इस वक्त का मौसम आपके लिए थोड़ा कन्फ्यूजिंग हो सकता है। समझ नहीं आता कि घर से निकलने से पहले आपको कॉटन टॉप पहननी है या स्वेटशर्ट। अभी सर्दी पूरी तरह आई नहीं है, मगर मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। पर अगर आपका आहार अच्छा होगा तो आप नेचुरली इस बदलते मौसम का सामना कर पाएंगी।
ऐसे में अगर मीठे की बात हो, तो हम आपके लिए लाए हैं एक ऐसी टेस्टी रेसिपी, जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार होगी। हम आपके लिए लाएं हैं हल्दी के लड्डू। अब आप सुनकर यह सोच रही होंगी की हल्दी तो मसाला है और इसके लड्डू? तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह लड्डू कच्ची हल्दी से बनाए जाते हैं।
ये न सिर्फ बनाने में आसान हैं, बल्कि बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक भी हैं! तो देर किस बात की चलिये फटाफट जान लेते हैं हल्दी के लड्डू की रेसिपी।
कच्ची हल्दी 500 ग्राम
बादाम 100 ग्राम
काजू 100 ग्राम
किशमिश 50 ग्राम
तरबूज के बीज 1/2 कप
अखरोट 50 ग्राम
नारियल 1 कप कद्दूकस किया हुआ
मखाना 150 ग्राम
पिस्ता 10
गुड़ 500 ग्राम
घी 3 बड़े चम्मच
काली मिर्च पाउडर 1 बड़ा चम्मच
कच्ची हल्दी को छीलकर कद्दूकस कर लें। हाथों को रंगने से बचाएं।
लगभग 1.5 टीस्पून घी गर्म करें और सूखे मेवों को हल्का कुरकुरे होने तक भूनें। निकाल कर एक तरफ रख दें।
बादाम, काजू, किशमिश, अखरोट और कमल के बीज को दरदरा पीस लें। एक तरफ रख दें।
पैन में घी गरम करें और कद्दूकस की हुई हल्दी को भून लें। मध्यम आंच पर 10-15 मिनट तक पकाएं, जब तक कि कच्चा स्वाद और घी अलग न हो जाए। हल्दी निकाल कर एक तरफ रख दें।
गुड़ डालकर चाशनी बना लें। बचा हुआ घी डालें। एक समान स्थिरता आने तक चलाती रहें।
अब सूखे मेवे का पाउडर गुड़ की चाशनी में डालें। इसे अच्छे से घोटिये।
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कस्टमाइज़ करेंगुड़ के मिश्रण में भुनी हुई हल्दी डालें। नारियल और काली मिर्च डालें और अच्छे से मिलाएं।
साबुत भुने हुए तरबूज के बीज डालें और अच्छे से मिलाएं।
एक बार थोड़ा ठंडा हो जाने पर इसके गोल – गोल लड्डू बना लें।
आपके हल्दी के लड्डू तैयार हैं।
कच्ची हल्दी पाचन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है। करक्यूमिन को पित्त उत्पादन को ट्रिगर करने के लिए जाना जाता है, जो पाचन के मुख्य घटकों में से एक है। पित्त रस का बढ़ा हुआ स्राव पथों के माध्यम से पाचन को दुरुस्त बनाने में मदद करता है।
कच्ची हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कोशिका को क्षति से बचाते हैं और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। यह विभिन्न प्रकार के त्वचा रोगों, सर्दी और खांसी को भी ठीक करता है।
रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखता है और मधुमेह और इंसुलिन प्रतिरोध को नियंत्रित करने में भूमिका निभाता है। यह रक्त शोधक के रूप में कार्य करता है और रक्त से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में भी मदद करता है।
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