प्रकृति मे ऐसी बहुत सी चीज़े पायी जाती हैं, जो सर्दियों के मौसम में होने वाली समस्याओं से हमें बचाती हैं। इन्हीं में से एक हैं ‘गोंद’ जिसे हम ‘खाने वाला गम’ () भी कहते है। गोंद के बारे मे बात करते ही हम सबके दिमाग में भी एक ही खयाल आता हैं। वो हैं गोंद के लड्डू जो कि समान्यतः ठंडी के दिनों में हर घर मे बनते हैं और दादी नानी के समय से ही ठंड से बचने के लिए घर के नुस्ख़े अपनाये जाते थे।
तो आइये बात करते है के गोंद से हमें क्या लाभ है, इसका उपयोग और इसमें कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं।
गोंद समान्यतः पौधों से प्राप्त होता है, भारत मे ये बबूल के पौधे से प्राप्त होता है। एक तरफ हो गोंद हमारे शरीर को गरम रखता है और ठंडक से बचाता हौ तो दूसरी तरफ गोंद ठंडक भी पहुँचाता है। गोंद आमतौर पे दो तरह के होते हैं-
1- गोंद और,
2- गोंद कतीरा
गोंद और गोंद कतीरा मे सिर्फ इतना सा अंतर है कि जब हम गोंद को पानी में भिगोते हैं तो ये पूरी तरीके से पानी मे घुल जाता है और गोंद कतीरा को पानी में जब हम भिगोते है तो ये सारा पानी सोख लेता है और जेल जैसा बन जाता हैं। गोंद कतीरा हमारे शरीर को ठंडक पहुँचता है और हीट स्ट्रोक में लाभकारी है जबकि गोंद हमारे शरीर को ठंडक से बचाता है।
गोंद बहुत ही पोषकयुक्त है जो कि ताकत देता है, इसमे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, फॉलिक एसिड, कैल्शियम, सोडियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और लाभकारी हैं। वसा की अच्छी मात्रा होने के कारण कभी-कभी भोज्य पदार्थो को बनाने मे गोंद को वसा के विकल्प के तौर पर प्रयोग मे लाया जाता है।
1-आयुर्वेदिक औषधियां बनाने,
2-काढा बनाने में,
3-लड्डू एवं अन्य मिठाईया बनाने में,
4-गोंद का पाउडर (चूरन),
5-पदार्थो को गाढ़ा करने में
1- सर्दी, खांसी, ज़ुखाम मे फायदेमंद
2- उच्च रक्तचाप को कम करने में
3- ऊर्जा का उत्तम स्रोत है
4- दर्द में लाभकारी है
5- गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा है
6- स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए अच्छा है
7- पुरुषों मे लिबिडो को बढ़ाने मे मददगार है
8- कब्ज के इलाज मे गोंद कतीरा फायदेमंद है
9- त्वचा व सौंदर्य के लिए लाभकारी
10- फेफड़ों की समस्या को दूर करने लाभकारी
11- शुगर मे लाभकारी हैं।
गोंद का सेवन हम लड्डू, पंजीरी, गोंद पाक, हलवा आदि मिठाइयों में डालकर कर सकते है, लेकिन ध्यान रहे कि मिठाईयों का सेवन कम मात्रा मे करे या फिर उसमे शुगर की मात्रा कम रखें।
गोंद कतीरा को हम लेमेंनेड, मिल्कशेक, जूस आदि मे मिला सकते है।
गोंद को हम भूनकर, दही में मिला के, पानी के साथ भी खा सकते हैं। गोंद को रोज़ रात मे दूध मे भिगो कर रखें और सुबह इसका सेवन करें, ये काफी लाभकारी है।
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