लॉग इन

हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है ब्लूबेरी, नोट कीजिए ब्लूबेरी बनाना मफिन्स रेसिपी

नियमित रूप से 1 कप ब्लूबेरी का सेवन हार्ट डिजीज से बचाव करता है। आइए जानते हैं ब्लूबेरी से मिनटों में तैयार होने वाली रेसिपी।
ब्लूबेरी हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है। इसलिए ब्लूबेरी बनाना डेजर्ट भी फायदेमंद है। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 20 Sep 2022, 09:00 am IST
ऐप खोलें

खट्टे मीठे रसदार फल खाने की इच्छा होती है, तो ब्लूबेरी हमारी पहली पसंद बनती है। डार्क ब्लू कलर का होने के कारण बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान के कुछ इलाकों में ब्लूबेरी काे नीलबदरी भी कहा जाता है। ब्लूबेरी आइसक्रीम के अलावा, आप योगर्ट, ओटमील के साथ भी ब्लूबेरी स्मूदी तैयार कर सकती हैं। वेफल्स, पैनकेक, फ्रूट चाट, फ्रूट सलाद आदि को गार्निश करने में भी ब्लूबेरी का खूब प्रयोग किया जाता है। कई रिसर्च बताते हैं कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। आइए जानते हैं ब्लूबेरी के फायदे(Blueberry benefits) और इसकी मिनटों में तैयार होने वाली सेहतमंद रेसिपी ब्लूबेरी बनाना मफिन (Blueberry banana muffin recipe)।

ब्लू बेरी और हार्ट हेल्थ के बारे में क्या कहती है रिसर्च

अमेरिकन सोसायटी फॉर न्यूट्रीशन में वर्ष 2020 में पब्लिश हुई रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, ब्लूबेरी अपने पोषक तत्वों के कारण स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इसके लिए ह्यूमन ऑबजर्वेशनल, क्लिनिकल रिसर्च, एनिमल और इन विट्रो मॉडल का प्रयोग कर रिसर्च किया गया।

रिसर्च के अनुसार, ब्लूबेरी में फाइटोकेमिकल्स और एंथोसायनिन पिगमेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। एंथोसायनिन के कारण इसका कलर ब्लू होता है। एपिडेमियोलॉजिकल स्टडी के अनुसार, एंथोसायनिन के नियमित सेवन से कार्डियोवस्कुलर डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज से बचाव होता है। एंथोसायनिन कॉलेस्ट्रॉल घटाता है। यह वेट मैनेजमेंट को सपोर्ट करता है और न्यूरोप्रोटेक्शन भी देता है।

डीजेनरेटिव डिजीज और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया पर प्रभावी

न्यूट्रीशन सोसायटी के निष्कर्षों को ह्यूमन क्लिनिकल स्टडीज के बायोमार्कर-आधारित साक्ष्य द्वारा समर्थन दिया गया। ब्लूबेरी एंटी इन्फ्लामेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुणों के कारण वस्कुलर और ग्लूकोरेगुलेटरी फंक्शन के लिए भी लाभकारी माना गया। ब्लूबेरी फाइटोकेमिकल्स गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल माइक्रोफ्लोरा को प्रभावित कर होस्ट हेल्थ में भी योगदान कर सकते हैं। इन पहलुओं का डीजेनरेटिव डिजीज और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया पर भी प्रभाव पड़ता है।

ब्लूबेरी में मौजूद पोषक तत्व

ब्लूबेरी में एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर पाया जाता है। इसके अलावा, फाइबर, विटामिन सी, विटामिन के, मैंग्नीज, पोटैशियम, फोलेट, विटामिन बी 6, फाइटोन्यूट्रीएंट भी मौजूद होते हैं।

इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है ब्लूबेरी 

कई स्टडी बताती है कि यदि एक कप ब्लूबेरी नियमित तौर पर खाया जाए, तो इससे 24 प्रतिशत विटामिन सी मिल जाता है। विटामिन सी की इतनी मात्रा एक व्यक्ति के पोषण के लिए पर्याप्त है।

कंट्रोल रहता है मोटापा और ब्लड शुगर लेवल 

इसमें 14 प्रतिशत डाएटरी फाइबर और पानी मौजूद होता है। इसलिए यह शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखता है। यह फैट बर्निंग और स्टोरेज को रेगूलेट करता है, जिससे एबडॉमिनट फैट घटता है और वजन पर कंट्रोल रखता है। यह ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल रखता है। इससे स्किन और हेयर हेल्थ भी इंप्रूव होती है।

यहां हैं हेल्दी ब्लूबेरी बनाना मफिन रेसिपी 

इसके लिए आपको चाहिए 

गेहूं का आटा (होल ह्वीट फ्लोर) या ग्लूटेन फ्री आटा लिया जा सकता है। इसके अलावा, बेकिंग सोडा, नमक, केला लें । केले की बजाय पंपकिन प्यूरी इस्तेमाल कर सकती हैं।

ऑर्गेनिक मेपल सिरप, ब्लड शुगर नहीं है, तो एक टेबलस्पून दानेदार चीनी भी एड की जा सकती है।

दही – डेयरी मिल्क योगर्ट या कोकोनट मिल्क योगर्ट

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

एक टेबलस्पून फ्लेक्स सीड 3 टेबलस्पून पानी के साथ ग्राइंड किया हुआ।

वेनिला या आमंड एक्सट्रैक्ट

ब्लूबेरी 1 कप

इस तरह तैयार करें ब्लूबेरी बनाना मफिंस

इसमें सभी सामग्रियों को अच्छी तरह मिलाकर फेंट लें। ज्यादा न फेटें। इससे मफिन हार्ड बनने की संभावना हो जाती है।

बाउल में बैटर को मिलाते समय 1 टेबल स्पून मैदा भी एड कर दें। इससे ब्लूबेरी टॉप पर रहेगी।

ब्लूबेरी टाइप 2 डायबिटीज के लिए भी फायदेमंद है। चित्र : शटरस्टॉक

मफिन बाउल पैन को घी से ग्रीज कर दें। इसमें बैटर को डालकर अवन में बेक करें। पहले 5 मिनट तक टेम्प्रेचर हाई कर दें। फिर कम कर दें। 10-15 मिनट में आपके न्यूट्रीशियस मफिंस तैयार हो जाएंगे।

यह भी पढ़ें:-नाेनी साग के बिना अधूरा है जिउतिया का पारण, नोट कीजिए नोनी साग की 3 रेसिपीज और पौष्टिक तत्व

स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

अगला लेख