हेयर फॉल एक बेहद कॉमन प्रॉब्लम बन चुका है, जिससे ज्यादातर महिलाएं परेशान हैं। झड़ते बालों के साथ बालों की वॉल्यूम (hair volume) भी कम होती जा रही है, जिसकी वजह से महिलाएं अपनी पसंदीदा हेयर स्टाइल नहीं कर पाती। वहीं लो हेयर डेंसिटी कई महिलाओं में कॉन्फिडेंट की कमी का कारण बनती है। हालांकि, इसके लिए महिलाओं की बाल एवं स्कैल्प के प्रति बरती गई लापरवाही जिम्मेदारी होती है। जिस प्रकार आपके शरीर को सही से कार्य करने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार बालों के प्रति ध्यान देना भी बेहद महत्वपूर्ण है।
ऐसे कई खास प्राकृतिक तरीके हैं, जिनकी मदद से आप बिना किसी साइड इफेक्ट के अपने हेयर डेंसिटी को बूस्ट कर सकती हैं। वहीं इसके लिए आपको बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त हेयर केयर प्रोडक्ट्स पर हजारों रुपए खर्च करने की भी आवश्यकता नहीं है। तो फिर देर किस बात की चलिए जानते हैं, हेयर डेंसिटी बूस्ट करने के कुछ प्रभावी टिप्स, ताकि आप अपनी पसंदीदा हेयरस्टाइल को फ्लांट कर सके।
रेडिकल स्किन एंड हेर क्लीनिक सेक्टर 17 फरीदाबाद की डर्मेटोलॉजिस्ट और हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ राधिका रहेजा ने हेयर डेंसिटी (hair density) बूस्ट करने के कुछ प्रभावी टिप्स दिए हैं (how to boost hair density)। तो चलिए जानते हैं, इसपर क्या है एक्सपर्ट की राय।
हेयर डेंसिटी स्कैल्प पर प्रति स्क्वायर इंच अलग-अलग बालों की संख्या या मात्रा को संदर्भित करता है। बालों की डेंसिटी कम, मध्यम या उच्च हो सकती है। कम का मतलब है प्रति वर्ग इंच बालों की संख्या कम होना, जबकि उच्च का मतलब है अधिक बाल, इससे कुल बालों की मात्रा और मोटाई निर्धारित होती है। यह मापता है कि आपके स्कैल्प पर बालों के शाफ्ट कितने करीब से ग्रुप्ड हैं।
आपके बालों की डेंसिटी यानी की घनत्व कम होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। यहां कुछ आम कारण बताए गए हैं:
जेनेटिक्स
हार्मोनल इंबैलेंस
तनाव
अनहेल्दी डाइट
बालों की देखभाल में कमी
प्रेगनेंसी या मेनोपॉज
क्रॉनिक डिजीज
गर्म पानी से नहाना
रंग या हीट-स्टाइलिंग उत्पादों का अधिक उपयोग करना
अनियमित स्लीप साइकिल
पर्यावरण या मौसमी परिवर्तन
हमारे शरीर में जितने भी सकारात्मक और नकारात्मक बदलाव आते हैं, उनका प्राथमिक कारण हमारा खानपान होता है। खासकर त्वचा और बाल की सेहत पूरी तरह से खान-पान पर टिकी होती है। यदि आपके बाल झड़ रहे हैं और हेयर डेंसिटी कम हो रही है, तो ऐसे में बालों की सेहत के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को अपनी डाइट में शामिल करें। महत्वपूर्ण विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर के साथ ही प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं।
इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखना भी बहुत जरूरी है। वहीं आपके बाल केराटिन से बने होते हैं, यह एक प्राकृतिक प्रोटीन है। जिसे मेंटेन करने के लिए आपको डाइट में अंडा, पालक, दाल आदि जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करने की आवश्यकता होती है।
