 8 से 10 गिलास पानी का सेवन करें। समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लेती रहें।
डायबिटीज के कारण होने वाले थकान से बचने के लिए पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है (diabetes Fatigue)। इस बात का विशेष ख्याल रखें की रात में जल्दी सोए और सुबह समय पर उठें। यदि इसके बाद भी आपको थकान महसूस हो रहा है, तो आप दोपहर में भी आराम कर सकती हैं। नींद में शरीर खुदको हिल करती है।
स्ट्रेस और एंजाइटी के कारण शरीर में थकान बनी रहती है, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए तनाव और चिंता की स्थिति बेहद नुकसानदेह साबित हो सकती है (diabetes Fatigue)। ऐसे में उन्हें हमेशा खुश रहना चाहिए, अच्छी फिल्में देखनी चाहिए, मधुर संगीत सुने, अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताए और अपनी पसंदीदा गतिविधियों में भाग लें। ध्यान, योग और मेडिटेशन को प्राथमिकता दें।
शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी को पूरा करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पिएं, ताजा रस भरे फलों का सेवन करें, पौष्टिक आहार लें, दूध, दही, दाल, अंडा, मछली इत्यादि का सेवन करें। इस प्रकार आप विटामिन बी12, विटामिन डी, कैल्शियम, आयरन, जिंक की भरपूर मात्रा प्राप्त कर सकती हैं।
डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर की सुझाई सभी दवाइयों को समय पर लेना बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें जरा भी लापरवाही न करें, कई बार लोग समय पर दवाई नहीं लेते हैं, जिस कारण उन्हें बाद में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यदि डायबिटीज में थकान महसूस नहीं करना है, तो दवाइयों का सेवन नियमित रखें।
डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर से समय-समय पर जरूर संपर्क करते रहना चाहिए और डॉक्टर के द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए। मेडिकल ट्रीटमेंट के प्रति बरती गई लापरवाही आपके शरीर के लिए कई रूपों में हानिकारक साबित हो सकती है। विशेष रूप से डायबिटीज की स्थिति में थकान, मोटापा, हृदय संबंधी समस्याओं से जुड़ी परेशानी का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए नियमित चिकित्सा जांच जरूरी है।
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