सर्दियों ने दस्तक दे दी है और हरी पत्तेदार सब्जियां बाजार में नजर आने लगी हैं। इन सब में सबसे फायदेमंद है मेथी। आलू मेथी की सब्जी से लेकर मेथी के परांठे तक- मेथी को अपने आहार में शामिल करने के कई तरीके हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि मेथी को कच्चा खाने से आपकी डायबिटीज का जोखिम कम होता है। जी हां, आपने सही पढ़ा।
आज के समय में सैंकड़ों लोग टाइप 2 डायबिटीज से जूझ रहे हैं। इस बीमारी के साथ आते हैं कई परहेज और अन्य नियंत्रण के तरीके। ब्लड शुगर लेवल को बनाये रखने के लिए आपको उनका पालन करना जरूरी है। इसलिए बेहतर है कि आप इस बीमारी के होने से पहले ही प्रीकॉशन्स लेना शुरू कर दें ताकि जोखिम को कम किया जा सके। इसमें आपकी सच्ची दोस्त है मेथी।
आपको बता दें कि जिन लोगों के परिवार में जेनेटिक डायबिटीज होती है, उनके लिए भी मेथी का सेवन बहुत फायदेमंद है।
मेथी में मुख्य रूप फाइटोकेमिकल कंपोनेंट और ट्रिगोनेलिन, येमोजनीन, क्लोरीन, कैल्शियम, कॉपर, पोटेशियम, मैंगनीज, आयरन, जिंक और मैग्नीशियम होते हैं। ब्लड शुगर लेवल के लिए यह सभी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
“कच्ची मेथी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। यही कारण है कि यह शुगर का स्तर कम करती है। साथ ही इसमें कैलोरी भी कम होती हैं”, बताती हैं कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल की डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा।
जर्नल ‘आयु’ में प्रकाशित स्टडी के अनुसार मेथी पाचन की प्रक्रिया को धीमा कर देती है। इसके कारण खून में चीनी धीरे-धीरे पहुंचती है। जिससे शरीर का शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है।
“मेथी एक हरी पत्तीदार सब्जी है और इसमें फाइबर भरपूर होता है। फाइबर भी शुगर कंट्रोल करने का काम करता है। कच्ची मेथी आपके पेट का भी ख्याल रखती है। अगर आपका पाचनतंत्र दुरुस्त है तो पूरा शरीर अच्छे से काम करेगा”, कहती हैं डॉ शर्मा।
डायबिटीज का एक और कारण है – मोटापा। अगर आप नियमित रूप से मेथी का जूस पीती हैं तो आपके शरीर में फैट एकत्र होना कम होगा। इससे न सिर्फ आप डायबिटीज का जोखिम कम कर रही हैं, बल्कि मोटापे से होने वाली सभी बीमारियों का जोखिम कम कर रही हैं। आयु की स्टडी में यह भी बताया गया है कि मेथी कोलेस्ट्रॉल स्तर कम करने में भी मदद करती है।
वह सुझाव देती हैं, “आप चाहें तो मेथी का रस पी सकते हैं, लेकिन मैं मेथी को खाने का ही सुझाव दूंगी। इससे आपको अधिक फाइबर मिलता है। आप 100 ग्राम मेथी तो रोजाना आसानी से खा सकते हैं। आप इसमें दाल या गाजर जैसे फूड्स को भी शामिल कर लें ताकि अधिक पोषण मिले।”
एक समस्या यह है कि मेथी सिर्फ सर्दियों में ही मिलती है। लेकिन चिंता मत कीजिये, मेथी दाना या पाउडर आसानी से उपलब्ध है, तो आप उसका भी इस्तेमाल कर सकती हैं। ‘रीसेंट पेटेंट ओं फूड न्यूट्रिशन एंड एग्रीकल्चर’ नामक जर्नल में प्रकाशित स्टडी में सुझाया गया है कि 15 ग्राम मेथी पाउडर भोजन के बाद ग्लूकोज बनने को धीमा कर सकता है।
जब तक आपको पत्तेदार हरी मेथी उपलब्ध है, उसका ही इस्तेमाल करें। और इसको बनाने के बहुत से तरीके हैं जिनपर कभी और बात करेंगे।