भारत में मानसिक समस्याओं पर बहुत कम बात होती है। दरअसल इनको लेकर हमने एक पैरामीटर सेट कर लिया है। जिसकी मानसिक समस्या हम स्वीकार लेते हैं उसे पागल कहकर बुलाते हैं और जिसे हम नहीं स्वीकार पाते, उसका कुछ नहीं स्वीकार पाते। लेकिन मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं केवल व्हाइट या केवल ब्लैक नहीं होतीं। इस बीच में छोटी छोटी दिक्कतें भी आती हैं। जैसे – भीड़ से घबराहट (Crowd Anxiety)।
13 जनवरी से प्रयागराज, यूपी में जहां तीन नदियों का संगम है, वहाँ महाकुम्भ शुरू हो रहा है। यह कहा जा सकता है कि यह इकलौता मेला है जहां देश भर से हिन्दू धर्म को मानने वाले आते हैं और कुम्भ स्नान समेत और जो भी धार्मिक गतिविधियां होती हैं, उसका हिस्सा बनते हैं। सवाल ये है कि ऐसे में जहां लाखों की भीड़ हो, भीड़ से घबराहट (Crowd Anxiety) से जूझ रहे लोग कैसे इस आयोजन का हिस्सा बनें? आज हम आपकी इसी मुश्किल को आसान करने की कोशिश करेंगे
एमएसडी नाम की एक संस्था की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 2 प्रतिशत लोग भीड़ से घबराहट (Crowd Anxiety) या एग्रोफोबिया का शिकार होते हैं। ये एक प्रकार का डर है जिसे बीमारी की श्रेणी में भी रखा जा सकता है। इससे पीड़ित किसी भी व्यक्ति को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने में डर लगता है। वह सोचने लगता है कि इस भीड़ में वो कहीं ऐसी स्थिति में ना फंस जाए जहां से निकलना मुश्किल हो। इसी वजह से सांस लेने में दिक्कत, पसीना आना और हार्ट बीट का बढ़ना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर भूपेन्द्र भाटिया के अनुसार, भीड़ से घबराहट या एगोराफोबिया एक मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को भीड़-भाड़ या खुले स्थानों में जाने पर डर और असहजता महसूस होती है। यह एक तरह का फोबिया होता है, जिसमें व्यक्ति को लगता है कि वह किसी ऐसी स्थिति में फंस सकता है जहां से निकलना मुश्किल हो। कुम्भ मेला जैसी जगहों पर जब लाखों लोग इकट्ठा होते हैं, तो यह स्थिति और भी बढ़ सकती है।
1. जब आप भीड़ में होंगे तो आपको अचानक चिंता और डर का एहसास होने लगेगा। आपको लगेगा कि आपके साथ चल रही भीड़ या लोग आपको नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
कई बार ऐसी स्थिति में खो जाने का डर सताता है। कई बार ये इमोशन इतनी तेज हो सकती है कि आपको लगता है कि आप किसी खतरे में हैं।
2. घबराहट के कारण दिल की धड़कन तेज हो सकती है जिससे सांस लेने में मुश्किल होती है। इससे पीड़ित व्यक्ति की घबराहट बहुत बार इतनी बढ़ जाती है कि उसे लगता है कि घबराहट के मारे वो बेहोश हो जाएगा।
3. पसीना आना घबराहट का आम लक्षण है और कई बार आपके हाथ भी कांपने लगते हैं।
4. भीड़ से घबराहट (Crowd Anxiety) की सूरत में सांस ना ले पाना और चक्कर आने लगना भी इसके आम लक्षणों में से एक है।
5. भीड़ को देखकर कई बार घबराहट में व्यक्ति चीजें भूलने लगता है। दिमाग कोऑर्डिनेट करना बंद कर देता है। और असंयम इस दौरान हावी होने लगता है। परिणाम ये होता है कि इससे पीड़ित व्यक्ति जल्दी से भीड़ से निकलने की कोशिश करने लगता है, जिसके कुछ उलटे असर हो सकते हैं।
डॉक्टर भूपेन्द्र भाटिया ने हमसे बातचीत में क्राउड एंग्जाइटी (Crowd anxiety) से निपटने के कुछ तरीके बताए।
गहरी और लंबी सांसें लेना घबराहट का सबसे बेहतर बचाव है। जब भी आपको घबराहट महसूस हो, तो गहरी सांसें लें। इससे आपका शरीर और दिमाग शांत होता है और घबराहट कम होने लगती है। ये तरीका बिल्कुल आसान है और आप तुरंत मुश्किल में आजमा सकते हैं।
