स्वस्थ शरीर के लिए जितना जरूरी कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और खनिज हैं, उतने ही जरूरी हैं अलग-अलग विटामिन। पर विटामिन चार्ट में हम ए,बी,सी और डी से आगे नहीं बढ़ पाते। जबकि सबसे उपेक्षित विटामिन, यानी विटामिन के (Vitamin K) भी उतना ही महत्वपूर्ण है। यह न सिर्फ ज्यादा ब्लीडिंग को रोकता है, बल्कि आपके मन-मस्तिष्क को भी दुरूस्त रखता है। आइए जानते हैं इस जरूरी विटामिन के स्वास्थ्य लाभ (Vitamin K health benefits) और इसे प्राप्त करने के खाद्य स्रोत (Vitamin K food sources)।
यह जरूरी विटामिन प्रोथ्रोम्बिन नाम का प्रोटीन बनाने में सहायक है, जो ब्लड क्लॉट करने के लिए ज़रूरी कॉम्पोनेन्ट है। कई अन्य विटामिनों के विपरीत, विटामिन K के सप्लीमेंट्स नहीं लिए जाते हैं। विटामिन K दो कॉम्पोनेन्ट, विटामिन K1 और विटामिन K2 के कम्पोज़ीशन से बना है ।
विटामिन K1 जिसे फाइलोक्विनोन (phylloquinone) कहा जाता है। यह पौधों में पाया जाता है, खास तौर पर हरी पत्तीदार सब्जियां जैसे पालक और केला। विटामिन K2 जो मेनाक्विनोन (menaquinone) होता है, स्वाभाविक रूप से आंतों के मार्ग में बनता है और विटामिन K1 के समान ही शरीर के लिए ज़रूरी है।
मेमोरी बूस्टर भी है विटामिन K। चित्र : शटरस्टॉक
प्रसव के समय गर्भवती महिलाओं में इसकी कमी जानलेवा भी हो सकती है। इसके अलावा, कई और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। किसी भी समस्या से बचने के लिए अपनी डाइट का खास ख्याल रखें और विटामिन K की कमी से बचने की कोशिश करें।
विटामिन K से जुड़ी एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार इसका निम्न स्तर अनियंत्रित रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकता है। आमतौर पर वयस्कों में विटामिन K की कमी नहीं होती है, पर नवजात शिशुओं में इसकी कमी होना आम बात है। नवजात शिशुओं के लिए विटामिन K का इंजेक्शन दिया जाता है। इसका उपयोग रक्त को पतला करने वाले Coumadin की अधिक मात्रा को संतुलित करने के लिए भी किया जाता है।
रक्त के थक्के जमने में इस विटामिन की बड़ी भूमिका है। यह वृद्ध व वयस्कों में एपिसोडिक मेमोरी में सुधार करता है। एपिसोडिक मेमोरी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह लंबे समय तक रहने वाली मेमोरी पावर को बूस्ट करता है।
स्वस्थ हृदय को बनाए रखने में विटामिन K की भूमिका पर अध्ययन किए गए ताकि यह साबित हो सके कि यह पोषक तत्व खनिजकरण को रोकने में मदद करता है, यानी धमनियों में खनिजों के निर्माण होने से यह बचाव करता है।
यह शरीर में रक्तचाप को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है, जिससे हृदय शरीर में रक्त को स्वतंत्र रूप से पंप करने में सक्षम हो पाता है। विटामिन ‘के’ मैट्रिक्स ग्लै प्रोटीन (एमजीपी) के उत्पादन में शामिल है, जो हृदय रोग के लिए ज़िम्मेदार हृदय धमनियों के कैल्सीफिकेशन या सख्त होने से रोकने में मदद करता है।
विटामिन K1 पत्तेदार साग और फर्मेंटेड सोयाबीन और कुछ अन्य सब्जियों से प्राप्त होता है। विटामिन K2 मुख्य रूप से मीट, चीज और अंडे से मिलता है। शोध बताते हैं कि ऑस्टियोपोरोसिस और स्टेरॉयड के कारण हड्डियों को होने वाले नुकसान के इलाज के लिए विटामिन K2 का इस्तेमाल फायदेमंद है।
अपनी डेली डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, केला, ब्रोकली, मूली, चुकंदर, अंकुरित अनाज ,गेहूं, जौ, अंडे, मछली, दूध और डेयरी प्रोडक्ट जैसे पनीर, दही, तेल में जैतून का तेल (olive oil), कैनोला ऑयल (canola oil) और सोयबीन ऑयल (soybean oil) को शामिल कर आप इसकी कमी से बच सकती हैं।
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