भारतीय आहार में घी काफी अहम माना गया है। फिर चाहे रोजाना की डाइट हो या फिर कोई पारंपरिक भारतीय व्यंजन। घी आपके भोजन के स्वाद को और बढ़ा देता है। पर जब फिटनेस की बात आती है, तो घी को अकसर खलनायक बना दिया जाता है। उस पर कई सवाल उठाए जाते हैं, क्या हमें इसे खाना चाहिए? कहीं ये हमारा वजन तो नहीं बढ़ा देगा हमारे शरीर को फिट रखता है यह हमारे शरीर में फैट बढ़ाता है? अगर आप भी इसे लेकर चिंतित हैं, तो आपकी कन्फ्यूजन दूर करने के लिए हेल्थशॉट्स यहां है। यहां जानिए क्या सीडेंटरी लाइफस्टाइल में भी किया जा सकता घी का सेवन?
देसी घी में आवश्यक फैटी एसिड और विटामिन पाए जाते हैं, जो आप को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। देसी घी में विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन K2, विटामिन डी पाए जाते हैं। इनके अलावा देसी घी में कैल्शियम, सी एल ए और omega-3 जैसे खनिज भी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं। खाना पकाने के अलावा, घी का उपयोग भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद में किया जाता है, जिसमें इसे घृत के रूप में जाना जाता है।
जानिए देसी घी का पोषण मूल्य
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार एक चम्मच देसी घी में :
घी में 100% कैलोरी फैट से आती हैं। हालांकि घी में मौजूद फैट स्वस्थ फैट की श्रेणी में शामिल किया गया है। एनसीबीआई पर मौजूद जानवरों पर किए गए एक टेस्ट ट्यूब अध्ययन से इस बात की जानकारी मिलती है कि घी में मौजूद हेल्दी फैट सूजन को कम कर सकते हैं। जिससे आपके स्वास्थ्य को बढ़ावा भी मिल सकता है।
वहीं सीबीआई पर मौजूद एक अन्य जानकारी के अनुसार, यह संयुग्मित लिनोलिक एसिड में भी थोड़ा अधिक है, एक पॉलीअनसेचुरेटेड वसा जो वसा हानि को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
देसी घी ब्यूटिरिक एसिड का एक अच्छा जरिया है, एनसीबीआई के अनुसार ब्यूटिरिक एसिड एक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड जिसे मानव और जानवरों के अध्ययन में सूजन के निचले स्तर और बेहतर पाचन स्वास्थ्य से जोड़ा गया है।
देसी घी में विटामिन ए की मात्रा में पाया जाता है। इसका सेवन करने से विटामिन ए का सेवन शरीर में बढ़ता है। एक सेट में घुलनशील विटामिन जो आंखों के स्वास्थ्य त्वचा के स्वास्थ्य परीक्षण को बनाए रखने में आपकी सहायता कर सकता है।
नियंत्रित मात्रा में देसी घी का सेवन आपके हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करता है। एनसीबीआई के अनुसार, देसी घी में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो सूजन को कम करने में और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में योगदान देते हैं।
डॉ. रेड्डी सलाह देते हैं, “देसी घी का सेवने आपके लिए फायदेमंद होने वाला है या नुकसानदेह, ये कई चीजों पर निर्भर करता है” जैसे-
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आप का काम किस प्रकार का है?
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आपको दिन भर में कितनी कैलरी की आवश्यकता है?
किसी भी चीज का अगर संतुलित मात्रा में सेवन किया जाए, तो वह नुकसान नहीं करती। इसी तरह देसी घी का ज्यादा सेवन, आपको कई समस्याएं दे सकता है। देसी घी आपको फिट भी रख सकता है और आपका फैट भी बढ़ा सकता है।
डॉ संदीप रेड्डी, वरिष्ठ एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, कामिनेनी अस्पताल, हैदराबाद के अनुसार सही मात्रा में फैट की किस्मों को आहार में शामिल करना सेहत की कुंजी है। आपको आमतौर पर प्रति दिन 1,600 से 2,200 कैलोरी की आवश्यकता होती है। गतिहीन जीवन शैली वाली महिलाओं को प्रति दिन लगभग 1600 किलो कैलोरी की आवश्यकता होती है। इसमें वसा की मात्रा 44 से 62 ग्राम प्रति दिन होनी चाहिए।
डॉ संदीप रेड्डी कहते हैं, “कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में आपको घी से बचने की जरूरत है। इनमें मधुमेह, मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोगियों और पीसीओएस जैसी स्वास्थ्य स्थितियां शामिल हैं। इन लोगों को बहुत सीमित मात्रा में ही घी के सेवन की सलाह दी जाती है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक होता है। इसलिए यह जरूरी है कि अपने आहार में देसी घी शामिल करने से पहले अपने डाइटिशियन से उसकी मात्रा के बारे में राय लें।
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