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आपके ब्रेन के लिए जिम वर्कआउट से कम नहीं हैं ये 5 एक्टिविटीज, रोज निकालें इनके लिए वक्त

शरीर अपने सभी कार्यों के लिए ब्रेन पर निर्भर है। ऐसे में ब्रेन सेल्स को हेल्दी बनाए रखने के लिए उनका गतिशील होना आवश्यक है। मस्तिष्क को एक्टिव बनाए रखने के लिए रोज़मर्रा के जीवन में कुछ बातों का ख्याल रखें।
Published On: 22 Sep 2024, 06:00 pm IST
इनपुट फ्राॅम
अधिकतर समय पढ़ने और लिखने में लगाने का प्रयास करें। इससे ब्रेन मसल्स एक्टिव होते हैं और उनकी कार्यक्षमता बढ़ने लगती है चित्र: अडोबी स्टॉक

दिन भर एक ही मुद्रा में बैठकर काम करने से शरीर के साथ साथ दिमाग को भी तनाव और थकान का सामना करना पड़ता है शरीर को एक्टिव रखने के लिए जिस प्रकार से व्यायाम की मदद ली जाती है। ठीक उसी तरह से मस्तिष्क का विकास भी आवश्यक है। दरअसल, शरीर अपने सभी कार्यों के लिए ब्रेन पर निर्भर है। ऐसे में ब्रेन सेल्स को हेल्दी बनाए रखने के लिए उनका गतिशील होना आवश्यक है। जानते हैं कि किन टिप्स की मदद से शरीर और मस्तिष्क को एक्टिव (brain activities) बनाए रखने में मिलती है मदद।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार किसी भी कार्य में सभी इंद्रियों का इस्तेमाल करने से मस्तिष्क का विकास (Tips to boost mental health) होता है इससे ब्रेन फंक्शनिंग बढ़ जाती है और तनाव को कम करने में भी मदद मिलती है। एक ही समय पर स्मैल करने, देखने, छूने, टेस्ट करने और सुनने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को उचित बनाए रखने में मदद मितली है।

इस बारे में बातचीत करते हुए मनोचिकित्सक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि तनाव मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इससे एकाग्रता की कमी (causes of lack of focus), याददाश्त कमज़ोर होना और चिंता का सामना करना पड़ता है। ऐसे में शारीरिक स्वास्थ्य के समान मेंटल हेल्थ को बूस्ट करने के लिए मस्तिष्क को एक्टिव रखना आवश्यक है। इसके लिए मेडिटेशन के अलावा कुछ नया सीखने की चाहत मेमोरी का बूस्ट करने में मदद करता है। साथ ही क्रिएटिव थिकिंग का विकास होता है।

मेडिटेशन के अलावा कुछ नया सीखने की चाहत मेमोरी का बूस्ट करने में मदद करता है। चित्र:शटरस्टॉक

जानें किन तरीकों से शरीर और मस्तिष्क को रखा जा सकता है एक्टिव

1. किताबें पढ़ना

बुक रीडिंग दिगाम के लिए किसी सुपरफूड से कम नहीं है। इससे मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों को उत्तेजित करने में मदद मिलती है। इससे न केवल जानकारी बढ़ती है बल्कि बल्कि दिमाग की थकान को भी दूर किया जा सकता है। इसके अलावा किताबें पढ़ने से नींद न आने की समस्या को हल करने में मदद मिलती है। इससे कोगनोटिव हेल्थ और भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार नज़र आने लगता है।

2. ब्रेन एक्सरसाइज़ हैं फायदेमंद

ब्रेन पावर को बढ़ाने के लिए ब्रेन एक्सरसाइज़ की मदद ली जा सकती है। इसके लिए रूटीन में पज़ल गेम और क्रासवर्ड को शामिल करें। इससे मस्तिष्क की गतिशीलता बढ़ने लगती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य को मज़बूती मिलती है। इससे कॉगनीटिव क्षमता में सुधार आने लगता है, जिससे याददाश्त में सुधार और एकाग्रता बढ़ने लगती है।

3. कुछ नया सीखें

खुद को एगेंज रखने के लिए नई एक्टीविटीज़ को सीखने का प्रयास करें। फिर चाहे कुकिंग क्लास हो या कोई खेल। इससे ब्रेन के साथ ओवरऑल हेल्थ को फायदा मिल जाता है। नए स्किल्स को सीखने में जीवन के प्रति नज़रिया बदलने लगता है और विचारों में सकारात्मकता का विस्तार हो जाता है। साथ ही फ्रेड सर्कल मेंटेन रहता है।

4. म्यूज़िक सुनें और गाएं

गाने सुनना और गाना दोनों ही चीजें मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद साबित होती है। एनआईएच की रिसर्च के अनुसार म्यूज़िक सुनने से क्रिएटिव थिकिंग बढ़ने लगती है और ब्रेन सेल्स बूस्ट होते हैं। इससे मेंमोरी बढ़ने के अलावा मस्तिष्क की मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है। इसके अलावा शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं, जो तनाव के कारण शरीर में बढ़ने वाले कार्टिसोल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते है।

कभी-कभी किसी पसंदीदा धुन पर गीत गाने से मन तनावमुक्त हो जाता है। चित्र : शटरस्टॉक

5. मेडिटेशन करें

कई तरह के विचार मन में उठने से मानसिक और भावनात्मक तनाव बढ़ने लगता है, जो एक चुनौती के रूप में दिनचर्या को प्रभावित करता है। ऐेसे में मन में उठने वाले विचारों को रिलीज़ करने के लिए रोज़ाना कुछ देर मेडिटेशन के लिए समय निकालें। एक रूटीन बनाए और वर्तमान में रहने का प्रयास करें। इसके लिए सबसे पहले किसी जगह का चयन करें और फिर दिन में कुछ वक्त मेडिटेशन पर ध्यान केंद्रित करें।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

लेखक के बारे में
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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