अधिकतर लोग त्वचा का निखार बढ़ाने के लिए विटामिन सी सीरम का इस्तेमाल करते हैं। मगर त्वचा को पोषण प्रदान करने के लिए विटामिन सी से भरपूर लाल फल बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। इससे न केवल रेड ब्लड सेल्स को क्षतिग्रस्त होने से रोका जा सकता है बल्कि एजिंग को रिवर्स करने में भी मदद मिलती है। कोलेजन बूस्टिंग इन फलों को आहार में शामिल करने से त्वचा को अंदरूनी पोषण (red fruits for glowing skin) की प्राप्ति होती है। साथ ही स्किन सेल्स की रिपेयरिंग में भी मदद मिलती है।
एफडीए के अनुसार महिलाओं को जहां दिनभर में 75 मिलीग्राम विटामिन सी की आवश्यकता होती है, तो वहीं पुरूषों को 90 एमजी की मात्रा लेनी चाहिए। रूटीन में स्वस्थ और संतुलित आहार को शामिल करके पोषण की प्राप्ति की जा सकती है।
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि विटामिन सी से भरपूर फल में पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, जिससे कोलेजन का प्रोडक्शन बढ़ने लगता है। साथ ही शरीर में बढ़ने वाली ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम किया जा सकता है। इससे त्वचा में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है, जिससे स्किन सेल्स की रिपेयरिंग में मदद मिलती है। इन फलों में फ्लेवोनोइड भी होते हैं जो शरीर को पोषक तत्व को अवशोषित करने में मदद करते हैं। ऐसे में दैनिक आहार में मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाना आवश्यक है। इससे समग्र स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।
अनार का सेवन करने से शरीर को फोलेट, मैग्नीशियम और विटामिन ए व सी की प्राप्ति होती है। इससे स्किन पर नेचुरल ग्लो बना रहता है। साथ ही त्वचा में मुक्त कणों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है। इससे स्किन ब्राइठनेस बढा़ने के अलावा डाइजेशन भी बूस्ट होता है और स्किन एजिंग से बचा जा सकता है।
स्ट्रॉबेरी को आहार में शामिल करने से शरीर को मैग्नीशियम, पोटेशियम और फोलेट की प्राप्ति होती है। इससे स्किन का टैक्सचर इंप्रूव होने लगता है। इसमें मौजूद एंटी.इंफ्लेमेटरी गुण मुंहासों को रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा से फल कोलेजन के निर्माण को भी बढ़ावा देता है। इसे शेक और डेजर्ट में शामिल कर सकते हैं।
ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर क्रैनबेरी स्किन सेल्स को बूस्ट करने में मदद करती है। इसमें मौजूद मैंगनीज, कॉपर, विटामिन सी और विटामिन ई त्वचा को ग्लो प्रदान करता है। इससे स्किन की स्मूदनेस और इलास्टीसिटी में सुधार आने लगता है। इसमें पाए जाने वाले ओमेगा 3 और ओमेगा 6फैटी एसिड स्किन को यूवी रेज़ के प्रभाव से बचाते हैं।
रास्पबेरी विटामिन सी, ए और ई का एक बेहतरीन स्रोत है। ये मुक्त कणों से बचाकर डार्क सर्कल्स की समस्या को हल करने में मदद करता है। इससे हाइपरपिग्मेंटेशन से बचा जा सकता है। साथ ही स्किन हाइड्रेट रहती है और उसे पोषण की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद विटामिन सी की मात्रा से त्वचा में कोलेजन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे स्किन टोन में निखार आता है और नरिशमेंट में मदद मिलती है।
सेब के सेवन से शरीर को फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की प्राप्ति होती है। इससे पाचन को बढ़ावा मिलता हैं और त्वचा की रंगत में निखार बढ़ने लगता हैं। इसके सेवन से त्वचा की नमी बनी रहती है, जिससे झुर्रियों को कम करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद मेलिक एसिड स्किन को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है। यूएसडीए के अनुसार 1 सेब का सेवन करने से 15 फीसदी विटामिन सी की प्राप्ति होती है। इससे स्किन सेल्स का प्रोडक्शन बढ़ने लगता है। साथ ही नाखून और बालों को भी पोषण मिलता है।