गुड़ को प्राकृतिक मिठाई माना जाता है। भारत में ज्यामदातर गुड़ गन्नेे से बनाया जाता है। जबकि खजूर और नारियल से बना गुड़ भी यहां प्रचलित है। आपूर्ति और स्वाद के लिहाज से इस समय गन्ने से बना गुड़ ही सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इसमें मौजूद कई पोषक तत्व आपको मौसमी संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
साथ ही यह एजिंग के साथ होने वाली समस्याओं में भी निजात दिलाता है। तो अगर आप गुड़ को अपनी डाइट में एड करना चाहती हैं, तो हम आपको बता रहे हैं गुड़ की एक लाजवाब रेसिपी।
चाहें कितने भी व्यंजन आ जाएं, नाश्ते में परांठों की जगह कोई नहीं ले सकता। अगर आप भी परांठा प्रेमी हैं तो इस बार गुड़ का परांठा ट्राय करें। हम बताते हैं आपको इसकी रेसिपी।
गेहूं का आटा – 2 कप
गुड़ – 3/4 कप (एक दम बारीक कटा हुआ या गुड़ की खांड)
बादाम – थोड़े से
घी – 2-3 टेबल स्पून
इलाइची – 4 छोटी, इसे कूटकर पाउडर बना लें
नमक – आधा छोटी चम्मच
गेंहू के आटे में एक छोटा चम्मच घी और चुटकी भर नमक डालकर आटा गूंथ लें। ध्यान रहे आटा गुनगुने पानी से गूंथेंगी तो ज्यादा बेहतर होगा। गुथे हुए आटे को 20 मिनट के लिये ढककर रख दें। इतनी देर में आटा फूल कर सैट हो जायेगा।
अब आटे की लोई बनाएं। इसमें बारीक कतरा हुआ गुड, इलायची पाउडर और अन्य मेवे अच्छी तरह भरें। जैसे आप आलू का परांठा बनाते समय आलू स्टफ करती हैं। अब इस लोई को अच्छी तरह बंद कर दें। यह कहीं से भी खुली न रहे। अब नर्म हाथों से चकले पर इसे बेल लें।
तवे पर डालें और देसी घी में इसे सेकें। दोनों तरफ से अच्छीे तरह सिक जाने के बाद इसे गर्मागर्म परोसें। आप अपने स्वादानुसार इसमें और भी मेवे मिला सकती हैं। पर जैसे भी खाएं, ये गुड़ का स्टफ्ड परांठा आपका हेल्दी नाश्ता है। जिससे दिन भर आपको मीठे की क्रेविंग नहीं होगी। इसके साथ अगर आप एक गिलास गुनगुना दूध पीती हैं, तो यह आपका बेहतरीन कॉम्बो होगा।
अब आपको बताते हैं गुड़ का परांठा खाने के सेहत लाभ
गुड़ में कैलोरीज के साथ-साथ सुक्रोज़, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फॉस्फोरस, विटामिन बी के साथ ही कार्बोहाइड्रेट भी मौजूद होता है। यह शरीर को नेचुरली डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। यह बॉडी टेंपरेचर को रेगुलेट करने में भी मदद करता है। प्रदूषण से होने वाली श्वास संबंधी समस्याओं में भी गुड़ के सेवन से राहत मिलती है।
अगर आपका एनर्जी लेवल अकसर डाउन रहता है, तो आपको अपने आहार में सीमित मात्रा में गुड़ जरूर शामिल करना चाहिए। यह आपको प्राकृतिक तरीके से एनर्जी देकर आपकी थकान को दूर करता है। गुड़ जल्दी पच जाता है। इसलिए अगर आप दिन भर काम करने के बाद थकान महसूस करती हैं, तो आप रात में भी गुड़ की एक छोटी सी डली का सेवन कर सकती हैं।
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कस्टमाइज़ करेंतीस वर्ष के बाद की उम्र से ही महिलाओं को अपने आहार में गुड़ को जरूर शामिल करना चाहिए। आप चाहें गुड़ को सीधे खाएं, गुड़ के लड्डू बनवाएं या गुड़ का ये हेल्दी परांठा। आप किसी भी तरह गुड़ को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम और फॉस्फोरस आपकी बोन्स को मजबूत बनाने का काम करता है।
इसके अलावा अगर आपके एजिंग पेरेंट्स को जोड़ों में दर्द की समस्या है तो उन्हें भी आप गुड़ दे सकती हैं। पर इससे पहले उनके डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
आंकड़े बताते हैं कि भारत में ज्यादातर महिलाओं में आयरन की कमी पाई जाती है। इसकी वजह है पोषक आहार की कमी। खासतौर से गर्भावस्था के समय ज्यादातर महिलाएं एनीमिया की शिकार हो जाती हैं। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप गुड़ का सेवन शुरू कर दें। गुड़ आयरन का खास स्रोत है।
गुड़ का ये हेल्दी परांठा खाने का सबसे बड़ा फायदा आपके पेट को होने वाला है। गुड़ पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। जिससे अपच, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं नहीं होतीं। गुड़ नेचुरल तरीके से ब्लड को प्यूरीफाई करता है, जिससे सभी हानिकारक टॉक्सिक बाहर निकल जाते हैं। अगर आप अपना मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रखना चाहती हैं, तो गुड़ का सेवन जरूर करें।
यह भी ध्यान रहे
अगर आपको शुगर बढ़ने की समस्या है तो आपको गुड़ का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए। इसके साथ ही वेट लॉस डाइट फॉलो कर रहीं हैं तो इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। गुड़ की तासीर गर्म मानी जाती है, इसलिए इसका सेवन करते समय यह भी ध्यान में रखें कि आपको इससे एलर्जी तो नहीं।
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