घबराहट की सूरत में दिमाग यह जज नहीं कर पाता कि करना क्या है। कैसे इस स्थिति से निकलना है। ऐसे में दिमाग को थोड़ी देर शांत करने की जरूरत है और ध्यान इसके लिए अच्छा ऑप्शन है।
कुछ देर के लिए अपनी आँखें बंद करें और बाहरी दुनिया के बारे में सोचना छोड़ दें। जब दिमाग शांत होगा तभी आप अच्छे से सोच भी पाएंगे और आपको घबराहट (Crowd anxiety) से भी राहत मिलेगी।
किसी भी व्यक्ति को किन सूरतों में डर लगता है? तब जब वो ये सोचता है कि उसको किसी तौर पर नुकसान होने वाला है, यानी वो अपने बारे में नकारात्मक सोच रहा है। ऐसे में इसी सोच को सकारात्मक करने की जरूरत है। यह मुश्किल जरूर है लेकिन आपको हमेशा खुद से ये कहना होगा कि आप सेफ हैं। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप परिस्थिति से लड़ने के लिए अपने दिमाग को तैयार कर रहे होंगे। याद है ना थ्री इडियट्स फिल्म में रैन्चो बार बार ऑल इज वेल क्यों कहता था? आपको भी यही कहना है।
यह तरीका थोड़ा मुश्किल है लेकिन आपके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। अगर आपको लगे कि कुछ भी करने से घबराहट (Crowd anxiety) नहीं जा रही है तो बेहतर यही है कि भीड़ से दूर हो जाएं। थोड़ी देर के किसी शांत जगह पर जा कर वक्त बिताएं। या फिर आराम कर लें। इससे आपको घबराहट से निजात मिलेगी।
घबराहट को कम करने का ये सबसे बेसिक तरीका है लेकिन लोग इसे अमूमन नजरंदाज कर देते हैं। घबराहट में प्यास बहुत ज्यादा लगती है। खास कर भीड़ से होने वाली घबराहट में। आप ऐसी स्थिति का इंतेजार ना करिए। पहले से ही थोड़े थोड़े वक्त पर पानी पीते रहें। पानी शरीर में ब्लड फ़्लो को सही करने में मदद करता है जिससे हार्ट अपना काम सही ढंग से करता है और घबराहट के तमाम समस्याओं से आप ऐसे ही दूर हो जाते हैं।
1. अगर आपको पहले से ही भीड़ से घबराहट (Crowd anxiety) की समस्या के बारे में पता है तो कुम्भ जैसी जगह पर जाने से पहले अपने डॉक्टर से मिल लें। उनके बताए सुझावों पर अमल करें और उनकी बताई दवाइयाँ अपने साथ रखें।
2. अगर भीड़ में अचानक घबराहट (Crowd anxiety) बढ़ जाए और चक्कर आने लगें तो इमरजेंसी सर्विसेस का सहारा लें। यूपी की प्रदेश सरकार ने 108 एम्बुलेंस सेवा का विस्तार कुम्भ मेले के लिए भी किया है।
3. अगर आपको यह लगे कि आप सांस नहीं ले पा रहे हैं तो भी देर ना करें। सांस लेने में कठिनाई से आपके दिल पर सीधे दबाव पड़ता है।भीड़ से घबराहट एक मानसिक समस्या जरूर है लेकिन सांस ना ले पाने की सूरत में इसका असर आपके दिल पर हो सकता है।
4. ज्यादा पैदल चलने से बचें। यह सही है कि भीड़ भाड़ वाले इलाकों में पैदल चलने के अलावा और कोई रास्ता नहीं होता। खासकर कुम्भ में। लेकिन अगर आप घबराहट के शिकार हैं तो बेहतर है कि किसी शांत जगह या कम शोर वाली जगह चुनें और वहाँ अपना समय बिताएं।
5. कुम्भ स्नान का ऐसा दिन कतई ना चुनें जब भीड़ बहुत ज्यादा हो। खास कर पूर्णिमा का दिन। अगर आप ऐसे दिन चुन भी रहे हैं तो उस वक्त जाएं जब भीड़ कम हो। खास कर खूब सुबह या बहुत शाम को। ताकि आप भीड़ से बचे रहें।
भीड़ से घबराहट (Crowd anxiety) एक आम समस्या है, जो वक्त के साथ जा भी सकती है। लेकिन इसे इग्नोर करके अपने दिमाग के साथ जबरदस्ती करना आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकता है। इस बार कुम्भ जाने की तैयारी कर रहे हों और भीड़ से घबराहट जैसी समस्या से जूझ रहे हों तो ऊपर बताई गई बातों का जरूर ध्यान रखें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए पुण्य अर्जित करें।
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