सर्दी के मौसम में शुष्क हवाएं हेयर ड्राइनेस का कारण साबित होती हैं। स्कैल्प का नेचुरल ऑयल कम होने से फॉलिकल्स कमज़ोर होते है, जिससे बाल बेजान हो जाते है और टूटने लगते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग बालों की ऑयलिंग करते है जिसके लिए खासतौर से नारियल तेल का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा कोकोनट मिल्क भी बालों के लिए किसी मेजिकल रेमिडी से कम नहीं है। अगर आप भी बालों को लंबा, घना व हेल्दी बनाना चाहती है, तो उसके लिए बालों को पोषण प्रदान करना आवश्यक है। जानते हैं कोकोनट मिल्क (coconut milk for hair) कैसे करें बालों पर अप्लाई और इससे बालों को मिलने वाले फायदे।
बालों में केराटिन की मात्रा होती हैं, जो एक प्रकार का प्रोटीन है। ऐसे में कोकोनट मिल्क में मौजूद उच्च प्रोटीन बालों को मज़बूत रखने में मदद करता है। ऐसे में नारियल के दूध को पीने के अलावा बालों में लगाने से फायदा मिलता हैं। इसमें मौजूद लॉरिक एसिड नारियल में मुख्य तत्वों में से एक है। इसे बालों में लगाने से क्यूटिकल को मज़बूत बनाने में मदद मिलती है।
इसमें प्रोटीन, फैट्स और कार्बोहाइड्रेट जैसे मैक्रोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते है। इससे बालों को स्वस्थ, मज़बूत और नमीयुक्त बनाए रखने में मदद मिलती हैं। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी और ई पाए जाते है। इसके अलावा विटामिन बी1, बी3, बी5 और बी6 पाया जाता हैं।
नारियल के दूध के प्राकृतिक फैटी एसिड की मात्रा पाई जाती है। इसमें मौजूद मॉइस्चराइजिंग गुण सूखे बालों और स्कैल्प दोनों में नेचुरल ऑयल की मात्रा को मेंटेन रखते हैं। ये क्षतिग्रस्त बालों के लिए एक प्राकृतिक कंडीशनर के रूप में कार्य करता हैं।
नारियल का दूध मॉइस्चराइजिंग गुणों से भरपूर है। इसके अलावा नारियल के तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए गए हैं। इससे स्कैल्प को नरिशमेंट मिलता है और डैंड्रफ को कम किया जा सकता हैं। इसे शैम्पू में मिलाकर बालों में लगाने से हेयरग्रोथ में मदद मिलती है और स्कैल्प का रूखापन भी कम होने लगता है।
कोकोनट मिल्क (coconut milk for hair) से क्यूटिकल मज़बूत बनते हैं और बालों को टूटने से बचाया जा सकता है। इसे बालों पर अप्लाई करने से प्रोटीन, जिंक और विटामिन की प्राप्ति होती है। इससे बालों को उच्च पोषण की प्राप्ति होती है और हेयर थिननेस कम होने लगती है। सप्ताह में 1 से 2 बार इसका इस्तेमाल कारगर साबित होता है।
इसे स्कैल्प पर लगाने से सफेद बालों की समस्या हल होने लगती है। इसके इस्तेमाल से बालों का नेचुरल पिगमेंट मेंटेन रहता है और हेयर डेंसिटी में भी सुधार आने लगता है। नारियल के दूध में मौजूद हेलदी फैट्स और लॉरिक एसिड बालों की मज़बूती को बढ़ाते हैं।
अधिक केमिकल्स का इस्तेमाल हेयरफॉल को बढ़ता है और इससे बाल पतले और बेजान दिखने लगते है। ऐसे में बालों की डेंसिटी और वॉल्यूम का बढ़ाने के लिए कोकोनट मिल्क कारगर साबित होता है। इससे ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने लगता है और बाल हेल्दी नज़र आते हैं।
बालों को धोने से पहले बादाम के तेल में नारियल का दूध मिलाकर बालों में मसाज करें। उसके बाद 20 से 30 मिनट तक रखें और फिर बालों को धो दें। इससे बालों में शाइन और मज़बूती दोनों ही बढ़ने लगती है। 2 से 3 दिन बाद हेयरवॉश से पहले इससे बालों में अवश्यस मसाज करें।
शैम्पू में कोकोनट मिल्क (coconut milk for hair) मिलाएं और उससे बालों को धोएं। इससे बालों को विटामिन और मिनरल की प्राप्ति होती है। इससे स्कैल्प पर बढ़ने वाला रूखापन कम होने लगता है और फॉलिकल्स को नरिश करने में भी मदद मिलती है। बालों में नमी को रीस्टोर करके हेयरफॉल से बचा जा सकता है।
बालों को धोने के बाद इसे स्कैल्प पर अप्लाई कर लें। इसे लगाकर हल्की मसाज करें और 10 मिनट तक बालों में लगा रहने दें। उसके बाद माइल्ड शैम्पू से हेयरवॉश कर लें। इससे बालों का टूटना झड़ना कम होता है और शाइन मेंटेन रहती है।
इसके लिए नारियल के दूध में दही को मिलाएं और बालों में लगाएं। इसमें मौजूद लेक्टिक एसिड हेयर नरिशमेंट में मदद करता है। इससे बालों का टूटना कम होता है और फॉलिकल्स को नरिशमेंट भी मिलता है। बालों को रूखेपन से बचाने के लिए सप्ताह में 2 बार इस रेमिडी का इस्तेमाल करें।