विटामिन सी (Vitamin C) वाटर सॉल्युबल विटामिन है यानी यह आपके खून में मौजूद होता है और आपके शरीर में स्टोर नहीं होता। ऐसे में यह जरूरी है कि आप आवश्यक मात्रा में नियमित इसका सेवन करते रहें।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की गाइडलाइंस के अनुसार महिलाओं के लिए 75 ग्राम और पुरुषों के लिए 90 ग्राम विटामिन सी एक दिन में आवश्यक होता है।
विटामिन सी आपकी इम्युनिटी से लेकर स्किन तक के लिए बहुत फायदेमंद है। विटामिन सी एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही एंटीऑक्सीडेंट हमारे सेल्स को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।
CDC के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने का भी कारगर तरीका है विटामिन सी का सेवन। विटामिन सी ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करता है जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है और हृदय सम्बंधित रोग भी कम होते हैं।
विटामिन सी शरीर में आयरन अब्सॉर्ब करने के लिए भी आवश्यक होता है और विटामिन सी की कमी से आयरन की कमी भी हो सकती है। इसके अतिरिक्त विटामिन सी त्वचा और बालों के लिए भी महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो आपके दैनिक आहार का हिस्सा होना चाहिए।
विटामिन सी की कमी के कई कारण हो सकते हैं। आपकी डाइट में पर्याप्त विटामिन सी न होना, बहुत अधिक अल्कोहल का सेवन, स्मोकिंग, एनोरेक्सिया और डायलिसिस।
विटामिन सी शरीर में कोलेजन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोलेजन वह प्रोटीन है जो त्वचा, बाल, जोड़ों और मांसपेशियों के लिये बहुत आवश्यक है।
अगर आपके कंधों, पीठ या थाइस पर महीन दाने हो गए हैं, तो यह विटामिन सी की कमी का लक्षण है। इन दानों में केराटिन भरा होता है। और अगर सही इलाज न किया गया तो यह गंभीर समस्या केराटोसिस का रूप ले लेता है।
विटामिन सी की कमी के कारण आपके शरीर के रोएं घुमावदार या घुंघराले हो जाते हैं। जर्नल अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार यह बाल डैमेज्ड होते हैं जो विटामिन सी की कमी का प्रमुख लक्षण है।
नाखूनों पर लाल निशान का कारण होती हैं फटी या डैमेज्ड ब्लड वेसल्स। पबमेड सेंट्रल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार यह एनीमिया के लक्षण भी हो सकते हैं, लेकिन एनीमिया विटामिन सी की कमी से भी हो जाता है।
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कस्टमाइज़ करेंअगर आपको नाखूनों में लाल निशान दिख रहे हैं, तो यह विटामिन सी की कमी का लक्षण हो सकता है।
विटामिन सी की कमी का सबसे बड़ा प्रभाव पड़ता है हमारे इम्यून सिस्टम पर, जिसके कारण बार-बार आपकी तबियत खराब होती है।
विटामिन सी की कमी से कोलेजन बनना कम हो जाता है, जिसके कारण घाव आसानी से नहीं भरते। यही नहीं, अगर शरीर में विटामिन सी की ज्यादा कमी होती है तो पुराने घाव भी दोबारा सेप्टिक होने लगते हैं।
विटामिन सी की कमी एक गंभीर समस्या है जिससे हृदय रोग, हाइपरटेंशन और एनीमिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए विटामिन सी युक्त भोजन को अपने आहार का हिस्सा बनाएं।
सभी खट्टे फल जैसे नींबू, सन्तरा, टमाटर, आंवला, लीची, कीवी, स्ट्रॉबेरी इत्यादि विटामिन सी के भंडार होते हैं। इनके अलावा ब्रोकोली, पपीता, अमरूद और शिमला मिर्च भी विटामिन सी का अच्छा स्रोत हैं।
मेडिकल स्टोर में विटामिन सी के कई सप्लीमेंट्स भी मौजूद हैं जिनका आप सेवन कर सकती हैं।