“ओ हो… आप एग भी नहीं खाते! तब प्रोटीन की जरूरत कैसे पूरी होगी?” क्याय आप भी यह सुन-सुन कर पक गईं हैं? और सोच रहीं हैं कि क्या वाकई आपके शरीर को प्रोटीन डेफिशिएंसी का शिकार होना पड़ेगा! तो बिल्कुल भी परेशान न हों। यह सही है कि कुछ पशु आधारित उत्पादों में प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है। पर इसका यह मतलब नहीं है कि प्लांट बेस्ड फूड में प्रोटीन होता ही नहीं है।
अगर आपको यह नहीं पता है कि प्रोटीन की हमारे शरीर को जरूरत क्यों होती है, तो सबसे पहले आपको इसके बारे में जान लेना चाहिए। असल में हमारे बाल प्रोटीन के बने होते हैं। अगर आपको अपने बाल लंबे और घने रखने हैं, तो आपको प्रोटीन रिच फूड का सेवन करना होगा।
फिटनेस एक्सपर्ट मानते हैं कि प्रोटीन आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ ही आइडियल वेट मेंटेन करने में भी सहायक होता है। अगर आप वेट लॉस करना चाहती हैं, तो भी आपको अपनी डाइट में प्रोटीन युक्त आहार को शामिल करना चाहिए।
तो बिल्कुल भी परेशान न हों, अगर आप शाकाहारी हैं। आज हम आपको उन फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो प्लांट बेस्ड होते हुए भी हाई प्रोटीन सोर्स हैं। आइए जानते हैं कौन से हैं वे 5 आहार –
सोया पनीर यानी टोफू हाई प्रोटीन डाइट है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर आप सामान्य पनीर की बजाए टोफू का सेवन करती हैं, तो आपके शरीर को अच्छी खासी मात्रा में प्रोटीन मिलता है। यही नहीं सोया पनीर में मौजूद फाइबर, विटामिन और अन्य पोषक तत्व भी इसे आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बनाते हैं।
हाल ही में हुए एक शोध में यह सामने आया है कि नियमित तौर पर सोया पनीर का सेवन करने से न सिर्फ मोटापा कम होता है, बल्कि हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम भी कम होता है।
अगर आपको बादाम खाना पसंद है तो यहां एक और कारण है बादाम के सेवन का। असल में बादाम फाइबर के साथ-साथ आपके शरीर की प्रोटीन की जरूरत को भी पूरा करते हैं। सबसे अच्छी बात कि आप बादाम को स्नैक्स में भी खा सकते हैं और हलवा या खीर में भी इसे शामिल किया जा सकता है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार 26 ग्राम बादाम में 6 ग्राम प्रोटीन होता है। और अगर आपकी मेमोरी वीक होती जा रही है, तो आज ही से बादाम को भिगोकर खाना शुरू कर दें।
बरसात के मौसम में ज्याुदातर लोग वीक डाइजेशन के कारण मांस का सेवन बंद कर देते हैं। ऐसे में प्रोटीन की आवश्यंकता को पूरा करने के लिए दालों से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। दालें प्रोटीन का भंडार हैं और इनमें फैट की मात्रा बहुत कम होती है।
सेलिब्रिटी डायटीशियन रुजुता दिवेकर मानती हैं कि यह न सिर्फ पचने में आसान हैं, बल्कि आपके पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखती हैं। इसलिए अपने हर रोज के आहार में एक कटोरी दाल जरूर शामिल करें।
पालक भी प्रोटीन का एक बेहतर विकल्प है। जब भी आयरन की बात होती है तो पालक को उसमें जरूर शामिल किया जाता है। पर बहुत कम लोग जानते हैं कि पालक में प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में उपलब्ध होता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पालक न सिर्फ आपकी आयरन और प्रोटीन की जरूरत को पूरा करता है, बल्कि यह कैंसर और मोटापा जैसी समस्याओं से भी बचाता है।
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कस्टमाइज़ करेंजी हां, आपने ठीक पढ़ा। कुट्टू का आटा सिर्फ व्रत में ही खाया जाने वाला आहार नहीं है, बल्कि यह आपको प्रोटीन भी उपलब्ध करवाता है। जर्नल ऑफ़ न्यूट्रीशन में वर्ष 2013 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार आधा कप कुट्टू के आटे में 2 ग्राम तक प्रोटीन और मैग्नीयशियम पाया जाता है। तो अगर आप उपवास नहीं भी करती हैं, तब भी सप्तानह में एक बार कुट्टू के आटे से बने आहार का सेवन जरूर करें। यह डायबिटीज के रोगियों के लिए भी लाभदायक होता है।