मौसम में आने वाला परिवर्तन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रहार करता है। इससे बचने के लिए अधिकतर लोग एंटीआक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स को अपने आहार में शामिल करने लगते है। चिया सीड्स, नट्स और मौसमी फलोंके अलावा गोजी बेरीज पोषण से भरपूर है। इसमें मौजूद विटामिन व मिनरल की मात्रा इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के अलावा शरीर में खून की कमी को बढ़ाता है। खट्टे.मीठे स्वाद से भरपूर किशमिश के समान दिखने वाला ये छोटा लाल फल जहां देखने में खूबसूरत लगता है, तो वहीं शरीर को ढ़ेरों फायदे भी पहुंचाता है। गोजी बेरी के पोषण से लेकर फायदों की मानकारी के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें। साथ ही जानें इसका सेवन करने का तरीका भी (How to add goji berry in diet)।
डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि गोजी बैरी में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इससे इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है और स्किन को सुरक्षा प्रदान करने में भी मददगार साबित होती है। इसमें कैरोटीनॉयड जैसे बीटा कैरोटीन और ज़ेक्सैंथिन की भी मात्रा पाई जाती है। इसमें पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स से फ्री रेडिकल्स की समस्या हल होने लगती है, जिससे ब्लड सेल्स को प्रोटेक्ट किया जा सकता है। इसका नियमित सेवन (How to add goji berry in diet) करने से ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित होने लगता है। साथ ही मूड स्विंग की समस्या से बचा जा सकता है।
गोजी बेरीज छोटे लाल रंग के फल होते हैं, जिन्हें वुल्फबेरी के नाम से भी जाना जाता है। ये छोटे फल अक्सर ड्राइड या पाउडर के रूप में मिलते है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के अनुसार, गोजी बेरीज में उच्च एंटीऑक्सिडेंट का स्तर पाया जाता हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके सुरक्षात्मक लाभ प्रदान करते हैं। इससे डीएनए, लिपिड और प्रोटीन को नुकसान पहुँचाने वाले मुक्त कणों को रोकने में भी मदद मिलती है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट से कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से रोका जा सकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार गोजी बेरी को आहार में शामिल (How to add goji berry in diet) करने से शरीर को फाइबर, आयरन और विटामिन ए व सी की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद आयरन की मात्रा ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाकर रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन में फायदेमंद साबित होती है। साथ ही वेटलॉस में भी मददगार है।
एनआईएच के रिसर्च के अनुसार गोजी बेरीज़ का सेवन करने से शरीर को विटामिन बी, सी, आयरन, कॉपर, मैंगनीजए मैग्नीशियम और सेलेनियम की प्राप्ति होती हैं। इससे शरीर में पॉलीसैकेराइड, कैरोटीनॉयड और फैटी एसिड की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा फाइटोकेमिकल्स भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले ज़ेक्सैंथिन तत्व जो दृष्टि के लिए बेहद फायदेमंद है। वो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है। साथ ही बीटा कैरोटीन की भरपूर मात्रा इसके नारंगी लाल रंग का कारण साबित होता है।
आहार में गोजी बेरी को शामिल करने से आंखों का स्वास्थ्य उचित बना रहता है। इसमें मौजूद ज़ेक्सैंथिन की मात्रा आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। ज़ेक्सैंथिन एक एंटीऑक्सीउेंट के रूप में कार्य करता है, जो आंखों में बढ़ने मेक्यूलर डीजनरेशन और कैटरेक के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। नेशनल लाइब्रेरी आूफ मेडिसिन के अनुसार 114 लोगों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि रोजाना गोजी बेरी सप्लीमेंट्स खाने ने मैकुलर पिगमेंट की डेंसिटी में सुधार देखने को मिला। इससे मैकुलर डिजनरेशन को बढ़ने से रोका जा सकता है।
इसमें फाइटोकेमिकल्स पाए जाते है, जो शरीर में बढ़ने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं। हृदय स्वास्थ्य के लिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करना आवश्यक हैं। नियमित रूप से गोजी बेरी का सेवन करने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन नियमित बना रहता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हल होने लगती है।
वेटलॉस डाइट में गोजी बेरी को शामिल करने से मेटाबॉलिज्म बूट होने लगता है और क्रेविंग को शांत किया जा सकता हैं जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके अलावाए गोजी बेरी में पाया जाने वाला क्रोमियम मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसकी मदद से शरीर में कैलोरीज़ को जमा होने से रोका जा सकता है।
ये त्वचा के लिए एक सुपरफूड के रूप में कार्य करता है। इससे शरीर को बीटा कैरोटीन की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद बीटाइन नामक तत्व त्वचा को एजिंग से बचाने में मदद करते है। रोज़ाना सेवन करने से कोलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे फाइन लाइंस का खतरा कम हो जाता है। साथ ही त्वचा की सूरज की किरणों से सुरक्षा प्रदान करने में भी फायदेमंद है।
गोजी बेरी मधुमेह रोगियों के लिए एक सुपरफूड है। इसमें मौजूद पॉलीसेकेराइड तत्व डायबिटीज़ के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में प्रभावी हैं। साथ ही इससे इंसुलिन सेंसिटीविटी में भी सुधार आने लगता है।
पैक्ड गोजी बेरी को अन्य फलों और सूखे मेवों के समान खा सकते है। इसे खाने से पहले धो लें या फिर कुछ देर के लिए सोक करके रखें। इससे वो हाइड्रेट हो जाती हैं। साथ ही नरम, मुलायम और फूलने लगती है। इससे शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद मिलती है।
इसे रॉ फॉर्म में सभी नट्स और सीड्स के साथ मिलाकर ट्रेल मिक्स तैयार कर सकते है। इससे पोषण का स्तर बढ़ने लगता है। इसे बनाने के लिए पहले सभी नट्स और सीड्स को रोस्ट कर लें और फिर गोजी बेरी को मिलाएं।
शरीर को प्रोबायोटिक्स और बीटा कैरोटीन की उच्च मात्रा प्रदान करने के लिए इसे दही में मिलाकर खा सकती है। इससे शरीर में हेल्दी बैक्टीरिया क मात्रा बढ़ने लगती है और गट हेल्थ को मदद मिलती है। नियमित रूप से इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है।
गोजी बेरी फल का जूस बनाकर पी सकते है। इसमें सेब, चुकंदर और संतरा भी एड कर सकते है। हांलाकि भारत में ये फल आसानी से प्राप्त नहीं हो पाता है।
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