गुड़ सर्दियों में खाया जाने वाला सबसे खास आहार है, जो भारत में एक मिठाई के तौर पर भी प्रयोग होता आ रहा है। बड़े बुजुर्ग अक्सर अपने खाने के बाद गुड़ का सेवन करते हैं। मिठाई के रूप में खाने के अलावा इसके स्वास्थ्य के लिए भी कई फायदे हैं।
भारत के ज्यादातर हिस्सों में गुड़ को गन्ने के रस से बनाया जाता है। अधिकतर लोग अब भी सिर्फ एक ही तरह के गुड़ के बारे में जानते हैं- वो है गन्ने के रस से बना गुड़। असल में गुड़ कई खाद्य उत्पादों से बनाया जाता है।
हमारे देश के अलग-अलग हिस्सों में कई प्रकार के गुड़ बनते हैं। उनमें से दो गुड़ हैं खजूर का गुड़ और नारियल का गुड़। गन्ने के रस से बने गुड़, नारियल से बने गुड़ और खजूर के गुड़ के अपने अलग फायदे हैं।
आइए हम आपको बताते हैं इन तीनों तरह के गुड़ और उनसे जुड़े कुछ खास फायदों के बारे में
गुड़ के नाम पर सबसे पहले हमें जिसका ध्यान आता है वह है गन्ने के रस से बना गुड़। गन्ने के रस से बना गुड़ सबसे ज्यादा लोकप्रिय और इस्तेमाल किया जाने वाला गुड़ है। यह गुड़ गन्ने के रस से बनाया जाता है। इस गुड़ का अलग ही स्वाद और बनावट होती है।
एग्रोटेक्नॉलॉजी द्वारा प्रकाशित एक आर्टिकल के अनुसार इसमें कई जरूरी विटामिन और कई मिनरल्स जैसे कैल्शियम, आयरन, जिंक और फॉस्फोरस मौजूद होते हैं। इसलिए इस गुड़ को काफी फायदेमंद बताया जाता है।
नेशनल सेन्टर फ़ॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की स्टडी के मुताबिक आयरन से भरपूर होने की वजह से यह गुड़ अगर उचित मात्रा में खाया जाए तो एनीमिया जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में प्रकाशित फार्माकोग्नॉसी रिव्यू के अनुसार गुड़ हमारे लिवर को भी डिटॉक्सीफीकेशन में मदद करता है। सबसे खास बात यह है कि यह हमारी इम्युनिटी को भी बूस्ट करता है। तो, अगर आपको भी अपनी इम्युनिटी को बूस्ट करना है, तो इस गुड़ का सेवन जरूर करें।
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दक्षिण भारत में नारियल से बना गुड़ ही ज्यादा खाया जाता है। फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन द्वारा प्रकाशित एक जर्नल के अनुसार नारियल से बने रस में कई जरूरी मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिनस होते हैं।
नारियल के गुड़ को अनफर्मेंटेड रस से बनाया जाता है। क्रिस्टलाइन फॉर्म में होने की वजह से यह गुड़ थोड़ा सख्त होता है। नारियल का गुड़ आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो कि हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी हैं।
असल में नारियल का गुड़ अपने खास पोषक तत्वों के कारण सबसे ज्यादा सेहतमंद माना जाता है। यह गुण खांसी-जुखाम जैसी बीमारियों में एक अच्छा घरेलू नुस्खा भी है। लेकिन इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये सख्त सा दिखने वाला गुड़ ब्लड-प्रेशर को कंट्रोल करता है।
दरअसल इसमें सोडियम, आयरन और पोटेशियम जैसे जरूरी तत्व मौजूद होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने में मदद करते हैं।
यह गुड़ भारत के पूर्वी राज्य जैसे पश्चिम बंगाल और झारखंड में तैयार किए जाने वाला एक लोकप्रिय गुड़ है। इसे खजूर का गुड़ या पाताली गुड़ के नाम से भी जाना जाता है। खजूर का गुड़, खजूर के पेड़ों के अर्क से बनाया जाता है।
यूनाइटेड नेशन के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार खजूर के अर्क में कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन-बी, विटामिन-सी, आयरन और कैल्शियम जैसे कई जरूरी न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं। यह सभी तत्व हमारे शरीर में कई आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
खजूर का गुड़ हमारे मीठे की क्रेविंग को पूरा करने के साथ-साथ हमारे शरीर में इन सभी न्यूट्रिएंट्स की कमी को भी पूरा करता है।
प्राकृतिक स्वीटनर होने के साथ-साथ यह गुड़ हमारी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। खजूर के गुड़ में मौजूद फाइबर हमारे पाचन तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साथ ही साथ यह एंडोर्फिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिसकी मदद से मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन में राहत मिलती है।
खजूर से बने गुड़ का एक खास फायदा यह है कि यह माइग्रेन के दर्द में एक प्रभावी घरेलू उपाय है। एक अध्ययन में पता चला है कि खजूर के गुड़ का सेवन करने से माइग्रेन के दर्द से तुरंत राहत मिलती है।
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