बाल सिल्की और शाइनी हो, तो अच्छे लगते हैं। जबकि सर्दियों के दौरान कुछ लोगों के बाल ऑयली और चिपचिपे होने लगते हैं। ऐसे बालों को मेंटेन करना तो मुश्किल होता ही है, इन्हें स्टाइल करना भी मुश्किल होता है। जब आपके बाल ग्रीसी और ऑयली होते हैं तब आप अपने लुक के प्रति भी थोड़ा अंडर कॉन्फिडेंट हो जाती हैं। तो चलिए जानते हैं क्यों सर्दियों में बाल ऑयली और ग्रीसी हो जाते हैं। साथ ही ऐसे बालों (Home remedies for greasy hair) काे घर पर कैसे ठीक किया जा सकता है।
डर्मेटेक क्लिनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. कल्पना सोलंकी बताती हैं कि हमारी त्वचा को शुष्कता से बचाने के लिए नमी की जरूरत होती है। तेल हमारी त्वचा पर पानी की कमी को रोकने में मदद करते हैं, जो सीबम द्वारा निकलता है। तेल ग्रंथियां हमारी त्वचा की सतह के नीचे मौजूद होती हैं। ये ग्रंथियां स्कैल्प और चेहरे पर अधिक होती हैं।
स्कैल्प पर, ये ग्रंथियां हेयर फॉलिकल्स के साथ-साथ बनती हैं। सीबम तेल का उत्पादन करती हैं, जो बालों और स्कैल्प को ऑयली बनाए रखती हैं।
ये तेल ग्रंथियां तब ज्यादा मुश्किल पैदा करती हैं, जब इनमें तेल का उत्पादन ज्यादा होने लगता है। तेल का अत्यधिक उत्पादन कई कारणों से हो सकता है। जैसे लिंग, आहार, उम्र, मौसम और जेनेटिक्स।
शिकाकाई का उपयोग परंपरागत रूप से बालों के झड़ने के लिए हर्बल शैम्पू बनाने के लिए किया जाता है। शिकाकाई एक प्राकृतिक क्लींजर है क्योंकि यह स्कैल्प और बालों से अतिरिक्त तेल को साफ करता है। इसलिए शिकाकाई पाउडर का उपयोग बालों को धोने और बालों और स्कैल्प से तेल हटाने के लिए किया जा सकता है।
शिकाकाई पाउडर को दही के साथ मिलाकर पेस्ट बनाया जा सकता है और हेयर पैक के रूप में लगाया जा सकता है। हफ्ते में एक बार इस हेयर पैक का इस्तेमाल करने से आपको ऑयली बालों से राहत मिल सकती है।
नीम बालों के झड़ने की समस्या को दूर करता है। नीम को ऑयली स्कैल्प को ठीक करने में भी इस्तेमाल किया जाता है। नीम सिर की त्वचा पर बंद रोमछिद्रों को खोलने में मदद करता है और स्कैल्प को अधिक ऑयली होने से रोकता है।
बालों को धोते समय साफ करने के लिए आप नीम की पत्तियों को पेस्ट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे स्कैल्प और बालों पर लगाया जा सकता है और ठंडे पानी से धोया जा सकता है।
रीठा को भी बालों के लिए काफी उपयोगी माना गया है। रीठा में बालों और स्कैल्प को अच्छा रखने वाले क्लींजिंग गुण होते हैं। यह बालों और स्कैल्प पर सुखदायक प्रभाव भी डाल सकता है। रीठा पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाया जा सकता है। आप इस पेस्ट से बालों और स्कैल्प पर मसाज करके कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर पानी से धो लें।
एलोवेरा में कसैले गुण होते हैं जो स्कैल्प द्वारा उत्पादित प्राकृतिक तेल सीबम के उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। सीबम उत्पादन को संतुलित करके, यह स्कैल्प को शुष्क किए बिना अत्यधिक ऑयली होने से रोकते है।
इसमें हल्के क्लींजिंग गुण होते हैं जो स्कैल्प से अतिरिक्त तेल, गंदगी को हटाने में मदद कर सकते हैं। यह बालों के रोम और छिद्रों को खोल देते हैं, जिससे तेल जमा होने की संभावना कम हो जाती है।
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