हम अक्सर सेलिब्रिटीज और फिटनेस आइडल्स की डाइट रूटीन में इन्टरेस्टेड होते हैं। और ये हमें दिखता भी है कि वो अपने रूटीन और डाइट के स्पेशल तरीके से उम्र और बढ़ते वजन दोनों समस्याओं को मात दे देते हैं। ऐसा ही डाइट का एक तरीका है ओमेड डाइट। दिन भर में केवल एक बार खाना। कुछ दिन पहले शाहरुख खान के इसे अपनाने को लेकर चर्चा थी, फिर बाद को ये डाइट फॉलो करने को लेकर अभिनेत्री रवीना टंडन का भी नाम जुड़ा। आज हम डाइट के इसी तरीके के बारे बात करने वाले हैं। एक्सपर्ट और रिसर्च की मदद से समझेंगे ओमैड डाइट के फायदे क्या हैं, क्या इसे अपनाना सेफ है और अगर हाँ तो इसे अपनाते वक्त हमें क्या सावधानियां रखनी चाहिए।
ओमैड का मतलब है ‘One Meal A Day’ यानी एक दिन में सिर्फ एक ही बार खाना। यह एक तरह का इंटरमिटेंट फास्टिंग ही है जिसमें आप पूरे दिन में केवल एक बार खाना खाते हैं और बाकी 23 घंटे सिर्फ पानी या दूसरे लिक्विड (जैसे चाय, कॉफी) ही ले सकते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य है शरीर में पूरे दिन की कैलोरी को एक बार में ही पूरा करना।
यह डाइट उन लोगों के लिए है, जो कम खाने और फास्टिंग के दौरान फैट बर्न करना चाहते हैं। हां, शुरुआत में यह थोड़ा चैलेंजिंग हो सकता है लेकिन जो लोग इसे सही तरीके से फॉलो करते हैं, उनका कहना है कि इससे काफी अच्छे रिजल्ट्स मिलते हैं।
यह ओमैड डाइट (OMAD diet to lose weight ) का सबसे बड़ा फायदा है। जब आप सिर्फ एक ही बार खाना खाते हैं, तो आप अपनी कैलोरी इनटेक को बहुत आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। क्योंकि पूरे दिन सिर्फ एक ही बार खाना होता है, आप स्वाभाविक रूप से कम कैलोरी खाएंगे। इससे शरीर को फैट बर्न करने का ज्यादा वक्त मिलता है।
जब शरीर को लगातार खाने की आदत नहीं होती और वह फास्टिंग जोन में रहता है तो उसकी सूजन कम हो जाती है। यह शरीर को ठीक करने और उसके काम ठीक तरह से करने में मदद करता है। जब खाने का समय बहुत कम होता है तो शरीर बाकी समय में अपने आप को रिस्टोर करता है और सूजन को कम करता है।
नेशनल साइंस फाउंडेशन की एक रिपोर्ट कहती है कि ओमैड डाइट इंसुलिन सेंसिटिविटी को भी बेहतर बनाता है। जब आप एक दिन में सिर्फ एक बार खाते हैं तो इंसुलिन का स्तर कंट्रोल में रहता है जिससे शरीर में शुगर की मात्रा और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है।
फास्टिंग के दौरान शरीर का मेटाबोलिज़्म फैट बर्न करने के लिए सक्रिय हो जाता है। यह कैलोरी बर्निंग प्रक्रिया को तेज करता है। मेटाबोलिज़्म में सुधार होने से शरीर को कम समय में ज्यादा एनर्जी मिलती है, और धीरे-धीरे वेट लॉस भी होने लगता है।
अमेरिकन हेल्थ डिपार्टमेंट की एक रिपोर्ट यह बताती हैं कि ओमैड जैसी फास्टिंग प्रक्रिया से शरीर के भीतर ऑक्सीडेटिव डैमेज कम होता है, जिससे उम्र लंबी हो सकती है। इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डाइट के इस तरीके से हमारा इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है जिससे हम कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे से भी बच सकते हैं।
इसका असर इंटरमिटेंट फास्टिंग पर बेस्ड है। जब आप 23 घंटे फास्ट करते हैं, तो आपका शरीर उन 23 घंटों में फैट स्टोर्स से ऊर्जा निकालता है और मेटाबोलिज्म को बूस्ट करता है। इस दौरान शरीर का इंफ्लेमेशन, इंसुलिन लेवल्स, और हॉर्मोनल बैलेंस सुधरता है। जब आप एक बार में खाना खाते हैं, तो शरीर को पूरे दिन की सारी ऊर्जा एक ही समय में मिल जाती है, जिससे आप अपनी कैलोरी इनटेक पर नियंत्रण रख पाते हैं।
ओमैड डाइट (OMAD diet to lose weight ) के साथ कुछ सावधानियां भी रखना ज़रूरी है। आपको इसे ध्यान से और सही तरीके से फॉलो करना पड़ेगा। जैसे –
जब आप 23 घंटे फास्ट कर रहे होते हैं, तो आपके शरीर को पानी की बहुत ज़रूरत होती है। पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और आपका पाचन सही रहता है। अगर आप ज्यादा पानी पीते हैं तो आपको डिहाइड्रेशन का खतरा नहीं रहेगा और शरीर का काम ठीक से चलेगा।
जब आप एक दिन में सिर्फ एक बार खाते हैं, तो अक्सर इच्छा होती है कि सब कुछ एक साथ खा लें। लेकिन ध्यान ये रखना है कि इससे पेट में भारीपन हो सकता है और हमारा पाचन भी खराब हो सकता है। इसलिए हल्का और पौष्टिक खाना खाएं।
ओमैड डाइट (OMAD diet to lose weight ) में सिर्फ कैलोरी की ही बात नहीं होती बल्कि आपको प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स की भी जरूरत होती है। सिर्फ कैलोरी काटकर काम नहीं चलता। इसलिए ध्यान रखना होगा कि आपके भोजन में इन सभी मिनरल्स का बैलेंस का हो। प्रोटीन और फाइबर से भरपूर भोजन खाएं, ताकि आपको ज्यादा भूख न लगे और शरीर का मेटाबोलिज़्म सही रहे।
ओमैड डाइट में समय का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। खाना खाने का फिक्स टाइम रखना जरूरी है, ताकि शरीर को उस समय के आसपास पूरी एनर्जी मिल सके। समय को लेकर शरीर के अंदर जो रूटीन बनता है वह शरीर के लिए अच्छा होता है। तो कोशिश करें कि खाने का समय हमेशा एक ही रखें।
सबसे ज़रूरी बात, अगर आपको लगता है कि आप बहुत थका हुआ महसूस कर रहे हैं या शरीर को आराम की ज़रूरत है तो ओमैड डाइट को थोड़े समय के लिए रोक सकते हैं। अपने शरीर की सुनना बहुत ज़रूरी है। हर किसी की शरीर की जरूरत अलग होती है तो अगर कुछ गलत महसूस हो रहा हो, तो डॉक्टरी सलाह लेना समझदारी होगी।
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