आपने अपने बड़े बुजुर्गों को खासकर अपने ग्रेंड पेरेंट्स को रात में हर रोज दूध या पानी के साथ एक चम्मच इसबगोल भूसी ज़रूर खाते हुए देखा होगा। यकीनन आपको कभी समझ नहीं आया होगा कि वे यह फीका पाउडर रोज़ क्यों खाते हैं? लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि उनकी लंबी उम्र और सेहत की यही एक मात्र कुंजी है।
हम सभी आजकल जितनी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, वो हमारे बड़े – बूढ़ों नें नहीं की, वजह – बिगड़ा हुआ खानपान, जीवनशैली और मोटापा। मगर खुद को चुस्त – दुरुस्त बनाए रखने एक लिए स्वस्थ आदतें अपनाना ज़रूरी है।
एक मोटापा कई समस्याओं को जन्म देता है, लेकिन इसबगोल भूसी इसमें आपकी मदद कर सकती है। मगर उससे पहले जान लेते हैं कि आखिर इसबगोल भूसी है क्या?
साइलियम हस्क (Psyllium Husk) यानी इसबगोल की भूसी (Isabgol Bhusi), एक घुलनशील फाइबर है, जो प्लांटैगो ओवाटा के पौधों के बीजों की भूसी से प्राप्त होता है। यह आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला रेचक है और कब्ज को ठीक करने में मदद करता है। मगर इसके अलावा, यह आपके अग्न्याशय, हृदय और आंत के लिए भी फायदेमंद है। भूसी ज्यादातर पाउडर या कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होती है। दुनिया भर के लोगों द्वारा डाइट सप्लीमेंट के रूप में इसका उपयोग किया जाता है।
यह बहुत पानी सोखती है और गाढ़े, चिपचिपे यौगिक में बदलकर पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करती है। इस प्रकार यह रक्त शर्करा के स्तर, उच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राई-ग्लिसराइड को विनियमित करने में मदद करती है।
इसबगोल की भूसी अघुलनशील और घुलनशील फाइबर दोनों में समृद्ध है, जो इसे एक स्वस्थ विकल्प बनाते हैं। फाइबर चिकने मल त्याग को सक्षम बनाता है और पानी को अवशोषित करके, हमारे पेट में एक परत को व्यवस्थित करके हमें लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। यह हमें लंबे समय तक परिपूर्णता की भावना देता है।
एक साफ कोलन का अर्थ है अच्छी गट हेल्थ और भूसी एंड्यूरेन्स भी बढ़ाती है। शरीर को बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है। यह सहनशक्ति भी प्रदान करती है,इम्युनिटी को बढ़ाती है और वजन घटाने में बहुत मदद करती है।
चूंकि इसमें कम कैलोरी होती है, यह वजन घटाने के लिए एक स्वस्थ विकल्प है। कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों के साथ कैलोरी डेफ़िसिट को पूरा करना आसान हो जाता है।
भूसी का जब पानी के साथ सेवन किया जाता है, तो उसका आकार दस गुना तक बढ़ जाता है। जिससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद मिलती है।
वयस्क अपनी स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर दिन में एक या दो बार इसबगोल भूसी का सेवन कर सकते हैं। भूसी खाने से पहले पाउडर को एक गिलास पानी या जूस में मिलाना चाहिए। यह सबसे अच्छा है यदि आप भोजन के ठीक बाद इसका सेवन करते हैं। इसके अलावा, यदि आप किसी पुरानी स्वास्थ्य स्थिति से पीड़ित हैं या गर्भवती हैं, तो की इसबगोल भूसी लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंयह भी पढ़ें : शरीर को ठंडा रखने से लेकर मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने तक, सेहत के लिए अमृत से कम नहीं है मटके का पानी