ओरल हेल्थ को इग्नोर करने से दांतों से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती है। कभी दांत में दर्द, तो कभी कैविटी का खतरा। बचपन में इन सभी समस्याओं को मां रसोईघर में मौजूद फिटकरी की मदद (fitkari benefits) से बड़ी ही आसानी से दूर कर दिया करती थी। एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर फिटकरी शरीर को कई प्रकार से फायदा (benefits of fitkari) पहुंचाती है। मां की रसोई में पाई जाने वाली फिटकरी को पाउडर की फॉर्म में कई तरीके से दांत के स्वास्थ्य का ख्याल रखने में इस्तेमाल किया जाता है। जानते हैं फिटकरी की मदद से दांतों में बढ़ने वाले दर्द को कैसे करें दूर (Fitkari for toothache) ।
इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट चेताली देशमुख बताती है कि बार बार होने वाली सेंसशन को अवॉइड करने से वो समस्या क्रॉनिक रूप धारण कर लेती है। इसके चलते दांतों में दर्द व सड़न की समस्या बन जाती है। फिटकरी यानि एलम में एस्ट्रीजेंट प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इसका कसैला स्वाद मसूढ़ों में कसावट को बढ़ाने के अलावा ब्लीडिंग और दर्द को कम करता है। एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टीज़ से भरपूर फिटकरी में पोटेशियम पाया जाता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुणों की मदद से सांस की दुर्गंध और हार्मफुल बैक्टीरिया के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके अलावा दांतों की चमक (fitkari for teeth whitening) को भी बरकरार रखता है।
दांतों में बढ़ने वाला दर्द धीरे धीरे असहनीय महसूस होने लगता है। इससे राहत पाने के लिए सबसे पहले फिटकरी का बारीका पाउडर तैयार कर लें। अब आधा चम्मच फिटकरी के पाउडर को हल्के गुनगुने पानी में मिलाएं और साथ में चुटकी भर सेंधा नमक डालें। इस घोल को मिलाकर माउथवॉश के रूप में प्रयोग करें। इससे गम ब्लीडिंग और दर्द दोनों कम होने लगते हैं। सुबह और रात को ब्रश करने के बाद इस माउथवॉश से दांतों को फायदा मिलता है।
ओरल हेल्थ को मेंटेन रखने के लिए फिटकरी के पाउडर में चुटकी भर हल्दी और लौंग के तेल को मिलाएं। अब इसे दांतों पर अप्लाइ कर लें। इसे दांतों पर लगाने के बाद उंगलियों से मसाज करें और हल्के गुनगुने पानी से कुछ देर बाद कुल्ला करें। दिन में दो बार इस पेस्ट से मसाज करने से दर्द, दुर्गंध और कैविटी का जोखिम कम हो जाता है। इससे मसूढ़ों का स्वास्थ्य उचित बना रहता है।
मसूढ़ों की ब्लीडिंग और दर्द की समस्या को कम करने के लिए फिटकरी को पानी में मिलाएं और उसमें दालचीनी पाउडर एड कर लें। अब इस पेस्ट को ब्रश पर लगाकर दांतों की सफाई करें। इससे दांतों की सड़न को कम किया जा सकता है। साथ ही स्किन व्हाइनिंग में मदद मिलती है। दर्द से राहत पाने के लिए इसे रोज़ाना इस्तेमाल करें।
नियमित रूप से फिटकरी माउथ्वॉश और पेस्ट का प्रयोग करने से दांतों में बढ़ने वाले दर्द को दूर करने में मदद मिलती है। इससे मसूढ़ों की मज़बूती बढ़ने लगती है और गम ब्लीडिंग को कम किया जा सकता है। फिटकरी से दांतों की मसाज करने से फायदा मिलता है।
वे लोग जो माउथ अल्सर से परेशान हैं, उन्हें फिटकरी की पेस्ट को छालों पर अप्लाई करनी चाहिए। इससे मुंह के छालों में होने वाली जलन और दर्द को कम किया जा सकता है। इसके नियमित इस्तेमाल से घाव जल्दी ठीक होने लगते हैं।
दांतों में बढ़ने वाली सड़न और दुर्गंध को कम करने के लिए कुल्ल करें। इससे ओरल हेल्थ मज़बूत बनती है और सांस की दुगंध भी कम होने लगती है। इससे पानी में मिलाकर इस्तेमाल करने से दुर्गंध को कम किया जा सकता है।
दांतों पर दिखने वाले पीले दाग धब्बों को दूर करने के लिए फिटकरी का इस्तेमान करें। इससे दांतों पर जमने वाले प्लाक और कैविटी को कम किया जा सकता है। इसका नियमित इस्तेमाल करने से दांतों की चमक बरकरार रहती है।
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