किसी नई रेसिपी को ट्राई करने से पहले कैलोरी काउंट को लेकर चिंता बढ़ जाती है। अगर आप लो कैलोरी डेजर्ट की तलाश में हैं, तो कस्टर्ड एप्पल यानि शरीफे से तैयार रेसिपीज़ स्वाद के साथ डाइट में पोषण को भी जोड़ता है। एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन और मिनरल से भरपूर शरीफा का न केवल स्वाद रिफ्रशिंग है बल्कि इसका क्रीमी टैक्सचर किसी भी व्यंजन की खूबूसरती को बढा सकता है। सबसे पहले जानते हैं शरीफा क्यों है खास और फिर उसे उससे तैयार होने वाली रेसिपीज़ (custard apple recipes) ।
फाइबर विटामिन और मिनरल से भरपूर कस्टर्ड एप्पल में नेचुरल शुगर पाई जाती है। डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि कस्टर्ड एप्पल एक लो कैलोरी फूड है। इससे डाइजेशन और मूड दोनों बूस्ट होते है। इससे न केवल इम्यून सिस्टम मज़बूत बनता है बल्कि आंखों और हृदय रोगों की समस्या हल होती है। इसमें मौजूद पोटेशियम और मैगनीशियम की मात्रा हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करती है। डाइजेशन को बूस्ट करने वाले इस फल को पुडिंग, स्मूदी और ओटमील में एड करके खाया जा सकता है। पहले जानते हैं कस्टर्ड एप्पल से मिलने वाले फायदे।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार शरीफा का सेवन करने से शरीर में फ्री रेडिकल्स का खतरा कम हो जाता है। इसमें कौरेनोइक एसिड, फ्लेवोनोइड्स, कैरोटीनॉयड्स और विटामिन सी समेत कई . एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे शरीर को इम्यून सिस्टम मज़बूत बनता है।
इसके सेवन से शरीर को कैरोटीनॉयड एंटीऑक्सीडेंट ल्यूटिन की प्राप्ति होती है। इससे उम्र से पहले विज़न लॉस और मेक्यूलर डीजनरेशन का जोखिम कम हो जाता है। ल्यूटिन का उच्च स्तर होने से कैटरैक्ट यानि आंखों में मोतियाबिंद का जोखिम कम हो जाता है।
तेज़ी से बढ़ रहे वज़न को नियंत्रित करने के लिए कस्टर्ड एप्पल बेहद फायदेमंद है। इससे शरीर में विटामिन ए, सी और बी6 की कमी पूरी होती हैं। इसके अलावा पोटेशियम और आयरन जैसे मिनरल्स का स्तर भी बना रहता हैं। फाइबर से भरपूर शरीफा पाचन में मदद करता है, जिससे देर तक पेट भरा हुआ रहता है। इस लो कैलोरी फूड से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, ताकि वेटगेन से बचा जा सके।
सॉलूयबल फाइबर से भरपूर शरीफा का सेवन करने से आंतों में गुड बैक्टीरिया का प्रभाव बढ़ने लगता है। साथ ही फर्मेटेशन से गुज़रकर शरीर में शॉर्ट चेन फैटी एसिड बनने लगती है। इसकी मदद से पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है। यूएसडीए के अनुसार 1 कप कस्टर्ड एप्पल में 5 ग्राम डाइटरी फाइबर पाया जाता है।
सबसे पहले कस्टर्ड एप्पल के पल्प को तैयार करके एक बाउन में निकाल लें। अब हंग कर्ड को उसी बाउल में डालकर मिक्स कर दें। लम्प्स को पूरी जरह से निकालने के बाद क्रीमी मिश्रण को 2 से 3 घंटे के रेफ्रिजरेट कर लें। अब मिश्रण को ब्लैंडर में डालकर तैयार कर लें और उसमें शहद व रोस्टिड अलसी के बीज डालकर सर्व करें।
इसे बनाने के लिए कस्टर्ड एप्पल के बीज निकालकर पल्प का एक जार में डालें और उसमें केला व स्ट्रॉबेरी एड कर दें। एक स्मूद और क्रीमी पेस्ट तैयार होने के बाद दूध, शहद और आइस क्यूब्स को एड कर दें। तैयार स्मूदी को ओवरनाइड सोकड् 1 चम्मच चिया सीड्स से गार्निश करके सर्व करें।
इसे बनाने के लिए एक पैन में दूध डालकर गर्म कर लें और उसमें प्लेन ओट्स को डालकर 1 से 2 मिनट के लिए हिलाएं। अब इसमें कोको पाउडर एड कर दें, हल्की आंच पर पकाने के बाद ओट्स को बाउल में निकाल लें। अब इसमें क्री टैक्सचर एड करने के लिए 1 चम्मच पीनट बटर मिलाएं और सीडलेस शरीफे के पल्प को भी डालें। अब इसे तैयार करने के बाद अनार के दानों से गार्निश करके सर्व करें।
कस्टर्ड एप्प्ल के पल्प से तैयार होने वाली बासुदी एक पारंपरिक रेसिपी है। इसे बनाने के लिए एक कप पल्प तैयार कर लें। अब पैन में 1 लीटर दूध डालकर उसे उबाल लें। बॉयल मिल्क में छोटी इलायची का पाउडर डालकर 2 से 3 मिनट तक पकाएं। जब दूध में उसका स्वाद एड हो जाए, तो उसके बाद पल्प का दूध में डालकर मिलाएं और दूध को गाढ़ा होने दों। इसमें स्वादानुसार शक्कर मिला लें। तैयार बासुंदी को बाउल में निकालकर ठंडा होने दें और ड्राई फ्रूट से गार्निश करके सर्व कर दें।
इसे बनाने के लिए पैन में दूध डालकर गर्म कर लें। अब उसमें कंडेस्ड मिल्क और काजू, बादाम व पिस्ता से तैयार ड्राई फ्रूट एड कर दें। सभी चीजों को मिलाकर कुछ देर तक हिलाएं। जब मिश्रण गाड़ा होने लगे, तो उसमें कस्टर्ड एप्पल का पल्प डालकर मिक्स कर लें। अब एक चौड़े बर्तन को ग्रीस करके उसमें मिश्रण को सेट कर दें और 1 घंटे के लिए फ्रिज में रखें। रेसपि तैयार होने के बाद उसे टुकड़ों में काटकर ड्राई फ्रूट से गार्निश करके सर्व करे।
इस बारे में न्यूट्रिशनिस्ट डॉ रुजुता दिवेकर बताती हैं कि इसमें मौजूद बायोएक्टिव मॉलिक्यूल, एंटी-आबिसोजेनिक, एंटी-डायबिटीज़ और एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं। इससे मोटापे और मधुमेह जैसी पुरानी बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
यूएसडीए के अनुसार कस्टर्ड एप्पल ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Custard apple glycemic index) 54 है, जिसकी गिनती कम जीआई वाले फूड्स में होती है। डायबिटीज़ के रोगियों के लिए 55 या उससे कम जीआई वाले खाद्य पदार्थों को खाने की सलाह दी जाती है। मगर इसमें मौजूद अत्यधिक मिठास के चलते मॉडरेट ढ़ंग से इसका सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। आहार में इसे शुगर से रिप्लेस करके रेसिपी को मीठा और पौष्टिक बनाया जा सकता है।