अनचाहे बालों को हटाने के लिए लोग वैक्सिंग की मदद लेते हैं। कुछ आर्म्स और लेग्स की वैक्स करवाते हैं, तो कुछ लोग फुल बॉडी वैक्स करवाने से नहीं कतराते हैं। मगर वैक्स के बाद शरीर पर कुछ देर तक नीले और लाल निशान (Waxing side effects) नज़र आने लगते हैं। खासतौर से जब आपको किसी पार्टी या फंक्शन में शामिल होना हो, तो ये परेशान करने वाले हो सकते हैं। वैक्सिंग के बाद त्वचा पर नजर आने वाले दाने, लाल-नीले चकत्तों से परेशान होने की बजाए आपको कुछ घरेलू उपाय आजमाने चाहिए। आज ही उन्हीं होम रेमेडीज के बारे में बता रहे हैं, जो आपको वैक्सिंग के बाद (post waxing problems) दिखने वाले बंप्स और नीले निशान दूर करने में मदद करेंगी।
इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट रेखा कुमारी बताती हैं कि वैक्सिंग के दौरान त्वचा को उलझन का सामना करना पड़ता है। खासतौर से मानसून के दिनों में वातावरण में बढ़ने वाली उमस के चलते बार बार स्वैटिंग (reasons of sweating) होने लगती है, जिससे हेयर रिमूवल (tips for hair removal) में परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में त्वचा पर चिपचिपाहट बढ़ने लगती है। वे लोग जिनकी त्वचा ज्यादा सेंसिटिव (how to deal with sensitive skin) है, उन्हें त्वचा पर लाल दाने, रैशेज या ब्लू स्पॉटस की समस्या महसूस होती है। इससे त्वचा पर जलन, खुजली और इरिटेशन बढ़ जाती है।
एनआईएच की रिसर्च के अनुसार त्वचा को वैक्सिंग प्रोसेस के दौरान खींचने से छोटे ब्लड सेल्स डैमेज होने लगते हैं, जिससे त्वचा पर नीले रंग के निशान दिखने लगते हैं। वैक्सिंग त्वचा की ऊपरी परतों को एक्सफोलिएट करती है, जिससे पोर्स में बैक्टीरिया बढ़ने का खतरा बना रहता है। इससे पोर्स संक्रमित हो जाते हैं और पिंपल्स (Tips to treat acne after waxing) बन सकते हैं जो चोट के समान नज़र आते हैं।
वे लोग जिनकी त्वचा सेंसिटिव है, वो वैक्सिंग के बाद जल्दी स्टीम्यूलाई हो जाती है, जिसके चलते रैशेज और जलन का सामना करना पड़ता है। वैक्सिंग के दौरान स्किन पर कई प्रकार के प्रोडक्टस का प्रयोग किया जाता है, जिससे स्किन रिएक्ट करती है और बर्निंग बढ़ जाती है।
स्किन पर वैक्सिंग के बाद उबरने वाले लाल दाने रेज़र बर्न के समान नज़र आने लगे हैं। सेंसिटिव स्किन पर दिखने वाले लाल दाने हाइव्स और बंप्स के समान दिखने लगते हैं। इससे स्किन पर काफी देर तक जलन महसूस होने लगती है।
कई प्रकार की वैक्स त्वचा पर इस्तेमाल की जाती है। उसमें मौजूद इंग्रीडिएंटस एलर्जी का कारण बनने लगते हैं। कुछ लोगों को वैक्सिंग के बाद एलर्जी की समस्या परेशान करती है। इसके चलते स्किन का रूखापन और टाइटनेस बढ़ जाती है, जिससे खुजली और जलन बढ़ने लगती है।
त्वचा पर वैक्स लगाना और फिर उसे उतारने के दौरान सेल्स डैमेज होने लगते हैं, जिससे स्किन डार्कनेस का सामना करना पड़ता है। स्किन सेंसिटीविटी के चलते त्वचा पर सूजन और निशान दिखते हैं, जिसे पोस्ट इंफ्लामेटरी हाईपरपिगमेंटेशन कहा जाता है।
त्वचा पर दिखने वाले लाल रैषेज को कम करने के लिए कैलामाइन लोशन या मॉइश्चराइज़र अप्लाई करें। इससे स्किन को सूदिंग इफेक्ट की प्राप्ति होती है। त्वचा को दर्द और इरिटेशन से राहत मिल जाती है। इसके अलावा एलोवेरा जेल भी अप्लाई कर सकते हैं।
वैक्सिंग के बाद स्किन के पोर्स खुलने लगते है, जिससे जलन और रैषेज का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वैक्स करवाने के बाद त्वचा को गीला करने से बचें। इससे स्किन पर जलन बढ़ने लगती है। ठंडा या गर्म किसी भी पानी के संपर्क में आने से बचें।
त्वचा को ठंडक पहुंचाने के लिए रैशेज वाली जगह पर आइस पैक लगाकर रखे। कोल्ड कंप्रैस से स्किन को फायदा मिलता है और सेंसिटिव एरिया पर बढ़ने वाली जलन कम होने लगती है। दिन में 2 से 3 बार इसका इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है।
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कस्टमाइज़ करेंत्वचा पर बढ़ने वाले रैशेज और उसमें होने वाली जलन से बचने के लिए आरामदायक कपड़े पहनें। इससे त्वचा पर जलन और दर्द को कम करने में मदद मिलती है और त्वचा क्लीन रहती है। इसके अलावा टाइट फीटिड कपड़े पहनने से भी बचें।
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