हेयर डेंसिटी को बूस्ट करने के लिए सबसे पहले हेयर फॉल कंट्रोल करना जरूरी है। उसके बाद हेल्दी हेयर ग्रोथ पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है, तब जाकर आप एक प्रॉपर डेंसिटी मेंटेन कर पाती हैं। इसमें स्कैल्प मसाज आपकी मदद कर सकता है। स्कैल्प को मसाज देने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे कि हेयर फॉलिकल्स तक पर्याप्त मात्रा में पोषण पहुंचता है और वे मजबूत होते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान हेल्दी हेयर ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है।
इतना ही नहीं मसाज करने के लिए तेल का इस्तेमाल किया जाता है, जो बालों में होने वाले अन्य डैमेज से उसे बचाते हैं। खास कर ये हेयर ड्राइनेस को कम कर देती है, इसके अलावा इससे बाल स्मूद और मुलायम हो जाते हैं और इन्हें फ्लांट करना आसान होता है। आप अपने सुविधा अनुसार कोकोनट ऑयल, रोजमेरी ऑयल, ऑलिव ऑयल, कैस्टर ऑयल, यहां तक की एलोवेरा जेल की मदद से भी स्कैल्प को मसाज दे सकती हैं।
आजकल बाजार में तरह-तरह के हेयर केयर प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, जिनमें तमाम केमिकल्स मौजूद होते हैं। ऐसे में कई बार इनके साइड इफेक्ट के तौर पर हेयर फॉल की समस्या आपको परेशान कर सकती है। इसलिए हमेशा अपने हेयर केयर प्रोडक्ट्स में मौजूद इनग्रेडिएंट्स को पढ़े और उनके बारे में समझे कि उनके क्या फायदे और साइड इफेक्ट हैं। कोशिश करें कि आंवला, शिकाकाई, रीठा, मेहंदी आदि से युक्त आयुर्वेदिक शैंपू का इस्तेमाल किया जाए।
वहीं हेयर सिरम, कंडीशनर, हेयर क्रीम आदि जैसे प्रोडक्ट्स को अप्लाई आदि जैसे प्रोडक्ट्स कस्टमर करती हैं, तो आपको अब सावधान होने की आवश्यकता है। हेयर प्रोडक्ट्स के इनग्रीडिएंट्स के प्रति ध्यान देकर आप हेयर फॉल कंट्रोल कर सकती हैं, जिससे की हेयर डेंसिटी बढ़ती है।
संतरे की प्यूरी में मौजूद विटामिन सी, पेक्टिन और एसिड हेयर फॉल कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकते हैं। इनमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स नेचुरल हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं, जिससे की हेयर डेंसिटी बढ़ती है। संतरे में मौजूद एसिड स्कैल्प पर जमें टॉक्सिंस को बाहर निकलने में मदद करता है, जिससे की हेयर फॉलिकल्स पूरी तरह से स्वस्थ रहते हैं।
इसे अप्लाई करने के लिए एक संतरा ले और उसे छिलके के साथ ब्लेड कर लें। अब प्यूरी को निकालें और अपने स्कैल्प पर अप्लाई करते हुए हल्के हाथ से मसाज दें। इन्हें लगभग 1 घंटे तक लगा हुआ छोड़ दे, उसके बाद अपने नियमित शैंपू से अपने बाल धो लें।
आज के समय में तनाव हेयर फॉल का एक सबसे बड़ा कारण है, जिसकी वजह से हेयर डेंसिटी दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है। इसलिए यदि आप स्वस्थ एवं घने बालों की चाहत रखती हैं, तो आपको अपने स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अपने नियमित जीवनशैली के तनाव को मैनेज करने के लिए रिलैक्सिंग टेक्निक्स जैसे की योगा, मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइ और अन्य प्रकार के वर्कआउट में पार्टिसिपेट करें।
साथ ही साथ अपनी किसी पसंदीदा हॉबी को करने से भी तनाव कम होता है। इन बातों पर ध्यान दें, क्युकी इससे आपके स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन पड़ेगा और हेयर फॉलिकल स्वस्थ रहेंगे।
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